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छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय इन दिनों नायक फिम के अनिल कपूर बन गए हैं। फिल्म में जिस तरह अनिल कपूर एक ईमानदार और मेहनती मुख्यमंत्री का किरदार निभाए उसी तरह असल जिंदगी में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री अपने सीएम होने का असली किरदार निभा रहे हैं। दरअसल, सीएम साय इन दिनों प्रदेश के कई इलाकों में जाकर चौपाल बिठा रहे हैं। इस दौरान सीएम आम जनता से सीधे बातचीत कर उनके हालचाल की जानकारी ले रहें हैं। साथ ही तत्काल जनता के समस्याओं को सुलझा रहें हैं।
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अचानक करिगांव पहुंचे सीएम साय
सीएम साय ने सुशासन तिहार के तीसरे चरण की शुरुआत कुछ यूं की, कि अफसरों तक को भनक नहीं लगी। प्रशासनिक तैयारियों का केंद्र बना था जांजगीर-चांपा का लिमगांव, लेकिन मुख्यमंत्री का काफिला अचानक करिगांव पहुंच गया। न मंच, न माइक, न गुलदस्ते और न ही अफसरों की चहलकदमी... बस तालाब किनारे, गांव की खटिया और कमल की पंखुड़ियों से सजी स्वागत की सादगी।
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मुख्यमंत्री का हेलीकाप्टर बंदौरा गांव के स्कूल मैदान में उतरा। ग्रामीणों को तो छोड़िए, अफसरों को भी लगा कि वे लिमगांव जाएंगे, पर सीएम का कारवां करिगांव की ओर मुड़ गया। यहां पेंटू तालाब की मेड़ पर गांव की खटिया पर बैठकर मुख्यमंत्री ने अपनी पहली चौपाल लगाई। मुख्यमंत्री का माइक भी काम नहीं कर रहा था, लेकिन संवाद की कमी नहीं रही।
खटिया पर बैठकर उन्होंने ग्रामीणों से सीधे सरकार की योजनाओं और गांव की समस्याओं पर चर्चा की। कोई दिखावा नहीं, कोई औपचारिकता नहीं, बस सच्चा संवाद और सादगी से भरा समर्पण। ग्रामीणों ने बाजार से मंगाए गुलदस्ते नहीं, बल्कि तालाब से तोड़े गए कमल के फूलों की पंखुड़ियों से मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
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सीएम साय ने लोगों ने खूब की शिकायत
चौपाल के दौरान एक ग्रामीण ने तालाब किनारे की जमीन से जुड़ी शिकायत रखी, जिस पर मुख्यमंत्री ने तत्काल कलेक्टर को नापजोख कर समाधान करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री साय कोरबा जिले के पाली विकासखंड के ग्राम मदनपुर में आयोजित समाधान शिविर में भी पहुंचे। वहां भी उन्होंने ग्रामीणों से संवाद किया और उनके आवेदन प्राप्त कर समाधान की स्थिति की समीक्षा की।
अधिकारियों ने ली डायरी मुख्यमंत्री ने जिम्मेदारी चौपाल में मुख्यमंत्री साय के साथ मुख्य सचिव अमिताभ जैन, प्रमुख सचिव सुबोध सिंह और सचिव पी. दयानंद भी उपस्थित थे। ग्रामीणों की बातों को अधिकारी डायरी में नोट करते रहे और मुख्यमंत्री हर शिकायत को गंभीरता से सुनते रहे। घोषणाओं की झड़ी चौपाल में मुख्यमंत्री ने कई घोषणाएं कीं।
लोगों की परेशानियां दूर करने में लगे सीएम साय
ग्रामीणों की मांग पर नोनी मैया दाई मंदिर के सौंदर्यीकरण, नया पंचायत भवन और पटवारी की गांव में नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने की बात कही। उन्होंने स्पष्ट किया कि सुशासन तिहार का उद्देश्य गांव-गांव जाकर यह जांचना है कि प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी वाली योजनाएं वास्तव में जमीन पर उतर रही हैं या नहीं। उन्होंने सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति की समीक्षा की।
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पीएम आवास लाभार्थी के घर पहुंचे मुख्यमंत्री इसके बाद मुख्यमंत्री साय प्रधानमंत्री आवास योजना की लाभार्थी सोनाई बाई के निर्माणाधीन घर पहुंचे और निर्माण की गुणवत्ता जांची। परिवार से बातचीत कर उन्हें योजना से कितना लाभ मिला, यह भी जाना। स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण सीएम ने गांव के स्कूल व आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण किया। बच्चों को दी जा रही सुविधाओं का जायजा लिया और गिरते भूजल स्तर पर चिंता जताते हुए जल-संरक्षण व कम पानी में ज्यादा उपज देने वाली फसलों को प्राथमिकता देने की सलाह दी।
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