टीटीई बनके सारनाथ एक्सप्रेस में कर रहा था वसूली... पकड़ा गया
Durg Fraud Case : दुर्ग से छपरा जा रही सारनाथ एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में यात्रियों का टिकट जांचते एक नकली टीटीई को पकड़ा गया। टीटीई बनके युवक वसूली कर रहा था।
दुर्ग से छपरा जा रही सारनाथ एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में यात्रियों का टिकट जांचते एक नकली टीटीई को पकड़ा गया। ट्रेन में चल रहे टीटीई स्टाफ से कन्फर्म करने के बाद उसे गिरफ्तार कर पेंड्रारोड जीआरपी को सौंपा गया। उसके विरुद्ध आपराधिक मामला पंजीबद्ध कर न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया। शनिवार को दुर्ग से छपरा जा रही सारनाथ एक्सप्रेस के एम-1-एम- 2, एस-1, एस-2 कोच में टिकट जांच कर रहे युवक पर यात्रियों को शक हुआ।
एक यात्री ने इसकी शिकायत दूसरे कोच के टीटीई से की। टीटीई ने उससे पूछताछ की। युवक शराब के नशे में था और काला कोट पहने हुए था। पहले तो ट्रेन में चल रहे टीटीई स्टाफ ने समझा कि उनका ही कोई साथी होगा, लेकिन नशे में होने की वजह से शक हुआ तो पूछताछ की। पता चला कि आरोपी युवक भिलाई पावर हाउस के जलेबी चौक का रहने वाला हामिद हुसैन पिता अहमद हुसैन (36 वर्ष) है।
वह काला कोट पहनकर यात्रियों से टीटीई बनकर वसूली कर रहा था। ट्रेन के उसलापुर से रवाना होने के बाद टीटीई स्टाफ ने ट्रेन में चल रहे आरपीएफ और जीआरपी की स्कार्टिंग टीम को बुलाया और युवक को उनके सुपुर्द किया। जीआरपी की टीम मैं केशव धृतलहरे, मुकेश धुर्वे व आरपीएफ की टीम से शमलेश यादव शामिल थे।
उन्होंने युवक को अपनी हिरासत में लेकर उसे पेंड्रारोड जीआरपी के सुपुर्द किया। टीटीई रवि कुमार शर्मा की शिकायत पर पेंड्रारोड जीआरपी ने हामिद हुसैन के विरुद्ध शून्य में अपराध पंजीबद्ध कर उसे बिलासपुर जीआरपी भेजा। जीआरपी बिलासपुर ने युवक के विरुद्ध धारा 204,205,318 एवं 319 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर कोर्ट में पेश किया।