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Photograph: (the sootr)
छत्तीसगढ़ कांग्रेस जल्द ही प्रदेश के अपने संगठन में बड़ी सर्जरी करने जा रही है। कांग्रेस द्वारा प्रदेश के कम से कम 12 जिलाध्यक्षों को हटाने की तैयारी कर ली गई है। इन जिलाध्यक्षों के स्थान पर नए चेहरों को जगह दी जाएगी। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के कार्यकाल का यह पहला बड़ा फेरबदल कहा जा रहा है।
कांग्रेस के संगठन में फेरबदल में ऐसे जिलाध्यक्ष प्रभावित होंगे जो लंबे समय से विवादित हैं, साथ ही पार्टी लाइन से हटकर काम कर रहे हैं। संगठन पदाधिकारियों ने बताया कि पार्टी युवा चेहरों को आगे बढ़ाने पर विचार कर रही है, ताकि संगठन में नई ऊर्जा का संचार किया जा सके। यह फेरबदल 30 सितंबर के बाद किया जाएगा।
नए जिलाध्यक्षों के चयन की प्रक्रिया
बीते दिनों प्रदेश में कुछ जिलों में विवाद और असहमति की स्थिति उत्पन्न हुई थी। पार्टी ने इन मुद्दों को सुलझाने के लिए पर्यवेक्षकों को भेजा था, जिन्होंने रिपोर्ट तैयार की है। इन रिपोर्टों के आधार पर 12 जिलाध्यक्षों के नामों की सूची बनाई गई है,जिनकी जगह नई नियुक्तियां की जाएंगी। इस सूची को जल्द ही कांग्रेस हाईकमान के पास भेजा जाएगा।
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हाईकमान से अनुमति के बाद आएगी सूची
सूत्रों के मुताबिक, यह बदलाव संगठन को मजबूत करने और नए नेतृत्व को मौका देने के उद्देश्य से किया जा रहा है। जब दिल्ली हाईकमान से अनुमति प्राप्त होगी, तब यह सूची सार्वजनिक कर दी जाएगी। पार्टी के अंदर कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां पिछले कुछ समय में विवादों के कारण नेतृत्व की स्थिरता प्रभावित हुई थी। इन क्षेत्रों में नए जिलाध्यक्षों को नियुक्त किया जा सकता है, जो संगठन में नई ऊर्जा का संचार करेंगे।
कांग्रेस में मंडल और ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्तियां
इसके अलावा, प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैदू ने यह भी घोषणा की है कि ब्लॉक और मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति भी जल्द की जाएगी। यह निर्णय संगठन के कामकाज में गति लाने और पार्टी की जनसंपर्क रणनीति को मजबूती देने के लिए लिया गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम पार्टी के भीतर संगठनात्मक सुधार लाएगा और आगामी चुनावों की तैयारी में मदद करेगा।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस में होने जा रहे संगठन में फेरबदल को ऐसे समझेंकांग्रेस में बड़ा फेरबदल: 30 सितंबर के बाद छत्तीसगढ़ कांग्रेस में 12 जिलाध्यक्षों की नियुक्ति में बदलाव किया जाएगा। नए जिलाध्यक्षों का चयन: विवाद वाले जिलों में नए चेहरों को मौका मिल सकता है, रिपोर्टों के आधार पर सूची तैयार की जा रही है। हाईकमान से अनुमति: नई सूची को दिल्ली हाईकमान से अनुमति मिलने के बाद सार्वजनिक किया जाएगा। ब्लॉक और मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति: जल्द ही ब्लॉक और मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति की जाएगी, जिससे संगठनात्मक कामकाज में तेजी आएगी। नए चेहरों को मौका: इस फेरबदल से पार्टी को नए और सक्रिय नेतृत्व मिलेगा, जो आगामी चुनावों में मददगार साबित होगा। |
ब्लॉक और मंडल अध्यक्षों का चयन
ब्लॉक और मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति से पार्टी को नई दिशा मिलेगी, जो न केवल पार्टी के चुनावी कार्यों में मदद करेगी, बल्कि जनता के बीच पार्टी की छवि को भी बेहतर करेगी। इन नियुक्तियों के लिए सख्त चयन प्रक्रिया अपनाई जा रही है, ताकि संगठन के सही लोगों को जिम्मेदारी दी जा सके।
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कांग्रेस के नए चेहरों को मिलेगा मौका
कांग्रेस के सूत्रों के मुताबिक, इस बड़े फेरबदल से पार्टी को न केवल नए चेहरे मिलेंगे, बल्कि एक सक्रिय नेतृत्व भी मिलेगा, जो आगामी चुनावी मुकाबलों में पार्टी को मजबूती प्रदान करेगा। पार्टी के नेता पुराने विवादों और असहमति को सुलझाकर नए नेतृत्व को अवसर देने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। इस बदलाव से पार्टी के भीतर एक नई ऊर्जा का संचार होगा और कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल बनेगा।
कांग्रेस के फेरबदल के संभावित असर
यह बड़ा फेरबदल कांग्रेस पार्टी के लिए एक नया अध्याय साबित हो सकता है। पार्टी के भीतर के विवादों को सुलझाने और नए नेतृत्व को आगे लाने की यह पहल पार्टी के भविष्य के लिए काफी अहम साबित हो सकती है। इसके साथ ही यह कदम कांग्रेस को आगामी चुनावों के लिए बेहतर तैयारी करने का अवसर भी प्रदान करेगा। इस बदलाव के बाद पार्टी का संगठनात्मक ढांचा अधिक मजबूत होगा और पार्टी को जनता के बीच बेहतर तरीके से स्थापित किया जा सकेगा।