रेबीज है जानलेवा...12 साल के बेटे ने दम तोड़ा, दूसरा मौत से लड़ रहा
Child dies in Jashpur due to rabies : 12 साल के एक बच्चे को बचाने के दौरान बालक और एक युवक को स्ट्रीट डॉग ने काट लिया था। इसमें बच्चे की मौत हो गई, जबकि युवक की गंभीर हालत है।
Child dies in Jashpur due to rabies : रेबीज के संक्रमण का शिकार हुए 12 साल के एक बालकी की मौत का मामला सामने आया है। घटना छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले की है। स्ट्रीट डॉग ने 12 साल के बालक सहित 24 साल के एक युवक को भी काटा था। युवक का इलाज अस्पताल में चल रहा है। उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
12 साल के बच्चे को स्ट्रीट डॉग से बचाने आगे आया था
जानकारी के अनुसार दो महीने पहले 12 साल के बच्चे पर आवारा कुत्तों ने हमला कर दिया था। उस बालक को बचाने के दौरान 12 साल के एक अन्य बच्चे व 24 साल के एक युवक को कुत्ते ने काटा लिया था। जिस बच्चे को काटा था, उसे एंटी रेबीज डोज दी गई थी। वहीं, बचाने वाले बच्चे और युवक को एंटी रेबीज इंजेक्शन नहीं लगा था। इसमें 12 साल के बच्चे की इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं, युवक का ओडीशा के राउकेला में इलाज चल रहा है। उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।घटना तपकरा थाने के केरसई की है।
रायपुर में जल्द ही पहला डॉग शेल्टर होम शुरू होने वाला है। अंतिम चरण में इसका काम पहुंच गया है। रायपुर नगर निगम की ओर से सोनडोंगरी डॉग शेल्टर में स्ट्रीट डॉग्स के साथ-साथ पेइंग गेस्ट डॉग्स के लिए भी सुविधा रहेगी। कोई भी व्यक्ति अपने पेट डॉग को कुछ दिनों के लिए यहां रख सकता है। इसके लिए उसे न्यूनतम शुल्क का भुगतान करना होगा।
नगर निगम ने सोनड़ोंगरी में 77 डॉग केनेने ( कुत्ता घर) तैयार किए जा रहे हैं। इस शेल्टर में बीमार और घायल कुत्तों का इलाज भी किया जाएगा। उनके लिए अलग से व्यवस्था रहेगी। साथ ही यहां वेटनरी डॉक्टर की व्यवस्था की जाएगी। सेंटर में 24 घंटे उनकी ड्यूटी होगी।
1- बदली हुई व्यवहार और चिड़चिड़ापन: संक्रमित व्यक्ति या जानवर में अत्यधिक गुस्सा, चिड़चिड़ापन, या अजीब व्यवहार दिखने लगता है। कभी-कभी व्यक्ति असामान्य रूप से उत्तेजित हो सकता है। 2- हाइड्रोफोबिया (पानी का डर): पानी पीने या पानी को देखने पर गले और मांसपेशियों में ऐंठन होने लगती है। यह रेबीज का विशिष्ट लक्षण है। 3- स्नायविक लक्षण: व्यक्ति को मांसपेशियों में ऐंठन, लकवा, निगलने में कठिनाई, अत्यधिक लार आना, और मानसिक भ्रम जैसी समस्याएं हो सकती हैं। अंत में, यह लकवा और मृत्यु का कारण बन सकता है।
रेबीज से बचने क्या सावधानियां जरूरी हैं ?
रेबीज से बचने के लिए समय पर वैक्सीन और संक्रमित जानवरों से दूरी बनाए रखना जरूरी है।