छत्तीसगढ़ में NIA की बड़ी कार्रवाई, 11 ठिकानों में मिले लाखों रुपए और बम
छत्तीसगढ़ में एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) ने बड़ी कार्रवाई की है। एनआईए की टीम ने धमतरी और गरियाबंद जिले में 11 अलग-अलग लोगों के घरों में छापेमार कार्रवाई की है।
छत्तीसगढ़ में एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) ने बड़ी कार्रवाई की है। एनआईए की टीम ने धमतरी और गरियाबंद जिले में 11 अलग-अलग लोगों के घरों में छापेमार कार्रवाई की है। इस कार्रवाई में एनआईए ने लाखों रुपए नकद समेत आईईडी बम बरामद किया है। इसके साथ ही एनआईए ने ठिकानों से नक्सल साहित्य, मोबाइल फोन समेत अन्य डॉक्यूमेंट बरामद किए हैं।
बता दें कि छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के दौरान नक्सलियों ने गरियाबंद में स्थित पोलिंग बूथ पर हमला किया था। इस हमले में सीआरपीएफ के एक जवान शहीद हो गए थे। इस घटना की जांच सरकार ने एनआईए को सौंपी थी। कार्रवाई में एनआईए ने कई ठिकानों पर छापा मारा, साथ ही कई संदिग्धों गिरफ्तार भी किया। गरियाबंद और धमतरी जिले के अंदरूनी और नक्सल प्रभावित इलाके सेमरा, मैनपुर, केराबहरा, घोरागांव समेत कुल 11 संदिग्ध लोगों के अलग-अलग ठिकाने पर रेड की कार्रवाई की गई।
जांच में पता चला कि, आईईडी ब्लास्ट के पीछे नक्सलियों के मैनपुर-नुआपाड़ा डिवीजन का हाथ था। साल 2023 में विधानसभा चुनाव के दौरान मतदान के बाद बड़ेगोबरा में पोलिंग पार्टी पर ब्लास्ट कर हमला किया था, जिसमें आईटीबीपी का एक हेड कॉन्स्टेबल शहीद हो गया था।
एनआईए ने छत्तीसगढ़ में किन जिलों में छापेमारी की कार्रवाई की?
एनआईए ने छत्तीसगढ़ के धमतरी और गरियाबंद जिलों में 11 अलग-अलग लोगों के घरों पर छापेमारी की। इस दौरान सेमरा, मैनपुर, केराबहरा, और घोरागांव जैसे नक्सल प्रभावित इलाकों में कार्रवाई की गई।
एनआईए को छापेमारी के दौरान क्या-क्या बरामद हुआ?
एनआईए ने छापेमारी में लाखों रुपए नकद, आईईडी बम, नक्सल साहित्य, मोबाइल फोन और अन्य दस्तावेज बरामद किए।
विधानसभा चुनाव के दौरान पोलिंग पार्टी पर हुए हमले के पीछे कौन जिम्मेदार था?
जांच में पता चला कि पोलिंग पार्टी पर हुए हमले और आईईडी ब्लास्ट के पीछे नक्सलियों के मैनपुर-नुआपाड़ा डिवीजन का हाथ था। इस हमले में आईटीबीपी का एक हेड कॉन्स्टेबल शहीद हो गया था।