DSP कल्पना वर्मा केस: महादेव सट्टा पैनल का ऑफर ठुकराने पर बिगड़े रिश्ते, दीपक टंडन ने DGP को लिखा पत्र

कारोबारी दीपक टंडन ने DSP कल्पना वर्मा पर गंभीर आरोप लगाते हुए DGP अरुण गौतम को पत्र लिखा है। टंडन का दावा है कि महादेव सट्टा एप से जुड़े पैनल को संचालित करने से इनकार करने के बाद उनके और DSP के बीच विवाद बढ़ा।

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Harrison Masih
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Raipur. छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित DSP कल्पना वर्मा ‘लव ट्रैप’ मामले ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया है। रायपुर के व्यापारी दीपक टंडन ने DGP अरुणदेव गौतम और आईजी अमरेश मिश्रा को पत्र लिखकर DSP कल्पना वर्मा के खिलाफ उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।

पत्र में टंडन ने आर्थिक शोषण, ब्लैकमेलिंग, धोखाधड़ी और पद के दुरुपयोग जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं।

महादेव सट्टा एप से जुड़ा विवाद

दीपक टंडन ने अपने पत्र में आरोप लगाया है कि DSP कल्पना वर्मा ने उन पर दंतेवाड़ा में महादेव सट्टा एप से जुड़े पैनल को संचालित करने का दबाव बनाया था। टंडन का दावा है कि जब उन्होंने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया, तो दोनों के बीच संबंध बिगड़ गए और बाद में पूरी तरह टूट गए।

 टंडन के अनुसार, इस पूरे मामले से जुड़े मोबाइल चैट्स और अन्य सबूत उन्होंने शिकायत पत्र के साथ संलग्न किए हैं।

पारिवारिक संबंधों का दावा

पत्र में दीपक टंडन ने खुद को रायपुर के गायत्री नगर का निवासी और होटल व्यवसाय से जुड़ा बताया है। उन्होंने लिखा है कि पिछले पांच वर्षों से उनका DSP कल्पना वर्मा से संपर्क था और उनके परिवार के साथ भी करीबी संबंध थे।

इस दौरान आपसी मुलाकातें, पारिवारिक कार्यक्रमों में शामिल होना और निजी रिश्ते बने।

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करीब दो करोड़ के नुकसान का आरोप

टंडन का दावा है कि DSP कल्पना वर्मा ने धोखाधड़ी और ब्लैकमेलिंग के जरिए उन्हें और उनके कारोबार को करीब दो करोड़ से अधिक का आर्थिक नुकसान पहुंचाया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि कल्पना वर्मा ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अपने और अपने परिजनों खासतौर पर पिता हेमंत वर्मा के बैंक खातों में वित्तीय लेन-देन कराए, जिनका पूरा विवरण पत्र के साथ संलग्न किया गया है।

होटल एटमॉसफेरिया को लेकर गंभीर आरोप

VIP रोड स्थित होटल एटमॉसफेरिया को लेकर भी पत्र में गंभीर आरोप लगाए गए हैं। टंडन का कहना है कि DSP कल्पना वर्मा, उनके पिता हेमंत वर्मा और भाई राकेश वर्मा ने साजिश के तहत होटल को गैर-कानूनी तरीके से अपने नाम रजिस्टर्ड करा लिया।

टंडन के मुताबिक, होटल की खरीद-फरोख्त के दौरान उन्होंने बैंक के माध्यम से 30 लाख रुपये का भुगतान RTGS के जरिए किया था। इसके अलावा कई मौकों पर नगद भुगतान और अन्य लाखों रुपये के ट्रांजैक्शन किए जाने का भी दावा किया गया है।

ब्लैकमेलिंग और धमकियों के आरोप

दीपक टंडन ने पत्र में यह भी आरोप लगाया है कि निजी और कारोबारी संबंध बिगड़ने के बाद DSP कल्पना वर्मा ने उन्हें ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। उन्होंने पत्नी से तलाक लेने का दबाव, फर्जी मामलों में जेल भेजने की धमकी और उनकी पत्नी के नाम से रजिस्टर्ड हाई-राइडर बाइक को जबरन अपने कब्जे में रखने जैसे आरोप लगाए हैं। 

टंडन का कहना है कि इन घटनाओं के कारण उनका पूरा परिवार भयभीत है और उन्हें जान का खतरा महसूस हो रहा है।

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महंगे तोहफों और निजी रिश्तों का जिक्र

कारोबारी ने यह भी दावा किया है कि उन्होंने DSP कल्पना वर्मा को महंगे तोहफे, नकदी और अन्य सुविधाएं दी थीं। पूरा मामला तब और सुर्खियों में आया जब यह सामने आया कि 2021 में महासमुंद में पदस्थापना के दौरान एक म्यूचुअल फ्रेंड के जरिए दोनों की पहचान हुई थी।

इसके बाद बातचीत, मुलाकातें और साथ घूमने-फिरने की बातें सामने आईं, जो आगे चलकर निजी संबंधों में बदल गईं।

अक्टूबर में दर्ज कराई थी शिकायत

दीपक टंडन ने अक्टूबर महीने में खम्हारडीह थाने में इस पूरे मामले की लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि DSP और उनके परिजनों ने उनसे पैसे, वाहन और ज्वेलरी ली, लेकिन वापस नहीं की।

शुरुआती दौर में पुलिस की कार्रवाई को लेकर सवाल उठे, जिसके बाद टंडन ने मीडिया के सामने आकर पूरे मामले को सार्वजनिक किया।

DSP कल्पना वर्मा ने आरोपों को बताया झूठा

वहीं DSP कल्पना वर्मा ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उनका कहना है कि दीपक टंडन उन पर कोर्ट से मामला वापस लेने का दबाव बना रहे थे। जब उन्होंने ऐसा करने से इनकार किया, तो उनके खिलाफ फर्जी चैट्स, तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किए गए।

वायरल वीडियो को लेकर DSP कल्पना वर्मा ने सफाई दी है कि वह होटल में टंडन से बकाया पैसे लेने गई थीं। उनका कहना है कि वह पूरे मामले में कानून के दायरे में रहकर आगे की कार्रवाई कर रही हैं।

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