रायपुर. बीमा पॉलिसी के बहाने 70 लाख की ठगी करने वाले बदमाशों को पुलिस ने आखिरकार पकड़ ही लिया। दिल्ली के नोएडा से 14 आरोपियों को गिरफ्तार कर रायपुर लाई है बदमाशों तक पहुंचने के लिए पुलिस को क्या-क्या पापड़ बेलने पड़े यानी कि पुलिस को किस प्रकार योजना बनानी पड़ी आइए आपको बताते हैं।
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क्या है मामला
संजय नगर रायपुर के रहने वाले पीड़ित बिजली कंपनी के एक रिटायर्ड अधिकारी ने टिकरापारा थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी कि रामकृष्ण वर्मा और पुनीत जोशी नाम के व्यक्तियों ने साल 2016 में उसे अलग-अलग नंबरों से फोन कर ठगी की वारदात को अंजाम दिया था। ठगों ने उसे पुरानी बीमा पॉलिसी के जगह पर नई बीमा पॉलिसी दिलाने की बात की थी।
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अच्छे रिटर्न दिलाने का झांसा देकर ठगी
साथ ही ठगों ने फरियादी को रिटायरमेंट के समय मिलने वाले पैसों में अच्छे रिटर्न मिलने का झांसा दिया था। इसके बाद ठगों(thugs) ने फर्जी कागज तैयार कर साल 2017 से 5 अलग-अलग बैंकों में 70 लाख रुपए ट्रांजेक्शन करवा कर पीड़ित से वसूल लिए थे। जब पीड़ित उनसे पैसे की वापस मांग की तो उन्होंने अपना मोबाइल नंबर बंद कर दिया।
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ऐसे मिली सफलता
कॉल नंबर ट्रैस करने के बाद पुलिस ने इन नंबरों की डिटेल निकाली। ये नंबर नोएडा के निकले। इसके बाद पुलिस( police) की एक टीम ने नोएडा में डेरा डाला और नंबरों के एड्रेस की तलाश शुरू की। चूंकि, फरियादी को फोन कॉल सेंटर से किए गए थे तो पुलिस वाले बेरोजगार बनकर नोएडा के कॉल सेंटर्स में काम मांगने निकलते थे। रहने के लिए कमरा भी किराए पर लिए। पड़ताल के दौरान ऐसे ही एक कॉल सेंटर में काम मांगने पहुंचे तो अंदर का नजारा देख उन्हें मामला समझ में आ गया और पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
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इन्हें किया गिरफ्तार
इस मामले में नोएडा से रवि चौहान, मंजेश कुमार, मनोज कुमार शर्मा, दिव्या कुमार, ऋषभ चौहान, नीतीश कुमार, नीरज सिंह, तारक विश्वास, विनीत कुमार, मोनू, नजीम मंसूरी, रंजीत कुमार, मोहनीश बावनकर, अरुण सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक, आरोपियों से पूछताछ में आगे कई और खुलासे होंगे।