/sootr/media/media_files/2025/02/14/S6TazPTXSYlITX25aYyM.jpg)
Municipal body election result 2025 : छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव निपट गए हैं। हालांकि अभी वोटिंग ही हुई है और नतीजे आना बाकी हैं। लेकिन वोटिंग के बाद चुनावों को लगभग निपटा हुआ ही माना जाता है। अब सबकी निगाहें 15 फरवरी यानी शनिवार के दिन पर लगी हैं जब ईवीएम नेताओं का राजनीतिक भविष्य उगलेगी।
शनि की मेहरबानी किस पर होगी यह बड़ा सवाल है। छत्तीसगढ़ के 9 जिलों में महिलाओं की मेहरबानी से विजेता का नाम सामने आएगा। वहीं 24 जिलों में पुरुष मतदाता भारी पड़े हैं। राजनीतिक दलों के अंदरखाने जो वोटिंग के बाद का फीडबैक आया है उसमें जीत_हार के संकेत दिखाई दिए हैं। 10 नगर निगम में से 8 पर बीजेपी भारी नजर आ रही है तो कांग्रेस ने 2 नगर निगमों से उम्मीद लगाए हुए है। आइए आपको बताते हैं मतदान और हार जीत के समीकरण।
ये खबर भी पढ़ें... छत्तीसगढ़ में विभागीय परीक्षा का गृह विभाग ने जारी किया शेड्यूल
ईवीएम खोलेगी 10 हजार की किस्मत का ताला
निकाय चुनाव की वोटिंग के साथ ही 10 हजार से ज्यादा लोगों की किस्मत का ताला 15 फरवरी को ईवीएम खोलने वाली है। ईवीएम में 990 मेयर और नगर पालिका अध्यक्ष तो 9492 पार्षद उम्मीदवारों यानी कुल 10 हजार 82 लोगों का राजनीतिक भविष्य ईवीएम में कैद है। 33 जिलों में हुई वोटिंग का आंकड़ा देखें तो 9 जिलों में महिलाओं की वोटिंग पुरुषों से ज्यादा रही है। वहीं 24 जिलों में महिलाओं की अपेक्षा पुरुष वोटर ने मतदान का प्रयोग ज्यादा किया। यानी साफ है कि 9 जिलों में महिलाओं ने जिसे वोट दिया होगा वही विजेता होगा। राजनीतिक दल वोटिंग के इस गणित को समझने में जुट गए हैं।
ये खबर भी पढ़ें... छत्तीसगढ़ में विभागीय परीक्षा का गृह विभाग ने जारी किया शेड्यूल
इन जिलों में महिलाओं की वोटिंग ज्यादा
रायगढ़
महेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर
खैरागढ़-छुईखदान
बालोद
बस्तर
कोंडागांव
सुकमा
नारायणपुर
बीजापुर
इन जिलों में पुरषों की वोटिंग ज्यादा
बिलासपुर
जीपीएम
मुंगेली
जांजगीर चांपा
कोरबा
सक्ती
सारंगढ़
सूरजपुर
बलरामपुर
सरगुजा
कोरिया
जशपुर
रायपुर
गरियाबंद
बलौदाबाजार
महासमुंद
धमतरी
दुर्ग
बेमेतरा
राजनांदगांव
मोहला मानपुर
कबीरधाम
कांकेर
दंतेवाड़ा
बीजेपी 8 तो कांग्रेस 2 नगर निगम में भारी
10 नगर निगमों में जीत हार की बात करें तो 8 पर बीजेपी और 2 नगर निगम में कांग्रेस का पलड़ा भारी नजर आ रहा है। चूंकि प्रदेश में बीजेपी की सरकार है इसलिए अधिकांश नगर निगम में बीजेपी भारी नजर आ रही है। यह आंकड़ा दोनों राजनीतिक दलों के अंदरुनी फीडबैक में दिखाई दे रहा है। बीजेपी जिन नगर निगमों में आगे दिखाई दे रही है उनमें रायपुर,बिलासपुर,दुर्ग,कोरबा,रायगढ़,धमतरी,जगदलपुर और राजनांदगांव शामिल हैं।
वहीं कांग्रेस चिरमिरी और अंबिकापुर में जीत की उम्मीद लगाए बैठी है। हालांकि कांग्रेस सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग,शराब और पैसा बांटने के साथ ही निर्वाचन आयोग पर वोटर लिस्ट में हेरफेर का आरोप लगा रही है। वहीं बीजेपी इसे कांग्रेस की हार का डर बता रही है।
ये खबर भी पढ़ें... धान की खरीदी खत्म हुई तो सामने आने लगी गड़बड़ियां, सवा करोड़ का घोटाला
कांग्रेस ने शुरू किया प्लान बी पर काम
कांग्रेस ने संभावित हार को देखते हुए अपने प्लान बी पर काम करना शुरु कर दिया है। कांग्रेस ने चुनाव में बागी होकर लड़ रहे पार्टी नेताओं की घर वापसी शुरु कर दी है। कांग्रेस ने 18 नेताओं का निष्कासन रद्द कर दिया है। ये वे नेता हैं जो निर्दलीय चुनाव जीत सकते हैं। यदि कांग्रेस के अधिकृत उम्मीदवार हारे और बागी निर्दलीय उम्मीदवार जीते तो वे कांग्रेस के ही कहलाएंगे। पूर्व MIC सदस्य अजीत कुकरेजा समेत 18 बागी नेताओं की कांग्रेस में वापसी हो गई है। कुछ दिनों पहले ही पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा ने अजीत कुकरेजा की वापसी का विरोध किया था। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि जब चुनाव हो ही गया है तो फिर दिक्कत क्या है।
कांग्रेस के सभी 10 मेयर
जिन दस नगर निगमों में चुनाव हो रहा है वे सभी कांग्रेस के पास थीं। यानी पिछले चुनाव में कांग्रेस के मेयर यहां पर चुने गए थे। हालांकि मेयर का चुनाव अप्रत्यक्ष तरीके से हुआ था और पार्षदों के वोट से मेयर तय किए गए थे। कांग्रेस को अपनी सीटें बचाने की चुनौती है तो विजय रथ पर सवार बीजेपी इन सभी नगर निगमों को छीनने की कोशिश में है। बीजेपी ने विधानसभा और उसके बाद लोकसभा चुनाव में बड़ी जीत हासिल की है। यदि इन नगर निगमों का रिजल्ट 10_0 भी हुआ तो कोई आश्चर्य की बात नहीं है। बीजेपी जीत की हैट्रिक मारने की ताक में है। वहीं कांग्रेस की जीत यदि ज्यादा सीटों पर होती है तो यह चमत्कार से कम नहीं होगा।
ये खबर भी पढ़ें... टीएस सिंहदेव बाबा को मिल सकती है पीसीसी की कमान, बघेल जाएंगे दिल्ली