छत्तीसगढ़ शराब घोटाला : अब रिटायर्ड आईएएस अनिल टुटेजा को भी लेकर जाएगी यूपी एसटीएफ , वारंट जारी

छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में जुड़े नकली होलोग्राम मामले में रिटायर्ड आईएएस अनिल टुटेजा से यूपी एसटीएफ पूछताछ करेगी। एसटीएफ के आवेदन पर यूपी की मेरठ अदालत ने टुटेजा के खिलाफ वारंट जारी किया है।

Advertisment
author-image
Vikram Jain
New Update
Chhattisgarh liquor scam accused Anil Tuteja UP STF
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

RAIPUR. छत्तीसगढ़ शराब घोटाले से जुड़े नकली होलोग्राम मामले मेंरिटायर्ड आईएएस अनिल टुटेजा को भी अब उत्तर प्रदेश जाना पड़ेगा। यूपी एसटीएफ के आवेदन पर मेरठ की अदालत ने वारंट जारी किया है। यूपी की एसटीएफ यह वारंट लेकर रायपुर आएगी, और सिविल लाइन्स थाना पुलिस को सूचना देने के बाद रायपुर पुलिस की मदद से अनिल टुटेजा को मेरठ ले जाया जा सकेगा। रायपुर पुलिस की मदद से पहले एसटीएफ को विशेष अदालत से भी अनुमति लेनी होगी।

बता दें कि शराब घोटाले को लेकर रिटायर्ड आईएएस अनिल टुटेजा को EOW के कैंपस से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी)  ने फिल्मी तरीके से हिरासत में लिया था। लंबी पूछताछ के बाद रात 3 बजे गिरफ्तार किया था।

रायपुर सेंट्रल जेल में है टुटेजा

अनिल टुटेजा को ईडी ने शराब घोटाला का शिल्पी बताया है। शिल्पी यानी मास्टर माइंड से भी बड़ा। चार्जशीट को परिभाषा में जाएं तो, अनिल टुटेजा शराब घोटाला के मास्टर माइंड, संरक्षक और कंट्रोलर थे। अनिल टुटेजा ने घोटाले को अंजाम देने प्रिज्म होलोग्राफी सिक्योरिटी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड नाम के होलोग्राम निर्माता कंपनी को टेंडर के जरिए चयनित करवाया और इस चयन से पहले आबकारी नियमों में बदलाव करके एफएल 10 नामक लायसेंस पद्धति को भी अधिसूचित करवाया। यानी घोटाला भी नियमानुसार किया गया।

जांच एजेंसी ने जांच में यही साबित करने की कोशिश की है कि घोटाला करने के लिए नियम बदले गए। टीम बदली गई और पर्दे के पीछे से एक "संगठित टीम" सामने की टीम आबकारी पुलिस को आदेशित /संतुलित भी कर रही थी।

ये खबर भी पढ़ें... छत्तीसगढ़ शराब घोटाला : यूपी एसटीएफ ने उगलवा लिए राज, बेनिफिशरीज को लेकर खुलासा

ये खबर भी पढ़ें.. Chhattisgarh : कांग्रेस की समीक्षा बैठक में फटा लेटर बम , टारगेट पर रहे भूपेश बघेल

यूपी एसटीएफ को अनिल टुटेजा की जरूरत क्यों

उत्तर प्रदेश राज्य की एसटीएफ की जांच प्रवर्तन निदेशालय और छत्तीसगढ़ की एसीबी और ईओडब्ल्यू के जितना विस्तृत नहीं है। यूपी एसटीएफ की एंट्री की वजह भी प्रवर्तन निदेशालय ही है। ईडी को शुरूआती जांच में यह पता चल गया था कि शराब घोटाला को संगठित तरीके से अंजाम दिया गया है। नोएडा थाने में दर्ज प्राथमिकी को प्रवर्तन निदेशालय का बैकअप प्लान कहा जा सकता है। इस प्राथमिकी के चलते विधु गुप्ता की गिरप्तारी हुईI और अब अनवर ढेबर,अरुणपति के बाद एसटीएफ अनिल टुटेजा से पूछताछ करना चाहती है।

ये खबर भी पढ़ें... छत्तीसगढ़ शराब घोटाला : एसीबी और ईओडब्ल्यू की टीम पहुंची कोर्ट , 15 हजार पेज का चालान पेश

thesootr links

द सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट के साथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें

रायपुर न्यूज छत्तीसगढ़ शराब घोटाला यूपी एसटीएफ रिटायर्ड आईएएस अनिल टुटेजा नकली होलोग्राम मामला