लू-डिहाइड्रेशन का बढ़ा खतरा... 48 घंटे में 62 मरीज सिम्स में भर्ती

तापमान 44 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच चुका है और इसकी चपेट में आकर लू व डिहाइड्रेशन की चपेट में लोग आ रहे हैं। बीते दो दिनों में ही सिम्स में 62 मरीज भर्ती किए गए हैं

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Kanak Durga Jha
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heat stroke dehydration 62 patients admitted SIMS 48 hours
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गर्मी ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। तापमान 44 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच चुका है और इसकी चपेट में आकर लू व डिहाइड्रेशन की चपेट में लोग आ रहे हैं। बीते दो दिनों में ही सिम्स में 62 मरीज भर्ती किए गए हैं, जो तेज गर्मी से गंभीर रूप से प्रभावित हुए हैं। इसमें सबसे अधिक असर बुजुर्गों, बच्चों और बीमार लोगों पर पड़ रहा है। स्थिति को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है और आमजन को सतर्क रहने की सलाह दी है। 

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घरों में कैद होना अब जरूरी

बिलासपुर जिला समेत पूरे छत्तीसगढ़ में तापमान लगातार बढ़ रहा है। सोमवार को सिम्स में तेज गर्मी से बीमार 37 मरीज भर्ती हुए थे, वहीं दूसरे दिन मंगलवार को 25 से अधिक मरीज भर्ती हुए। तेज गर्मी से इनकी तबीयत बिगड़ रही है। दिन के समय सड़कें सुनसान हो रही हैं और लोग धूप से बचने के लिए घरों में कैद होते नजर आ रहे हैं। बीते कुछ दिनों में जिले का तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है।

इस चिलचिलाती गर्मी और गर्म हवाओं के कारण सैकड़ों लोग लू, डिहाइड्रेशन, सिरदर्द, चक्कर और कमजोरी जैसी समस्याओं का शिकार हो रहे हैं। पिछले दो दिनों से गर्मी से बीमार पड़ने वाले लोग सिम्स और जिला अस्पताल पहुंच रहे हैं। इसके अलावा प्राइवेट अस्पतालों में भी लू की चपेट में आने वाले मरीज पहुंच रहे हैं। यानी शहर में हर रोज तेज गर्मी से सैकड़ों लोग बीमार पड़ रहे हैं।  

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सिम्स प्रबंधन ने जारी किया अलर्ट 

तेज गर्मी को लेकर सिम्स प्रबंधन ने अलर्ट जारी कर दिया है। सिम्स प्रबंधन ने मरीजों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए अतिरिक्त बेड और कूलिंग उपकरणों की व्यवस्था शुरू कर दी है। साथ ही, स्वास्थ्यकर्मियों की अतिरिक्त ड्यूटी लगाई गई है ताकि किसी भी मरीज को तुरंत इलाज मिल सके। डॉक्टरों ने आम जनता से अपील की है कि अत्यधिक गर्मी के समय दोपहर 12 से 4 बजे तक बाहर निकलने से बचें, अधिक मात्रा में पानी पिएं और शरीर को ढंककर ही निकलें। 

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FAQ

छत्तीसगढ़ में गर्मी के कारण कितने मरीज अस्पताल में भर्ती हुए हैं और किन लोगों पर इसका सबसे ज्यादा असर हो रहा है?
बीते दो दिनों में सिम्स (बिलासपुर) में 62 मरीज तेज गर्मी और लू की चपेट में आकर भर्ती किए गए हैं। इसका सबसे ज्यादा असर बुजुर्गों, बच्चों और पहले से बीमार लोगों पर पड़ रहा है।
स्वास्थ्य विभाग और सिम्स प्रबंधन ने क्या कदम उठाए हैं?
स्वास्थ्य विभाग ने हीट वेव को लेकर अलर्ट जारी किया है। वहीं सिम्स प्रबंधन ने अतिरिक्त बेड, कूलिंग उपकरण और स्वास्थ्यकर्मियों की ड्यूटी लगाई है ताकि मरीजों को तुरंत इलाज मिल सके।
डॉक्टरों ने जनता को गर्मी से बचने के लिए क्या सलाह दी है?
डॉक्टरों ने लोगों को दोपहर 12 से 4 बजे तक बाहर निकलने से बचने, अधिक मात्रा में पानी पीने और शरीर को ढंककर बाहर निकलने की सलाह दी है। इससे लू, डिहाइड्रेशन और सिरदर्द जैसी समस्याओं से बचा जा सकता है।

 

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