Constable who stole rifle arrested : मुख्यालय कैंप से एक इंसास राइफल, 20 राउंड कारतूस और मैगजीन चोरी होने के मामले का खुलासा हो गया है। चोर और कोई नहीं, बल्कि सिपाही ही निकला। कवर्धा का है। यहां पिछले ही महीने 3 नवंबर 2024 को 17वीं बटालियन छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल ( CAF ) के सरेखा स्थित मुख्यालय कैंप से एक इंसास राइफल, 20 राउंड कारतूस और मैगजीन चोरी हो गई थी।
रिलायंस स्मार्ट बाजार पर जुर्माना,खरीदारी करते समय आप भी ये जरूर देखें
ऐसे दिया चोरी की वारदात को अंजाम
जानकारी के अनुसार नरोत्तम रात्रे 17वीं बटालियन में आरक्षक था। वह वर्तमान में चिकपाल कैंप, थाना कटेकल्याण दंतेवाड़ा जिला में पदस्थ था। सिपाही ऑनलाइन जुआ और सट्टा खेलने का आदी था। उसके ऊपर लगभग 4 लाख रुपए का कर्ज था। कर्ज चुकाने के लिए ही उसने इस चोरी की योजना बनाई।
पुलिस कैंप पर नक्सलियों का हमला, 3 जवान घायल.. कैंप में बीजापुर SP भी
सिपाही ने चोरी से पहले 1 महीने का अवकाश लिया था और इस दौरान सरेखा कैंप में 15 दिन तक रुका था। यहां उसने कैंप की रेकी कर रायफल चोरी की योजना बनाई। घटना के दिन यानी 3 नवंबर 2024 को आरोपी ने बाइक लेकर सरेखा कैंप पहुंचकर चोरी की। वहइस कैंप में तैनात रह चुका था। इसका उसने फायदा उठाया। उसने इंसास रायफल, मैगजीन और 20 राउंड कारतूस चुरा लिए।
चर्च तोड़कर हिंदू बनाएंगे मंदिर, मिशनरियों ने 66000 लोगों को बनाया ईसाई
इस तरह पकड़ा गया आरोपी
घटना की जानकारी तब मिली जब जवानों ने गार्ड रूम में लौटकर हथियारों की जांच की। एसपी धर्मेंद्र सिंह के निर्देश पर पुलिस ने विशेष जांच टीम गठित की गई। इस टीम में थाना प्रभारी कवर्धा, साइबर सेल प्रभारी और अन्य पुलिस कर्मी शामिल थे।
GP सिंह फिर IPS अफसर, गृह मंत्रालय ने जारी किया बहाली का आदेश
चोरी की गई राइफल को लौटाने के लिए आरोपी ने कई अलग-अलग नंबरों से फोन कर 10 लाख रुपए की फिरौती की मांग की।.टीम ने आरोपी द्वारा इस्तेमाल किए गए नंबरों की जांच की और आरोपी को गिरफ्तार किया। आरोपी की निशानदेही पर चोरी की गई रायफल, कारतूस और मैगजीन बरामद कर ली गई।