RAIPUR. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कांग्रेस के संगठन प्रभारी मलकीत सिंह गेंदू से लंबी पूछताछ की। छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि ईडी के द्वारा भेजे गए सम्मन के आधार पर जानकारी देने गए कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गेंदू को जबरिया ईडी ऑफिस में घंटों बैठाया जाना बेहद ही आपत्तिजनक है।
दीपक बैज ने कहा कि ईडी ने कांग्रेस से उसके जिला कार्यालय के संबंध में जानकारी मांगी थी। प्रभारी महामंत्री ईडी के द्वारा चाही गई जानकारी को देने ईडी ऑफिस गए थे। जानकारी प्राप्त करने के तुरंत बाद ईडी को उनको वापस आने देना चाहिए था। लेकिन, ईडी को कुछ अतिरिक्त जानकारी चाहिए थी, तो वह उसको लिखित में मांग सकती थी, उस जानकारी को उपलब्ध कराया जाएगा। कांग्रेस अपने निर्माण के एक-एक रुपए का हिसाब देगी।
बीजेपी के इशारे पर चल रही ईडी
पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा कि ईडी ने बीजेपी के इशारे पर कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारी को अनावश्यक घंटों बैठाये रखा है। ईडी बीजेपी के अनुषांगिक संगठन की तरह काम कर रही है जो अस्वीकार्य है।
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बीजेपी दफ्तर का भी ले हिसाब
दीपक बैज ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को राजनैतिक दल के कार्यक्रमों के खर्चों एवं पार्टी ऑफिस के निर्माण का ब्यौरा जानने का इतना ही शौक है तो सिर्फ कांग्रेस का ही क्यों वह बीजेपी के भी खर्चों की पड़ताल करे। ईडी में साहस है तो वह बीजेपी के 150 करोड़ रुपए की लागत से बने कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे को बनाने का पैसा कहां से आया इसकी जांच करे। कुशाभाऊ ठाकरे परिसर फाइव स्टार होटल की तर्ज पर बनाया गया है।
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बीजेपी के कार्यालय की जांच करेगी क्या ईडी?...
बैज ने आगे कहा कि रायपुर में ही बीजेपी के कार्यालय एकात्म परिसर की जमीन राजनैतिक दल के कार्यालय के लिए 1 रुपए में हासिल की। एकात्म परिसर को व्यवसायिक काम्प्लेक्स में तब्दील कर दिया गया जहां से 1.5 करोड़ रुपए किराया बीजेपी वसूलती है, ईडी उसकी जांच करेगी क्या?... बीजेपी के मातृ संगठन आरएसएस ने 500 करोड़ की लागत से दिल्ली में अपना दफ्तर बनाया है। इस रकम के स्रोत की ईडी जांच क्यों नहीं करती है। ईडी बीजेपी के अनुषांगिक संगठन की भांति काम कर रही है। कांग्रेस कार्यालय की जांच हो सकती है तो बीजेपी के कार्यालयों की जांच क्यों नहीं होना चाहिए।
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