छत्तीसगढ़ के कर्मचारियों की सैलरी पर मंडराया खतरा, 30 सितंबर से पहले करना होगा यह काम, जानें क्या है मामला

छत्तीसगढ़ में सरकारी कर्मचारियों की सैलरी 30 सितंबर तक ई-केवाईसी (e-KYC) अपडेट न करने पर रुक सकती है। सरकार ने अंतिम तिथि की घोषणा की है और कर्मचारियों से ई-केवाईसी पूरी करने की अपील की है।

author-image
Sanjay Dhiman
New Update
CG employe selery essu

Photograph: (the sootr)

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

छत्तीसगढ़ के सरकारी कर्मचारियों के लिए एक महत्वपूर्ण चेतावनी जारी की गई है। राज्य के विभिन्न विभागों में कार्यरत लगभग 60 प्रतिशत कर्मचारी अभी तक अपना ई-केवाईसी (e-KYC) अपडेट नहीं करवा पाए हैं। इस स्थिति में वित्त विभाग ने सख्त रुख अपनाते हुए 30 सितंबर तक ई-केवाईसी प्रक्रिया को पूरा करने की अंतिम तिथि निर्धारित की है। यदि कर्मचारी तय समय-सीमा से पहले ई-केवाईसी पूरा नहीं करते हैं, तो उनकी सैलरी समय पर नहीं दिया जा सकता है।

यह कदम राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिए उठाया है कि सभी सरकारी कर्मचारियों के डेटा को अपडेट किया जा सके और वेतन भुगतान में कोई रुकावट न आए। राज्य के वित्त विभाग ने सभी विभागों को यह निर्देश दिया है कि वे अपने अधीनस्थ कर्मचारियों की ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी करवाएं और इसकी जानकारी समय पर ट्रेजरी कार्यालय को भेजें।

ई-केवाईसी (e-KYC) क्यों महत्वपूर्ण है?

ई-केवाईसी एक प्रक्रिया है, जिसके द्वारा किसी व्यक्ति की पहचान को डिजिटल तरीके से सत्यापित किया जाता है। यह प्रक्रिया खासतौर पर सरकारी सेवाओं में उपयोग होती है, ताकि गलत जानकारी से बचा जा सके और सब कुछ पारदर्शी और सही तरीके से चल सके। ई-केवाईसी प्रक्रिया के तहत कर्मचारी को अपनी पहचान, पते, और बैंक खाता विवरण को अपडेट करना होता है।

ई-केवाईसी की प्रक्रिया को सही तरीके से पूरा करना कर्मचारियों के लिए बेहद जरूरी है क्योंकि इसके बिना राज्य सरकार के ट्रेजरी कार्यालय को कर्मचारियों का वेतन भुगतान रोकने की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। 

यह खबरें भी पढ़ें...

छत्तीसगढ़ कोल इंडिया कर्मचारियों को बड़ी राहत, अब परिवार के लोग नहीं होंगे परेशान, जानें पूरी Detail..

सचिन पायलट की रैली में पैसे देकर भीड़ बुलाने का आरोप!,छत्तीसगढ़ भाजपा ने पोस्ट किया वीडियो

ई-केवाईसी अपडेट करने के लिए दिशा-निर्देश

छत्तीसगढ़ सरकार के वित्त विभाग ने सभी विभागों को यह निर्देश दिया है कि वे अपने अधीनस्थ कर्मचारियों की ई-केवाईसी प्रक्रिया को प्राथमिकता पर पूरा करवाएं। सभी विभागों के प्रमुखों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि कर्मचारियों का ई-केवाईसी अपडेट हो और समय पर इसकी जानकारी ट्रेजरी कार्यालय तक पहुंचाई जाए। इस कदम का उद्देश्य कर्मचारियों को उनके वेतन भुगतान में किसी भी प्रकार की समस्या से बचाना है। 

छत्तीसगढ़ के हजारों कर्मचारियों से जुडे़ इस मामले को ऐसे समझें 

Chhattisgarh Government Increased Dearness Allowance, Now 55 Percent Da  Will Be Available - Amar Ujala Hindi News Live - छत्तीसगढ़ के कर्मचारियों  की जेब होगी भारी:सरकार ने बढ़ाया महंगाई भत्ता ...

