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Photograph: (the sootr)
छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले के पामगढ़ कांग्रेस विधायक शेषराज हरबंश का एक ऑडियो हाल ही में वायरल हुआ, जिसमें रेत खनन और परिवहन के संबंध में कलेक्टर और SDM से पैसे देने की बातचीत की जा रही है। इस ऑडियो ने छत्तीसगढ़ में सियासी हलचल पैदा कर दी है। हालांकि, विधायक ने इस पर अपनी सफाई दी है और इसे एक साजिश करार दिया है।
वायरल ऑडियो में क्या है?
वायरल ऑडियो में आरोप लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस की महिला विधायक शेषराज हरबंश और अन्य अधिकारियों के बीच रेत खनन से जुड़े एक सौदे में 10 लाख रुपए का लेन-देन की बात की जा रही है। इसमें रेत खनन के लिए तत्कालीन कलेक्टर को 2 लाख, SDM को 2 लाख, और विधायक को 5 लाख रुपए देने की चर्चा हो रही है।
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आरोपों पर विधायक की सफाई
विधायक शेषराज हरबंश ने कहा कि यह ऑडियो क्लिप एक साजिश के तहत वायरल किया गया है, जिसका उद्देश्य उनकी छवि को धूमिल करना है। उन्होंने यह भी बताया कि इस घटना के पीछे उनकी ही पार्टी के कुछ सदस्य हैं, जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सहयोग से यह काम किया है। उन्होंने यह दावा किया कि उनके खिलाफ कुल 6 ऑडियो क्लिप वायरल की गई हैं, जिनमें से एक असली है।
AI द्वारा संपादित किया गया ऑडियो:
विधायक ने स्पष्ट रूप से कहा कि यह ऑडियो एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के माध्यम से संपादित किया गया था और इसका उद्देश्य सिर्फ उन्हें बदनाम करना था। शेषराज हरबंश ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कराने की भी घोषणा की है और पुलिस से जांच की मांग की है
रेत खनन से जुड़े विवाद का एंगल
रेत खनन छत्तीसगढ़ के लिए एक महत्वपूर्ण आर्थिक गतिविधि है, लेकिन अवैध खनन का मामला अक्सर सुर्खियों में आता है। इस मामले में भी आरोप यह है कि कांग्रेस विधायक और संबंधित अधिकारियों के बीच अवैध खनन और परिवहन के लिए पैसे की साजिश की जा रही थी।
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सुविधाओं का फायदा उठाने की कोशिश:
वायरल ऑडियो में यह भी कहा जा रहा था कि रेत खनन के लिए संबंधित अधिकारियों को पैसे दिए जाने की योजना थी, ताकि खनन को सुगम बनाया जा सके और परिवहन में कोई रुकावट न हो। इसने इस मुद्दे को और संवेदनशील बना दिया है, क्योंकि यह सीधे तौर पर भ्रष्टाचार से जुड़ा हुआ मामला प्रतीत हो रहा है।
बार में कई नेताओं की मिलीभगत है। उन्होंने कहा, "महानदी के सभी रेत घाट अवैध हैं और इनका कई बार पकड़ा
कांग्रेस की महिला विधायक के ऑडियो के मामले को ऐसे समझेंवायरल ऑडियो विवाद: छत्तीसगढ़ की पामगढ़ विधायक शेषराज हरबंश का एक ऑडियो वायरल हुआ है, जिसमें रेत खनन और अधिकारियों को पैसे देने की बात हो रही है। विधायक का बचाव: शेषराज हरबंश ने आरोपों को साजिश बताया और कहा कि यह ऑडियो एआई द्वारा एडिट किया गया है ताकि उनकी छवि को नुकसान पहुंचाया जा सके। साजिश का आरोप: विधायक ने अपनी पार्टी के कुछ सदस्यों पर बीजेपी के साथ मिलकर उन्हें बदनाम करने की साजिश रचने का आरोप लगाया। रेत खनन डील: वायरल ऑडियो में 10 लाख रुपए के लेन-देन की चर्चा है, जिसमें कलेक्टर, SDM और विधायक शामिल हैं। एफआईआर की घोषणा: शेषराज हरबंश ने इस मामले में एफआईआर दर्ज करने और जांच की मांग की है, साथ ही इस साजिश के खिलाफ पार्टी स्तर पर शिकायत करने का भी निर्णय लिया है। |
राजनीतिक प्रतिद्वंदिता का आरोप:
शेषराज हरबंश ने आरोप लगाया कि उनके खिलाफ यह साजिश उनके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों द्वारा रची गई थी, खासकर उनकी अपनी पार्टी के कुछ नेताओं द्वारा। उनका कहना था कि पार्टी के अंदर से ही उन्हें निशाना बनाने की कोशिश की जा रही है।
पार्टी स्तर पर शिकायत:
विधायक ने इस पूरे मामले की शिकायत पार्टी स्तर पर करने की बात की और साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वह इस मुद्दे की जांच कराने के लिए पुलिस के पास भी शिकायत दर्ज करेंगे। उनका कहना था कि राजनीति में इस तरह की साजिशें आम हैं और उन्हें इसका सामना करना पड़ा।
शेषराज हरबंश के बारे में जानकारी
विधायक की राजनीति:
शेषराज हरबंश, जो कि कांग्रेस पार्टी की सदस्य हैं, 2023 में पामगढ़ विधानसभा चुनाव में भाजपा के संतोष लहरे को हराकर विधायक बनीं। वह पहले भी कांग्रेस के महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष रह चुकी हैं और इस चुनाव में उनकी जीत ने कांग्रेस के लिए एक महत्वपूर्ण राजनीतिक लाभ हासिल किया।
उनके खिलाफ आरोप:
विधायक शेषराज हरबंश के खिलाफ यह आरोप भी हैं कि उन्होंने पामगढ़ की एक सरकारी जमीन को फर्जी तरीके से रजिस्ट्री कर बेचा था। इसके बाद, उन्हें पैसे और जमीन का प्रलोभन दिया गया, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया।