मई में ही सावन का मजा... 5 दिन लगातार बारिश, छत्तीसगढ़ में भर गए झरने
waterfalls filled up in Chhattisgarh : छत्तीसगढ़ में पिछले पांच दिनों में लगभग 2,840 मिलीमीटर पानी बरस चुका है। जो मई में होने वाली सामान्य बारिश से लगभग 6 गुना ज्यादा है।
छत्तीसगढ़ में पिछले पांच दिनों में लगभग 2,840 मिलीमीटर पानी बरस चुका है। जो मई में होने वाली सामान्य बारिश से लगभग 6 गुना ज्यादा है। मौसम विभाग के मुताबिक मई में बारिश का सामान्य कोटा 430 मिमी से 450 मिमी के आसपास रहता है। लेकिन इस बार बारिश ज्यादा है। विभाग इसे प्री मानसून के तौर पर देख रहा है।
वहीं मंगलवार को रायपुर समेत कई जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश हुई। कोरबा जिले में बिजली गिरने से 8वीं के छात्र और एक महिला की मौत हो गई। वहीं अंबिकापुर में तेज बारिश से नदी-नालों में बाढ़ जैसी स्थिति है। बारिश के चलते तापमान में भी तेजी से गिरावट हुई है। आज भी प्रदेश के सभी जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
बता दें कि केरल में तय समय से पहले मानसून पहुंच गया है। छत्तीसगढ़ में 8 जून तक इसकी एंट्री हो सकती है। ये पिछले पांच सालों में सबसे जल्दी है। प्रदेश में मानसून की एंट्री बस्तर के रास्ते होती है। नॉर्मल डेट्स की बात करें तो बस्तर में मानसून 13 जून तक पहुंचता है, लेकिन इस बार करीब 5 दिन पहले ही पहुंचने की संभावना है।
छत्तीसगढ़ में मई महीने में कितनी बारिश हुई है और यह सामान्य से कितनी ज्यादा है?
पिछले पांच दिनों में छत्तीसगढ़ में लगभग 2,840 मिलीमीटर बारिश हुई है, जो कि मई महीने के सामान्य कोटे 430 से 450 मिमी से लगभग 6 गुना अधिक है।
भारी बारिश के कारण राज्य में क्या नुकसान हुआ है?
भारी बारिश के दौरान कोरबा जिले में आकाशीय बिजली गिरने से 8वीं के छात्र और एक महिला की मौत हो गई। इसके अलावा अंबिकापुर में नदी-नालों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है।
इस बार मानसून कब तक छत्तीसगढ़ में पहुंच सकता है?
इस बार मानसून 8 जून तक छत्तीसगढ़ में प्रवेश कर सकता है, जो सामान्य तारीख 13 जून से लगभग 5 दिन पहले है।