RAIPUR. एक तरफ जहां छत्तीसगढ़ का शिक्षा विभाग शिक्षिकों की कमी से जूझ रहा है, दूसरी और सरकार ने शिक्षक को ही मंदिर(Ayodhya Ram Temple) की सेवा के लिए भेज दिया। ये मामला है छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले का। यहां बीजेपी विधायक संपत अग्रवाल ने शिक्षक को निजी संस्था के भंडारा संचालन के लिए अयोध्या भेजा दिया। बिना स्टूडेंट्स की पढ़ाई की चिंता किए बिना शिक्षा विभाग ने भंडारा चलाने के लिए हेडमास्टर को 67 दिनों की छुट्टी भी दे दी।
रामभक्तों की सेवा के लिए शिक्षक को भेजा अयोध्या
दरअसल महासमुंद जिले के बसना विधानसभा के बिजेपुर स्थित शासकीय प्राथमिक शाला में कुल 33 बच्चे पढ़ते हैं। जानकारी के अनुसार इस स्कूल में सिर्फ दो ही टीचर है। इसके बाद भी दो टीचर वाले स्कूल के हेडमास्टर विश्वामित्र बेहरा (Headmaster Vishwamitra Behera)को बसना के भाजपा विधायक के अनुशंसा पर उनके निजी संस्था नीलांचल सेवा समिति के भंडारा संचालन के लिए 67 दिनों के लिए छुट्टी दे दी। पिथौरा ब्लॉक के शिक्षा अधिकारी ने बाकायदा विभागीय पत्र जारी कर विधायक की अनुशंसा का उल्लेख करते हुए हेडमास्टर विश्वामित्र बेहरा को अयोध्या मे भंडारा संचालन के लिए दिनांक 23 जनवरी से 29 मार्च तक के लिए कार्यमुक्त करने का आदेश जारी कर दिया(Chhattisgarh News)।
कांग्रेस ने बीजेपी को घेरा
स्कूल के हेडमास्टर के जाने की वजह से अब पहली से लेकर पांचवी कक्षा तक के बच्चों को एक ही टीचर पढ़ा रही हैं। इस वजह से बच्चों की पढ़ाई पर काफी असर पड़ रहा है। ये मामला जब सामने आया तो कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधा। महासमुंद के जिला कांग्रेस अध्यक्ष रश्मि चन्द्राकर ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि परीक्षा के समय बच्चों की पढ़ाई कितनी प्रभावित होगी, इसकी चिंता किए बिना शिक्षा विभाग ने भंडारा चलाने के लिए हेडमास्टर को छुट्टी भी दे दी। वहीं मामला संज्ञान में आने के बाद इसकी जांच की जा रही है।
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भाजपा विधायक ने दी सफाई
वहीं अब इस मामले में बिजेपुर प्राथमिक स्कूल के शिक्षक की अयोध्या में भंडारे में ड्यूटी लगाने के मामले पर भाजपा विधायक संपत अग्रवाल(BJP MLA Sampat Aggarwal) ने सफाई देते हुए कहा कि ये झूठ है कि स्कूल में एक शिक्षक है। यहां कुल पांच शिक्षक है। ये कांग्रेस की एक साजिश है। विधायक ने बताया कि अयोध्या में कैटरर को लगाया है, किसी शिक्षक की ड्यूटी नहीं लगाई है।