रायपुर. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पिछले दिनों जनपद पंचायत हाथ से फिसलने के बाद अब एक और स्थानीय निकाय उसके हाथ से निकल गया है। कांग्रेस के हाथ से निकलने वाली नगर सरकार है तखतपुर नगर पालिका तखतपुर नगर पालिका में भी सत्ता परिवर्तन के लिए प्रस्ताव पारित हो गया है। तखतपुर में भाजपा पार्षद दल इसके लिए अविश्वास प्रस्ताव लाया है।
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5 के मुकाबले 10 वोट से प्रस्ताव पास
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ज्ञात हो कि तखतपुर में 4 साल से कांग्रेस (Congress) की अध्यक्ष थीं। विधानसभा चुनाव के बाद पार्षदों के दल बदल के कारण समीकरण बदल गया और भाजपा पार्षद दल कांग्रेस अध्यक्ष के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव ले आया। कलेक्टर के निर्देश पर पीठासीन अधिकारी एसडीएम वैभव कुमार क्षेत्रज्ञ के द्वारा इसके लिए परिषद की बैठक बुलाई गई। मंगलवार को अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा और मतदान हुआ। प्रस्ताव 5 के मुकाबले 10 मत से पारित हो गया। इस तरह नगर में भी कांग्रेस सत्ता से दूर हो गई।
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वाड्र्फनगर जनपद पंचायत निकल चुकी हाथ से
प्रदेश में सरकार बदलने के साथ ही स्थानीय निकायों में भी बदलाव देखने को मिल रह है। ऐसा ही एक मामला वाड्र्फनगर जनपद पंचायत का आया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जनपद पंचायत के सदस्यों ने जनपद पंचायत के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पर मनमानी करने और मद की राशि का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया। जनपद पंचायत के सदस्यों ने कहा कि जनपद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष किसी भी सदस्यों की बात नहीं सुनते हैं। मनमानी तरीके से शासकीय राशि का दुरुपयोग किया जाता है। इस तरह के आरोप लगाते हुए जनपद पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। अध्यक्ष और उपाध्यक्ष दोनों ही कांग्रेस समर्थित थे
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मीडिया से बात करते हुए वाड्र्फनगर एसडीएम चेतन साहू ने कहा कि अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लगाया गया था इसको लेकर बैठक बुलाई गई थी। इसमें कुल 25 सदस्यों ने मतदान किया। इस दौरान 20 वोट अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में पड़े और 5 वोट विपक्ष में डाले गए। इस तरह से अविश्वास प्रस्ताव पारित हो गया और कांग्रेस समर्थित अध्यक्ष को कुर्सी से हाथ धोना पड़ा।