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Local body elections 2025 : स्थानीय निकाय चुनाव में बागियों ने बीजेपी और कांग्रेस दोनों का गणित बिगाड़ दिया है। बड़े नेताओं के भाई, बहन, भतीजों ने ही बगावत का झंड़ा उठा लिया है। पीसीसी चीफ दीपक बैज की बहन और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष का भतीजा भी पार्टी उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरे हैं।
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दीपक बैज की बहन अनीता पोयाम जगदलपुर जिला पंचायत सदस्य के लिए पार्टी की अधिकृत उम्मीदवार के खिलाफ मैदान में हैं। वहीं, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव के भतीजे मनोज सिंहदेव सुकुमा नगर पालिका के लिए निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में हैं। पार्टी ने इनको बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
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बीजेपी में 45 उम्मीदवारों को किया बाहर
छत्तीसगढ़ में निकाय चुनाव से पहले ही पार्टी के कलह सामने आ रहे है। दुर्ग में बीजेपी ने पार्टी लाइन से बाहर जाकर अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले बागियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष किरणदेव सिंह ने ऐसे सभी प्रत्याशियों को 6 साल के लिए पार्टी से निकाल दिया है। दुर्ग जिले में ऐसे 45 प्रत्याशियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। दुर्ग के जिला बीजेपी अध्यक्ष सुरेंद्र कौशिक ने बताया कि पार्षद का बागी चुनाव लड़ने वालों में दुर्ग नगर निगम क्षेत्र से 30 लोगों का निष्कासन किया गया है। इसी तरह नगर पालिका और नगर पंचायतों से 11 लोगों का निष्कासन हुआ है।
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कांग्रेस ने 50 को दिखाया बाहर का रास्ता
कांग्रेस के नगरीय निकाय चुनाव का समीकरण बागी नेताओं ने बिगाड़ दिया है। ऐसे नेताओं व कार्यकर्ताओं के खिलाफ कांग्रेस ने भी सख्त रूख अपनाया है। कांग्रेस ने बिलासपुर के 50 कांग्रेसियों को पार्टी से 6 साल के निष्कासित कर दिया है। इसमें शहर कांग्रेस कमेटी के वार्डों के 14 तो ग्रामीण कांग्रेस कमेटी के वार्डों के 8 नेता शामिल हैं, जो नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायत में बागी होकर निर्दयलीय चुनाव लड़ रहे हैं।
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