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गरियाबंद। प्रधानमंत्री आवास योजना (PM Awas Yojana) के तहत जिले में की गई जियो टैगिंग में घोटाला सामने आया है। इस घोटाले से सामने आने से प्रशासनिक हलके में भूचाल आ गया है।
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सरकार ने उठाए सख्त कदम
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सुर्खियों में थे मरकाम
हैरान करने वाली बात यह है कि जीआर मरकाम को इस बार किसी और पद की जिम्मेदारी तक नहीं दी गई, जो प्रशासन की नाराज़गी का साफ संकेत है । जीआर मरकाम पहले से ही सुर्खियों में थे । ग्राम पंचायत सचिवों के सिंगल सिंगल तबादले को लेकर उनके फैसलों की कई बार आलोचना हुई ।
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आगे क्या होगा ?
सरकार ने सभी जिलों को निर्देश जारी कर दिए हैं कि हर जियो टैगिंग का फील्ड वेरिफिकेशन अनिवार्य रूप से किया जाएगा। इसके साथ ही समन्वयक की सेवा समाप्त करने के बाद दूसरे जिम्मेदारों की सूची भी तैयार की जा रही है। गरियाबंद का यह घोटाला सिर्फ डिजिटल जालसाजी का मामला नहीं रहा ।
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