छत्तीसगढ़ के पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्याकांड का मामला लोकसभा में उठा। छत्तीसगढ़ में पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर सांसद चंद्रशेखर ने संसद में सवाल उठाया। यूपी की नगीना लोकसभा सीट से सांसद चन्द्रशेखर आजाद का कहना है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने पर पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या की गई।
उनका कहना है कि राज्य में पत्रकार सुरक्षित नहीं हैं। ऐसे में कौन पत्रकारिता करेगा। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ के बस्तर इलाके के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की रोड ठेकेदार ने हत्या कर दी थी। पुलिस ने इस मामले में आरोपी ठेकेदार, उसके भाई सहित अन्य को गिरफ्तार किया है।
सेप्टिक टैंक में मिली थी पत्रकार की लाश
छत्तीसगढ़ के बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर एक जनवरी 2025 की शाम से लापता थे। इसकी शिकायत परिजनों ने बीजापुर पुलिस से की थी। इस शिकायत के बाद मुकेश चंद्राकर की लगातार तलाश की जा रही थी।
मुकेश की लाश एक ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के परिसर में सेप्टिक टैंक के अंदर मिली थी। लाश काफी फूल चुकी थी, उनके कपड़ों से पहचान की गई है। दरअसल, मुकेश चंद्रकार बीजापुर में पिछले कई सालों से पत्रकारिता कर रहे थे। पुलिस के मुताबिक वे 1 जनवरी की शाम टी-शर्ट और शॉर्ट्स में ही घर से बाहर निकले थे। कुछ देर के बाद उनका फोन बंद हो गया था।
जब रात तक घर नहीं लौटे तो उनके भाई और पत्रकार युकेश चंद्रकार ने करीबियों के घर, शहर में अलग-अलग जगह पता लगाया, लेकिन मुकेश चंद्राकर की कोई खबर नहीं मिली। इसके बाद भाई युकेश चंद्रकार ने पुलिस थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी।
इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी ठेकेदार सुरेश चंद्राकर को गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के अनुसार ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के रोड निर्माण के भ्रष्टाचार को उजागर करने पर वह नाराज हो गया था और उसने मुकेश की हत्या करा दी।