/sootr/media/media_files/2025/10/09/cg-new-scheem-2025-10-09-17-33-15.jpg)
Photograph: (the sootr)
RAIPUR.छत्तीसगढ़ सरकार ने किसानों को बड़ी राहत देते हुए समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए एग्रीस्टैक पोर्टल पर पंजीकरण की समय सीमा बढ़ा दी है। पहले यह तारीख 30 सितंबर 2025 थी, जिसे अब बढ़ाकर 31 अक्टूबर 2025 कर दिया गया है।
यह फैसला उन हजारों किसानों की मांगों के बाद लिया गया है, जिन्हें तकनीकी या अन्य कारणों से समय पर पंजीकरण कराने में कठिनाई आ रही थी। प्रदेश के किसान संगठनों ने भी तारीख बढ़ाने के लिए सरकार से मांग की थी, जिसे स्वीकार करते हुए यह महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है।
एग्रीस्टैक पोर्टल पर किसानों के पंजीयन की स्थिति
सहकारिता विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, अब तक एग्रीस्टैक पोर्टल पर 1,17,539 किसान सफलतापूर्वक पंजीयन करा चुके हैं। यह संख्या पिछले वर्ष की तुलना में बढ़ी हुई है, लेकिन अभी भी कई किसान पंजीकरण कराने से बचे हुए है। ऐसे किसानों को तारीख बढ़ने का लाभ मिलेगा।
पिछले साल समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए कुल 1,28,344 किसानों ने पंजीकरण कराया था। इनमें से 1,03,237 किसानों के पंजीकरण को इस वर्ष आवश्यक सत्यापन के बाद रीन्यू किया गया है। लेकिन अभी भी हजारों की संख्या में किसान ऐसे हैं जो तय समय सीमा में पंजीयन नहीं करा पाए हैं, ऐसे किसानों की परेशानी को देखते हुए प्रदेश सरकार ने पंजीयन की तारीख को 31 अक्टूबर तक बढ़ाया है।
यह खबरें भी पढ़ें...
प्रदेश का सबसे बड़ा चावल घोटाला, विधानसभा समिति को भी जानकारी नहीं दे रहे अधिकारी
3100 रूपए क्विंटल पर होगी धान की खरीदी, 15 नवंबर से शुरूवात
एग्रीस्टैक पोर्टल क्या है? किसानों को इससे क्या लाभ हैं?
छत्तीसगढ़ सहकारिता विभाग के अधिकारियों के अनुसार, एग्रीस्टैक पोर्टल कृषि क्षेत्र के लिए एक डिजिटल इकोसिस्टम है। इस पोर्टल का मुख्य उद्देश्य देश के किसानों के लिए एक व्यापक डेटाबेस तैयार करना है।
इस डेटाबेस में निम्नलिखित महत्वपूर्ण जानकारी ली जाती है:
किसान की पहचान
भूमि का विवरण
आय और ऋण का रिकॉर्ड
फसल की जानकारी
बीमा का विवरण
एग्रीस्टैक पोर्टल पर पंजीकरण के बाद, प्रत्येक किसान को एक यूनिक आईडी प्राप्त होती है। यह आईडी किसानों को सीधे सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने में मदद करता है व बिचौलियों की भूमिका को कम करता है।
पंजीयन तारीख और एग्रीस्टैक पोर्टल के उपयोग को ऐसे समझेंपंजीकरण की तारीख बढ़ी: समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए एग्रीस्टैक पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि 30 सितंबर 2025 से बढ़ाकर 31 अक्टूबर 2025 कर दी गई है। डिजिटल इकोसिस्टम: एग्रीस्टैक पोर्टल कृषि क्षेत्र के लिए एक डिजिटल इकोसिस्टम है जो किसानों की पहचान, भूमि और फसल का व्यापक डेटाबेस तैयार करता है। विशिष्ट पहचान पत्र: पंजीकरण के बाद किसानों को एक विशिष्ट पहचान पत्र (आईडी) मिलता है, जिसके माध्यम से वे सीधे सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं। ऋण वितरण में वृद्धि: 29 सितंबर 2025 तक कुल 265 करोड़ 90 लाख 95 हजार रुपये का ऋण वितरित किया गया, जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 5 करोड़ रुपये से अधिक है। बढ़ती लागत का असर: किसानों ने खेती की बढ़ती लागत और महंगी दवाओं के कारण अधिक ऋण लिया है, जिसमें नगरी शाखा के किसान सबसे आगे हैं। |
एग्रीस्टेक पोर्टल पर पंजीकरण कैसे करें?
यदि आप एग्रीस्टेक पोर्टल पर पंजीकरण करना चाहते हैं, तो आपको निम्नलिखित निर्देशों का पालन करना होगा:
वेबसाइट पर जाएं: सबसे पहले, एग्रीस्टेक पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
नया पंजीकरण करें: पोर्टल पर पंजीकरण के लिए 'नया पंजीकरण' विकल्प पर क्लिक करें।
आवश्यक जानकारी भरें: अपनी व्यक्तिगत जानकारी, भूमि विवरण, और फसल से संबंधित जानकारी भरें।
सत्यापन करें: सभी विवरण सही से भरने के बाद, अपने दस्तावेजों का सत्यापन करें।
पंजीकरण ID प्राप्त करें: पंजीकरण सफल होने के बाद, आपको एक विशिष्ट पहचान पत्र व नंबर (आईडी) प्राप्त होगा।
यह खबरें भी पढ़ें...
छत्तीसगढ़ निर्वाचन आयोग की सख्ती: 11 गैर-मान्यता प्राप्त पार्टियों को थमाया नोटिस
इस साल किसानों ने लिया ज्यादा कर्ज
सरकार ने 2025 के खरीफ सीजन में 300 करोड़ रुपये का बड़ा ऋण वितरण लक्ष्य तय किया है, जो अक्टूबर महीने से शुरू होने जा रहा है। अब तक एग्रीस्टैक पोर्टल की मदद से 265 करोड़ 90 लाख 95 हजार रुपए किसानों को वितरित किए जा चुके हैं।
इस राशि में 200 करोड़ 30 लाख 83 हजार रुपए नकद के रूप में और 65 करोड़ 60 लाख 12 हजार रुपए सामग्री के रूप में दिए गए हैं।