राजस्व निरीक्षक प्रमोशन घोटाले की EOW-ACB ने की FIR दर्ज
EOW-ACB filed FIR in Revenue Inspector promotion scam : छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय सरकार के शपथ ग्रहण करने के 6 दिन बाद ही पटवारी से राजस्व निरीक्षक के 90 रिक्त पदों पर पदोन्नति के लिए विभागीय भर्ती परीक्षा हुई थी।
EOW-ACB filed FIR in Revenue Inspector promotion scam : छत्तीसगढ़ में पटवारी से राजस्व निरीक्षक के पद पर प्रमोशन के लिए हुई भर्ती परीक्षा घोटाले मामले में EOW-ACB ने एफआईआर दर्ज कर ली है। उल्लेखनीय है कि घोटाला सामने आने के बाद केडी कुंजाम की अध्यक्षता वाली कमेटी ने जांच रिपोर्ट में इस बात की अनुशंसा की थी। इसके बाद GAD ने मामले को जांच और कार्रवाई के लिए EOW/ACB को सौंप दिया है।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय सरकार के शपथ ग्रहण करने के 6 दिन बाद ही पटवारी से राजस्व निरीक्षक के 90 रिक्त पदों पर पदोन्नति के लिए विभागीय भर्ती परीक्षा हुई थी। हालांकि, परीक्षा के पहले ही इस बात का खुलासा हो गया कि परीक्षा का पेपर लीक कर दिया गया है।
इस दौरान यह बात सामने आई कि चयनित 22 अभ्यर्थियों को एक जगह बैठाकर परीक्षा ली गई और फिर इन सभी का चयन किया गया। पटवारियों और तहसीलदारों के संगठन ने गड़बड़ियों की जानकारी मिलने पर राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा से परीक्षा स्थगित करने की मांग की थी। मगर तब इस पर ध्यान नहीं दिया गया।
छत्तीसगढ़ में पटवारी से राजस्व निरीक्षक के पद पर प्रमोशन के लिए भर्ती परीक्षा में क्या घोटाला हुआ था ?
छत्तीसगढ़ में पटवारी से राजस्व निरीक्षक के पद पर प्रमोशन के लिए भर्ती परीक्षा में पेपर लीक होने का घोटाला सामने आया। चयनित 22 अभ्यर्थियों को एक स्थान पर बैठाकर परीक्षा ली गई और सभी का चयन किया गया। पटवारियों और तहसीलदारों के संगठन ने गड़बड़ियों की जानकारी मिलने पर परीक्षा स्थगित करने की मांग की, लेकिन उस पर ध्यान नहीं दिया गया।
इस भर्ती परीक्षा घोटाले की जांच कौन कर रहा है ?
इस भर्ती परीक्षा घोटाले की जांच EOW (Economic Offences Wing) और ACB (Anti-Corruption Bureau) कर रहे हैं। मामले की जांच और कार्रवाई के लिए GAD (General Administration Department) ने EOW/ACB को सौंप दिया है।
इस घोटाले का खुलासा कैसे हुआ था ?
इस घोटाले का खुलासा पटवारियों और तहसीलदारों के संगठन की शिकायत पर हुआ। परीक्षा के पहले ही यह जानकारी सामने आई कि पेपर लीक किया गया है, और चयनित 22 अभ्यर्थियों को एक स्थान पर बैठाकर परीक्षा ली गई थी।