/sootr/media/media_files/2025/09/24/cm-visit-raipur-market-2025-09-24-10-09-16.jpg)
Photograph: (the sootr)
जीएसटी (GST) दरों में हाल ही में की गई ऐतिहासिक कटौती ने पूरे देश में एक नई उम्मीद जगाई है। खासकर छत्तीसगढ़ में, जहां मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय खुद इस बदलाव का जायजा लेने के लिए सड़कों पर उतरे। उन्होंने रायपुर के एमजी रोड पर स्थित दुकानों और प्रतिष्ठानों का दौरा किया और सीधे दुकानदारों और ग्राहकों से बातचीत करके यह समझने की कोशिश की कि इस कटौती का उन पर क्या असर पड़ रहा है।
उनका यह कदम दर्शाता है कि सरकार सिर्फ नीतियां बनाने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह भी सुनिश्चित कर रही है कि उनका लाभ सही मायने में आम जनता तक पहुंचे।
जीएसटी (GST) दरों में बदलाव, जिसे "बचत उत्सव" के रूप में भी देखा जा रहा है, लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़ी 90% से ज्यादा चीजों को सस्ता कर रहा है। मुख्यमंत्री ने इस दौरान विभिन्न दुकानों पर जाकर न सिर्फ जीएसटी (GST) कटौती के बारे में जानकारी दी, बल्कि लोगों के चेहरों पर खुशी देखकर संतुष्टि भी जाहिर की। यह सरकार का एक सीधा और प्रभावी तरीका है यह जानने का कि उसकी नीतियों का प्रभाव क्या हो रहा है।
ग्राहकों को मिली बड़ी राहत, व्यापार में भी आई तेजी
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जब एमजी रोड पर इलेक्ट्रॉनिक्स और अन्य सामानों की दुकानों का दौरा किया, तो उन्हें ग्राहकों से बेहद सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली। इलेक्ट्रॉनिक्स स्टोर पर खरीदारी करने आईं ऋचा ठाकुर, जो एक हॉस्टल चलाती हैं, ने बताया कि जीएसटी में कटौती से उन्हें कितनी बड़ी बचत हुई।
उन्होंने कहा, मैं हॉस्टल के लिए 5 एसी खरीदने आई थी। पहले एक एसी की कीमत ₹35,000 थी, लेकिन अब जीएसटी घटने के बाद यह ₹30,000 में मिल रहा है। इससे मुझे एक बार में ही ₹25,000 की बचत हुई। यह उदाहरण साफ दिखाता है कि जीएसटी (GST) कटौती का लाभ छोटे व्यवसायी से लेकर आम उपभोक्ता तक को मिल रहा है।
इसी तरह, एक अन्य दुकानदार, मोहन नेभानी ने बताया कि जीएसटी (GST) दरों में कटौती के बाद से उनकी बिक्री में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा, अब ग्राहक हर सामान पर 1,000 से 2,000 रूपए तक की बचत कर रहे हैं, जिससे उनकी खरीदारी में रुचि बढ़ी है।
यह न केवल उपभोक्ताओं के लिए फायदेमंद है, बल्कि इससे देश की अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा। जब लोग अधिक खरीदारी करेंगे, तो बाजार में पैसे का प्रवाह बढ़ेगा, जिससे व्यापार में तेजी आएगी और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।
यह खबरें भी पढ़ें...
GST शिकायत : बदलाव के बाद भी मिल रहा महंगा सामान, तो कहां-कैसे करें शिकायत? पूरी जानकारी
GST दरों में कटौती पर व्यापारियों से बातचीत करेंगे सीएम मोहन यादव, ऐसा रहेगा आज का पूरा कार्यक्रम
लोहा और इस्पात उद्योग पर जीएसटी का प्रभाव
सिर्फ खुदरा व्यापार ही नहीं, बल्कि बड़े उद्योगों पर भी जीएसटी ( GST Reforms 2025) कटौती का सकारात्मक प्रभाव देखा जा रहा है। मुख्यमंत्री ने वंदना इस्पात लिमिटेड (Vandana Ispat Limited) के डायरेक्टर सुभाष अग्रवाल से भी मुलाकात की।
व्यापारी सुभाष अग्रवाल ने बताया कि लोहा और इस्पात उद्योग पर लगे 400 रुपए प्रति टन सेस (Cess) को हटाकर उसे जीएसटी (GST) में शामिल कर दिया गया है। इससे लोहे के उत्पादन की लागत में प्रति टन ₹600 की कमी आएगी। इसका सीधा फायदा ग्राहकों को मिलेगा, जिससे कीमतों में कमी आएगी और व्यापार बढ़ेगा।
इस तरह के बदलावों से न केवल उद्योग जगत में सकारात्मकता का संचार हो रहा है, बल्कि इससे सरकार के प्रति व्यापारियों और उपभोक्ताओं का भरोसा भी बढ़ रहा है। सरकार का यह कदम आर्थिक सुधार (economic reforms) और बाजार प्रोत्साहन (market stimulation) की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
