बस्तर में लगेगा ऐतिहासिक मेला... मां दंतेश्वरी की होगी पूजा
बस्तर की आराध्य देवी मां दंतेश्वरी का छत्र 3 मई को गीदम लाया जाएगा। छत्र की नगर परिक्रमा करवाई जाएगी। 3 दिनों तक सांस्कृतिक कार्यक्रम और भजन कीर्तन का भी आयोजन होगा।
बस्तर की आराध्य देवी मां दंतेश्वरी का छत्र 3 मई को गीदम लाया जाएगा। छत्र की नगर परिक्रमा करवाई जाएगी। 3 दिनों तक सांस्कृतिक कार्यक्रम और भजन कीर्तन का भी आयोजन होगा। वहीं दंतेवाड़ा 3, 4 और 5 मई को मेला लगेगा। इस ऐतिहासिक मेले के लिए नगर पंचायत ने 10 लाख रुपए का बजट रखा है। देवी के छत्र को पुराना बाजार स्थित सार्वजनिक गणेश उत्सव समिति के भवन में रखा जाएगा। भक्त यहीं आकर देवी का दर्शन कर सकेंगे। दरअसल, 18 अप्रैल को गीदम नगर पंचायत में मेला समिति की बैठक हुई थी। जिसमें यह फैसला लिया गया है और जिला प्रशासन ने पैसे की डिमांड की है।
वहीं पास में स्थित कला मंच में 3 दिनों तक सांस्कृतिक कार्यक्रम चलेगा, भजन कीर्तन भी होंगे। मीना बाजार के लिए अब तक जगह तय नहीं हो पाई है। पुराना बस स्टैंड के सामने सड़क किनारे स्थित मैदान या फिर हाई स्कूल मैदान इन दोनों में से कोई एक जगह निर्धारित की जा सकती है। यहीं दुकानें लगेंगी, झूले लगेंगे।
अध्यक्ष बोले- ऐतिहासिक है मेला
गीदम नगर पंचायत अध्यक्ष रजनीश सुराना ने कहा कि, गीदम का मेला बेहद ऐतिहासिक है। क्योंकि देवी मां दंतेश्वरी का छत्र मेला में आता है। शहर का माहौल भक्तिमय हो जाता है। वहीं सालों से यह परंपरा भी चली आ रही है। मेला में शहर की जनता और पुलिस प्रशासन का भी भरपूर सहयोग रहता है। दंतेश्वरी माता मंदिर के पुजारी लोकेंद्र नाथ का कहना है की मां दंतेश्वरी का फागुन मेला बस्तर दशहरा के समय ही मंदिर से निकलता है। इसके अलावा गीदम मेला में ही देवी शामिल होने जाती हैं। सालों से ये परंपरा चली आ रही है।
मां दंतेश्वरी का छत्र गीदम कब लाया जाएगा और कहाँ रखा जाएगा?
मां दंतेश्वरी का छत्र 3 मई को गीदम लाया जाएगा। इसे पुराना बाजार स्थित सार्वजनिक गणेश उत्सव समिति के भवन में रखा जाएगा, जहाँ भक्त देवी का दर्शन कर सकेंगे।
गीदम मेला कितने दिन चलेगा और इसमें क्या-क्या आयोजन होंगे?
गीदम मेला 3, 4 और 5 मई को तीन दिनों तक चलेगा। इसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम, भजन-कीर्तन और नगर परिक्रमा जैसे आयोजन होंगे। इसके अलावा दुकानें और झूले लगाने के लिए मीना बाजार भी लगाया जाएगा।
गीदम नगर पंचायत ने मेले के लिए कितने रुपए का बजट तय किया है और मेला क्यों ऐतिहासिक माना जाता है?
गीदम नगर पंचायत ने इस ऐतिहासिक मेले के लिए 10 लाख रुपए का बजट तय किया है। यह मेला ऐतिहासिक इसलिए माना जाता है क्योंकि मां दंतेश्वरी का छत्र इसमें शामिल होता है, और यह सालों पुरानी परंपरा है जिसे श्रद्धा और भक्ति के साथ निभाया जाता है।
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