मंत्री केदार कश्यप पर सर्किट हाउस कर्मचारी से मारपीट का आरोप, मंत्री बोले –आरोप गलत

छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में वन एवं परिवहन मंत्री केदार कश्यप पर सर्किट हाउस के एक कर्मचारी ने मारपीट का आरोप लगाया है। कर्मचारी का कहना है कि मंत्री ने सर्किट हाउस का दरवाजा देर से खुलने पर नाराज होकर उसके साथ मारपीट की।

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Krishna Kumar Sikander
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Minister Kedar Kashyap accused of assaulting a circuit house employee the sootr
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छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में सर्किट हाउस को लेकर एक नया विवाद सुर्खियों में है। वन एवं परिवहन मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता केदार कश्यप पर सर्किट हाउस के एक कर्मचारी ने मारपीट का गंभीर आरोप लगाया है। यह मामला तब सामने आया, जब मंत्री अपने दौरे से लौटकर सर्किट हाउस पहुंचे और कथित तौर पर कर्मचारियों पर दरवाजा देर से खोलने को लेकर नाराज हो गए।

हालांकि, मंत्री कश्यप ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे "पूरी तरह झूठा और आधारहीन" बताया है। इस मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया है, जिसमें कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है, जबकि BJP ने अपने नेता का बचाव किया है।

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क्या है पूरा मामला?

जानकारी के अनुसार, घटना उस समय की है जब केदार कश्यप अपने दौरे से लौटकर जगदलपुर सर्किट हाउस पहुंचे। वहां मौजूद BJP कार्यकर्ताओं को बाहर इंतजार करते देखकर मंत्री ने नाराजगी जताई। सर्किट हाउस के कर्मचारी पर आरोप है कि उसने दरवाजा खोलने में देरी की, जिसके बाद मंत्री ने कर्मचारियों को कथित तौर पर डांटा।

कर्मचारी ने दावा किया कि मंत्री ने उनके साथ मारपीट की। दूसरी ओर, मंत्री कश्यप ने स्पष्ट किया कि उन्होंने केवल कर्मचारियों को उनकी लापरवाही के लिए डांटा था और मारपीट का कोई सवाल ही नहीं उठता।मंत्री ने अपने बयान में कहा, "हमारे कार्यकर्ता हमारे लिए देवतुल्य हैं, और उनका अपमान किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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कांग्रेस के चमचों की तुलना हमारे कार्यकर्ताओं से नहीं हो सकती। पूर्व मंत्री कवासी लखमा के साथ जिस तरह उनके परिवार ने हमारे कार्यकर्ताओं के साथ बदतमीजी की, उसे सुधारने की जरूरत है।"

कांग्रेस का पलटवार, दर्ज हुई शिकायत

इस घटना पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर ट्वीट कर कहा, "निचले स्तर के कर्मचारियों के साथ मारपीट एक गंभीर और निंदनीय कृत्य है।" कांग्रेस नेताओं ने पीड़ित कर्मचारी के साथ जगदलपुर कोतवाली में पहुंचकर इस मामले में लिखित शिकायत दर्ज की। कांग्रेस ने इसे मुद्दा बनाते हुए सरकार पर हमला बोला और इसे "सत्ता के दुरुपयोग" का उदाहरण बताया।

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BJP बोली "आरोप झूठे, मंत्री का सम्मानजनक रवैया"

घटना के समय सर्किट हाउस में मौजूद BJP कार्यकर्ता कीर्ति पाढ़ी ने बताया कि जब मंत्री कश्यप सर्किट हाउस पहुंचे, तो वे और कुछ अन्य वरिष्ठ कार्यकर्ता बाहर बैठकर उनकी प्रतीक्षा कर रहे थे। कार्यकर्ता विजय पांडे ने बताया कि कर्मचारियों ने यह कहकर दरवाजा नहीं खोला कि "मंत्री जी नहीं आए हैं।" इससे नाराज होकर कश्यप ने सर्किट हाउस की व्यवस्था पर सवाल उठाए और जिम्मेदार कर्मचारियों व अधिकारियों को हटाने की बात कही।

कीर्ति ने कर्मचारी के मारपीट के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा, "यह पूरी तरह झूठा है। मंत्री जी ने केवल व्यवस्था में सुधार की बात की। सरकार बदलने के बाद भी कुछ लोग पुरानी व्यवस्था को बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं। मंत्री कश्यप का कार्यकर्ताओं के प्रति समर्पण और सम्मान प्रेरणादायक है।"

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मंत्री कश्यप का बयान : "कांग्रेस मुद्दाविहीन, फैला रही अफवाह"

मंत्री केदार कश्यप ने इस पूरे मामले को कांग्रेस की साजिश करार दिया। उन्होंने कहा, "कांग्रेस मुद्दाविहीन हो चुकी है और इस तरह के झूठे आरोप लगाकर जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। मैंने केवल सर्किट हाउस की अव्यवस्था पर नाराजगी जताई थी। हमारे कार्यकर्ताओं का सम्मान मेरे लिए सर्वोपरि है, और इसके खिलाफ कोई भी कृत्य बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।"

विवाद के पीछे की पृष्ठभूमि

जानकारी के अनुसार, सर्किट हाउस की व्यवस्था को लेकर पहले भी कई बार शिकायतें सामने आ चुकी हैं। BJP कार्यकर्ताओं का आरोप है कि कुछ कर्मचारी, जो लंबे समय से सर्किट हाउस में तैनात हैं, पुरानी सरकार के प्रभाव में काम करते हैं। इस घटना को लेकर यह भी चर्चा है कि सर्किट हाउस की व्यवस्था को और पारदर्शी करने की जरूरत है।

मंत्री-कर्मचारी विवाद ने लिया राजनीतिक रंग 

यह विवाद अब पूरी तरह राजनीतिक रंग ले चुका है। कांग्रेस इस मामले को लेकर सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश कर रही है, जबकि BJP अपने नेता के समर्थन में खड़ी है। जगदलपुर कोतवाली में दर्ज शिकायत के आधार पर पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। इस बीच, यह देखना होगा कि यह विवाद किस दिशा में जाता है और क्या यह छत्तीसगढ़ की सियासत में नया मोड़ लाता है।

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