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Congress urban body election sabotage investigation committee : राजनीतिक पार्टियों में अमूमन भितरघात की शिकायतें होना आम बात है, लेकिन छत्तीसगढ़ कांग्रेस इससे आगे बढ़ चुकी है। यहां अब भितरघात के साथ ही खुलाघात की शिकायतें भी सामने आईं हैं। इनकी जांच फैक्ट फाइंडिग कमेटी करेगी।
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फोटो और वीडियो कमेटी को दिखाए जाएंगे
छत्तीसगढ़ में 25 फरवरी तक पंचायत चुनाव हैं। ऐसे में फैक्ट एंड फाइंडिंग कमेटी इसके बाद ही जांच शुरू करेगी। जांच के दौरान पार्षद व जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी निष्कासित नेताओं की फोटो और वीडियो कमेटी को सबूत के तौर पर देंगे। दरअसल, बिलासपुर में भितरघात के साथ ही खुलाघात की शिकायतें बड़े पैमाने पर आईं थीं।
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बिलासपुर में सबसे ज्यादा मचा घमासान
बिलासपुर कांग्रेस के शहर अध्यक्ष विजय पांडेय व जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी ने खुलाघात व भितरघात की शिकायतों पर 60 नेताओं को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया था। जब कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव के समर्थक प्रदेश प्रवक्ता अभय नारायण रूप और पूर्व शहर अध्यक्ष सीमा पांडेय को पार्टी से निकाला गया तो घमासान मच गया।
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कोटा विधायक इतने नाराज हो गए कि उन्होंने पंकज सिंह के घर पर पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंद्रदेव के सामने केशरवानी से सीने में छूरा घोंपने की बात कही। वहीं, जिलाध्यक्ष को चपरासी कड़े जाने के आरोप भी लगे। दूसरे दिन ग्रामीण अध्यक्ष केशरवानी और शहर अध्यक्ष पांडेय ने पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज को चिट्ठी लिखकर अटल को पार्टी से निष्कासित करने की अनुशंसा की।
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