जीएसटी दरों की वास्तविक स्थिति और मुख्यमंत्री की चर्चाको ऐसे समझें जीएसटी दरों में कमी से आम जनता को राहत: जीएसटी में कटौती के बाद 90% से ज़्यादा ज़रूरत की चीज़ें सस्ती हो गई हैं, जिससे लोगों को खरीददारी में बचत हो रही है। मुख्यमंत्री ने बाज़ार का दौरा कर लिया जायज़ा: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने रायपुर के एमजी रोड पर स्थित दुकानों का दौरा किया और दुकानदारों व ग्राहकों से सीधे बातचीत कर इस बदलाव के प्रभाव को समझा। ग्राहकों को मिली बड़ी बचत: एक हॉस्टल संचालक ने मुख्यमंत्री को बताया कि 5 एसी खरीदने पर उन्हें ₹25,000 की बचत हुई, जिससे यह स्पष्ट होता है कि कटौती का सीधा लाभ उपभोक्ताओं को मिल रहा है। व्यापार में आई तेज़ी: दुकानदारों ने मुख्यमंत्री को बताया कि जीएसटी दरें घटने से ग्राहकों की संख्या और बिक्री दोनों में बढ़ोतरी हुई है, जिससे व्यापार में नई जान आई है। उद्योगों को भी फायदा: वंदना इस्पात लिमिटेड के डायरेक्टर ने जानकारी दी कि स्टील और कोयले पर लगने वाला सेस (Cess) हटाए जाने से उत्पादन लागत कम हुई है, जिसका सीधा फायदा ग्राहकों को मिलेगा। |
बचत उत्सव: एक नई पहल
मुख्यमंत्री साय ने बाजार भ्रमण के दौरान दुकानों पर "बचत उत्सव" के स्टीकर भी चिपकाए। यह एक अनूठी पहल है, जिसका उद्देश्य लोगों को यह बताना है कि जीएसटी (GST) कटौती से वे कितनी बचत कर सकते हैं। यह उत्सव व्यापारियों और ग्राहकों दोनों के लिए एक खुशी का मौका है, जहां व्यापार में तेजी आने और उपभोक्ताओं को बचत का लाभ मिलने का संयोग बना है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जयस्तंभ चौक से शारदा चौक तक का दौरा किया और दुकानदारों से बात की। उन्होंने यह भी कहा कि जीएसटी (GST) दरों में ऐतिहासिक कटौती और नवरात्रि पर्व का यह संयोग व्यापार और उपभोक्ताओं दोनों के लिए एक बड़ा उत्सव है। इस दौरे में उनके साथ वन मंत्री केदार कश्यप और अन्य भाजपा पदाधिकारी भी मौजूद थे। सरकार और पार्टी मिलकर इस बड़े बदलाव को सफल बनाने में जुटी हैं।
यह खबरें भी पढ़ें...
जीएसटी रिफॉर्म के बाद कारों की बिक्री में जबरदस्त उछाल, एक दिन में बिक गई करीब 30,000 कार
28% जीएसटी चुकाने वाले उपभोक्ताओं को वापस मिले अतिरिक्त राशि: जीतू पटवारी
जीएसटी कटौती के मुख्य लाभ
रोजमर्रा की चीजों में बचत: 90% से ज्यादा घरेलू सामान अब सस्ते हो गए हैं।
व्यापार में तेजी: दुकानदारों की बिक्री बढ़ी है और ग्राहकों की संख्या में भी इजाफा हुआ है।
बड़े उद्योगों को लाभ: लोहा, इस्पात और अन्य उद्योगों पर से सेस हटाकर लागत कम की गई है।
उपभोक्ता का भरोसा बढ़ा: सरकार के कदम से ग्राहकों को सीधे लाभ मिल रहा है, जिससे उनका भरोसा मजबूत हुआ है।
आर्थिक विकास: अधिक खरीदारी और व्यापार में तेजी से देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।
आर्थिक विकास और रोजगार के नए अवसर
जीएसटी (GST) दरों को कम करने का फैसला केवल चीजों को सस्ता करने के लिए नहीं लिया गया है। यह फैसला आर्थिक विकास को बढ़ावा देने और रोजगार के नए अवसर पैदा करने के लिए लिया गया है। जब व्यापार बढ़ता है, तो नए-नए काम शुरू होते हैं और पहले से चल रहे व्यापार भी आगे बढ़ते हैं। इससे न सिर्फ आर्थिक गतिविधियां तेज होती हैं, बल्कि समाज में भी खुशहाली आती है।
सरकार और जनता के बीच की दूरी कम
यह सब इस बात का सबूत है कि सरकार सिर्फ एक मजबूत टैक्स सिस्टम (कर प्रणाली) बनाने पर ही ध्यान नहीं दे रही है, बल्कि यह भी पक्का कर रही है कि उसका फायदा सीधे जनता को मिले। मुख्यमंत्री का खुद बाजार जाकर हालात देखना इसी सोच को दिखाता है। यह एक ऐसा कदम है, जो सरकार और आम जनता के बीच की दूरी को कम करता है और एक पारदर्शी एवं जिम्मेदार सरकार की स्थापना करता है।
निष्कर्ष
जीएसटी में हाल ही में हुए बदलावों से छत्तीसगढ़ में एक सकारात्मक माहौल बना है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का खुद बाजार जाकर यह देखना कि उनकी नीतियां किस तरह से काम कर रही हैं, यह साबित करता है कि सरकार अपने फैसलों को जमीन पर उतारने के लिए कितनी गंभीर है।
ग्राहकों और व्यापारियों, दोनों की प्रतिक्रियाएं बताती हैं कि यह फैसला सही था। इससे लोगों को आर्थिक राहत मिली है और व्यापार में भी नई जान आई है, जिससे देश की आर्थिक तरक्की में मदद मिलेगी।