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OBC Reservation Urban Body Election 2025 : नगरीय निकाय चुनाव के लिए प्रदेश में आरक्षण की प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई है। इसमें ओबीसी के लिए आरक्षण के प्रावधान बदले गए हैं। इन नए प्रावधानों के तहत ओबीसी के आरक्षण को लेकर तमाम तरह के दावे किए जा रहे थे।
इसमें बताया जा रहा था कि ओबीसी वर्ग को कई नगरीय निकाय में आरक्षण से हाथ धोना पड़ सकता है। यह बात सही साबित हुई है। प्रदेश में एक नगर पालिका ऐसी भी है, जिसमें की ओबीसी को आरक्षण का लाभ नहीं मिला है। इससे पहले यानी 2019 में यहां पर ओबीसी को आरक्षण का लाभ मिला था।
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जशपुर नगर पालिका में OBC आरक्षण नहीं
जानकारी के अनुसार 19 दिसंबर को जशपुर जिले के तहत आने वाले नगरीय निकाय में आरक्षण किया गया। इसमें 20 वार्ड आते हैं। इनमें से 10 वार्ड अनारक्षित हो गए हैं। वहीं, दस वार्डों में आरक्षण किया गया है। इसमें एससी, एसटी और महिलाओं को रिजर्वेशन दिया गया है। इसमें खास बात यह है कि ओबीसी को रिजर्वेशन का लाभ नहीं मिल सका है।
उल्लेखनीय है कि साल 2011 की जनसंख्या रिपोर्ट के आधार पर ओबीसी को आरक्षण दिए जाने का प्रावधान किया गया है। इसके तहत आबादी के आधार पर ओबीसी को आरक्षण का लाभ नहीं मिल सका है।
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2019 में ओबीसी को मिली थीं 5 सीटें
साल 2019 के चुनाव में ओबीसी को आरक्षण का लाभ जशपुर नगर पालिका में मिला था। यहां पर बीस में से पांच सीटें ओबीसी के लिए आरक्षित की गई थीं। उस समय सबसे अधिक सीटें अनुसूचित जनजाति यानी एसटी वर्ग के लिए आरक्षित थीं। एसटी के लिए 8 सीटें रिजर्व रखी गई थीं। इसके साथ ही साल 2019 में महिला उम्मीदवारों के लिए 7 सीटें आरक्षित की गई थीं।
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