कवर्धा सरकारी कॉलेज में 1.22 करोड़ रुपए का गबन, प्रिंसिपल और सहायक पर FIR दर्ज

कवर्धा के शासकीय पीजी कॉलेज में ₹1.22 करोड़ के गबन का खुलासा, जांच में पूर्व प्राचार्य और सहायक दोषी पाए गए, FIR दर्ज करने के निर्देश जारी।

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Harrison Masih
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Kawardha Government College 1.22 crore Embezzlement FIR against principal the sootr
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छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले से एक बड़े वित्तीय घोटाले का मामला सामने आया है। आचार्य पंथ श्री गंध मुनि नाम साहेब शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में ₹1.22 करोड़ से अधिक के गबन की पुष्टि हुई है। यह खुलासा उच्च शिक्षा संचालनालय द्वारा गठित जांच समिति की रिपोर्ट में हुआ है। इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद शैक्षणिक संस्थानों में वित्तीय पारदर्शिता को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।

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जांच समिति की रिपोर्ट ने किया खुलासा

इस मामले की जांच डॉ. आर.एस. खेर, प्राचार्य, शासकीय मदनलाल शुक्ल स्नातकोत्तर महाविद्यालय, सीपत (बिलासपुर) के नेतृत्व में गठित समिति ने की। जांच के दौरान समिति ने पाया कि महाविद्यालय के तत्कालीन प्राचार्य डॉ. बी.एस. चौहान और सहायक ग्रेड-2 प्रमोद वर्मा ने मिलकर कॉलेज के फंड से ₹1,22,69,125 (एक करोड़ बाईस लाख उनहत्तर हजार एक सौ पच्चीस) रुपए का गबन किया।

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आरोपी अधिकारी निलंबित, FIR के आदेश

घोटाले में संलिप्तता की पुष्टि होने के बाद दोनों अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। उच्च शिक्षा संचालनालय ने महाविद्यालय के वर्तमान प्राचार्य को निर्देश दिया है कि:

दोनों आरोपियों के खिलाफ स्थानीय पुलिस थाने में FIR दर्ज करवाई जाए।

FIR से संबंधित सभी आवश्यक दस्तावेजों की जानकारी संचालनालय को भेजी जाए।

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कैसे हुआ गबन?

हालांकि विस्तृत विवरण जांच रिपोर्ट में नहीं सार्वजनिक किया गया है, लेकिन प्रारंभिक जानकारी के अनुसार गबन महाविद्यालय के विभिन्न वित्तीय मदों से हेरफेर और फर्जीवाड़े के जरिए किया गया। इसमें छात्रवृत्ति, विकास निधि और अन्य अकादमिक एवं प्रशासनिक खर्चों से जुड़े लेनदेन शामिल हो सकते हैं।

शिक्षा संस्थानों में पारदर्शिता पर सवाल

यह मामला शासकीय शैक्षणिक संस्थानों में वित्तीय अनुशासन और निगरानी की कमी को उजागर करता है। करोड़ों के इस घोटाले ने यह सवाल खड़ा किया है कि आखिर इतने लंबे समय तक बिना किसी निगरानी के इतनी बड़ी धनराशि कैसे गबन की जा सकती है।

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  • 1.22 करोड़ रुपये का गबन – कवर्धा के शासकीय पीजी कॉलेज में करोड़ों की वित्तीय अनियमितता उजागर हुई है।

  • जांच रिपोर्ट में खुलासा – उच्च शिक्षा संचालनालय की जांच समिति ने गबन की पुष्टि की है।

  • दो अधिकारी निलंबित – तत्कालीन प्राचार्य डॉ. बी.एस. चौहान और सहायक ग्रेड-2 प्रमोद वर्मा को गबन का दोषी पाया गया है।

  • एफआईआर के निर्देश – जांच के बाद दोनों आरोपियों पर पुलिस में FIR दर्ज करने का आदेश दिया गया है।

  • दस्तावेजों के साथ कार्रवाई – वर्तमान प्राचार्य को कार्रवाई की जानकारी दस्तावेजों सहित उच्च शिक्षा संचालनालय को देने को कहा गया है।

 

कवर्धा का प्रमुख शैक्षणिक संस्थान रहा केंद्र में

आचार्य पंथ श्री गंध मुनि नाम साहेब महाविद्यालय कवर्धा का एक प्रमुख स्नातकोत्तर शासकीय महाविद्यालय है, जहां बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। इस घोटाले से छात्रों के हितों पर भी नकारात्मक असर पड़ने की संभावना है।

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