ई-केवाईसी अपडेट न करने वाले 60% कर्मचारी: छत्तीसगढ़ में सरकारी विभागों के 60 प्रतिशत कर्मचारियों ने अभी तक अपना ई-केवाईसी अपडेट नहीं किया है।

अंतिम तिथि 30 सितंबर: वित्त विभाग ने कर्मचारियों से 30 सितंबर तक ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी करने की अपील की है।

वेतन में रुकावट का खतरा: अगर ई-केवाईसी अपडेट नहीं किया गया तो कर्मचारियों के वेतन में देरी हो सकती है।

पूर्व में दी गई मोहलत: कर्मचारियों को पहले 24 अप्रैल तक का समय दिया गया था, बाद में 15 दिन की अतिरिक्त मोहलत भी दी गई थी।

सभी विभागों को निर्देश: वित्त विभाग ने सभी विभाग प्रमुखों को कर्मचारियों की ई-केवाईसी पूरी करवाने के लिए प्राथमिकता से काम करने को कहा है।

अभी तक क्यों नहीं कराया ई-केवाईसी?

वित्त विभाग की ओर से पहले 24 अप्रैल तक ई-केवाईसी अपडेट करने के लिए समय दिया गया था। इसके बाद कोष एवं लेखा संचालनालय ने 15 दिनों की अतिरिक्त मोहलत भी दी थी। बावजूद इसके, अभी तक केवल 35 से 40 प्रतिशत कर्मचारी ही इस प्रक्रिया को पूरा कर पाए हैं। इसके कारण वित्त विभाग ने यह चेतावनी जारी की है कि समय पर ई-केवाईसी न करने पर कर्मचारियों की सैलरी में रुकावट आ सकती है। 

यह खबरें भी पढ़ें...

छत्तीसगढ़ कांग्रेस विधायक का ऑडियो वायरल, रेत खनन के लिए दस लाख डील की बातचीत, विधायक ने कहा बदनाम करने की साजिश

Social Change | वक्त की रेस में छत्तीसगढ़ और राजस्थान से पीछे मध्य प्रदेश की लड़कियां !

यह आ सकती हैं समस्याएं

1. सैलरी में रुकावट
ई-केवाईसी अपडेट न करने से कर्मचारियों के वेतन भुगतान में देरी हो सकती है। इस कारण से कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिल पाएगा, जिससे उनका जीवनस्तर प्रभावित हो सकता है।

2. वित्तीय डेटा की सुरक्षा
ई-केवाईसी न करवाने से कर्मचारियों का वित्तीय डेटा पुराना और गलत हो सकता है, जिससे सरकारी प्रक्रियाओं में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। यह भी संभव है कि कर्मचारियों को विभिन्न सरकारी योजनाओं और लाभों का लाभ न मिले, क्योंकि उनका डेटा अद्यतित नहीं होगा।

3. कानूनी और प्रशासनिक जटिलताएँ
ई-केवाईसी न कराने से सरकारी कर्मचारी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है और प्रशासनिक दिक्कतें आ सकती हैं।

30 सितंबर तक ई-केवाईसी अपडेट कराएं

वित्त विभाग ने सभी कर्मचारियों से अपील की है कि वे 30 सितंबर से पहले अपनी ई-केवाईसी (e-KYC) प्रक्रिया को पूरा कर लें ताकि उनके वेतन में कोई बाधा न आए। सभी विभाग प्रमुखों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने कर्मचारियों की ई-केवाईसी प्रक्रिया को प्राथमिकता से पूरा करवाएं।

वित्त विभाग सैलरी वेतन भुगतान छत्तीसगढ़ सरकार e-KYC ई-केवाईसी सरकारी कर्मचारी छत्तीसगढ़
Advertisment