20 करोड़ के ऑनलाइन सट्टा रैकेट का भंडाफोड़: शिवा बुक एप से जुड़ा गिरोह नागपुर में गिरफ्तार

छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ जिले से एक बड़े ऑनलाइन सट्टा रैकेट का खुलासा हुआ है, जिसका संचालन 'शिवा बुक' नामक एप के जरिए किया जा रहा था। यह एप न केवल राज्य बल्कि देश के बाहर तक फैले नेटवर्क से जुड़ा हुआ है।

author-image
Harrison Masih
New Update
Online betting racket busted Shiva Book App Gang arrested Nagpur the sootr
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ जिले से एक बड़े ऑनलाइन सट्टा रैकेट का खुलासा हुआ है, जिसका संचालन 'शिवा बुक' नामक एप के जरिए किया जा रहा था। यह एप न केवल राज्य बल्कि देश के बाहर तक फैले नेटवर्क से जुड़ा हुआ है। पुलिस ने नागपुर में छापेमारी कर इस गिरोह के 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि इस नेटवर्क के तार दुर्ग, नागपुर और संभवतः दुबई से जुड़े हुए हैं।

ये खबर भी पढ़ें... महादेव सट्टा घोटाला : मास्टरमाइंड सौरभ आहूजा दिल्ली में ईडी के हत्थे चढ़ा, जयपुर में शादी समारोह से हुआ था फरार

कैसे हुआ खुलासा?

18 जून 2025 को खैरागढ़ पुलिस ने एक व्यक्ति को ऑनलाइन जुआ खेलते हुए पकड़ा, जिसके बाद मामले की गहराई से जांच शुरू की गई। तकनीकी विश्लेषण के जरिए पुलिस ने ‘शिवा बुक’ एप के सर्वर को ट्रेस किया, जिससे नागपुर और दुर्ग में मौजूद दो शाखाओं का पता चला। इसके बाद 12 जुलाई को नागपुर में छापा मारकर 6 सटोरियों को गिरफ्तार किया गया।

गिरफ्तार आरोपी और उनकी पहचान:

क्षत्रपाल पटेल (21) – डोंगरगढ़, ग्राम साकिन
कुंज पन्ना (24) – जशपुर, थाना बगीचा, ग्राम किलकिला
समीर बड़ा (22) – जशपुर, थाना बगीचा, ग्राम किलकिला
धनंजय सिंह (34) – दुर्ग, सुपेला थाना क्षेत्र, चिंगरीपारा
चंद्रशेखर अहिरवार (33) – सुपेला, दुर्ग
डूमेश श्रीवास (21) – सुपेला, भिलाई

ये खबर भी पढ़ें... ऑनलाइन सट्टा चलाने वाले पिता-पुत्र को पुलिस ने दबोचा, बैंक खाते फ्रीज

ऑनलाइन सट्टा का पूरा तंत्र:

यह गिरोह ‘शिवा बुक’ एप के ज़रिए ऑनलाइन सट्टा खिलाता था। सट्टेबाजी के लिए मोबाइल फोन, लैपटॉप और फर्जी दस्तावेज का इस्तेमाल किया जाता था। सभी एप और वेबसाइट्स को नाम, लेआउट और लोगो बदलकर बार-बार नया रूप दिया जाता था, ताकि सरकार और एजेंसियों की नज़र से बचा जा सके।

जानकारी सामने आई है कि महादेव बुक, शिवा बुक, अन्ना रेड्डी, लोटस, और शिवनाथ बुक जैसे एप एक ही सर्वर और सोर्स कोड पर चलाए जा रहे थे।

अब तक 20 करोड़ का लेनदेन

पुलिस के अनुसार आरोपियों ने अब तक ₹20 करोड़ से ज्यादा का UPI और बैंक ट्रांजेक्शन किया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच में यह भी सामने आया है कि इस रैकेट का संबंध हवाला, ड्रग्स और बिटकॉइन जैसे संदिग्ध लेनदेन से भी हो सकता है।

ये खबर भी पढ़ें... महादेव सट्टा एप मामले में 11 आरोपी गिरफ्तार, करोड़ों की लेनदेन की जांच जारी

पुलिस द्वारा जब्त सामग्री:

₹50,000 नकद
2.28 लाख रुपए बैंक खातों में
25 मोबाइल फोन
2 लैपटॉप
26 एटीएम कार्ड
19 बैंक पासबुक
14 चेकबुक
8 आधार कार्ड, पासपोर्ट और सट्टा रजिस्टर

इन दस्तावेजों से नेटवर्क की पहुंच, लेन-देन और फर्जी खातों का बड़ा जाल सामने आने की संभावना है।

क्या है शिवा बुक एप मामला?

20 करोड़ का ऑनलाइन सट्टा रैकेट:

खैरागढ़ जिले में 'शिवा बुक' नामक एप के जरिए बड़े स्तर पर ऑनलाइन सट्टा खिलाया जा रहा था। जिसमें 20 करोड़ के ट्रांजेक्शन का खुलासा हुआ है। 

6 आरोपी नागपुर से गिरफ्तार:
नागपुर में किराए के फ्लैट से सट्टा संचालन कर रहे छत्तीसगढ़ के 6 युवकों को पुलिस ने पकड़ा।

महादेव बुक से कनेक्शन:
जांच में सामने आया कि 'शिवा बुक' उसी सर्वर से चलता था जिससे 'महादेव बुक' और अन्य सट्टा एप चलते थे।

बड़ी जब्ती:
पुलिस ने आरोपियों के पास से ₹50,000 नकद, 25 मोबाइल, 2 लैपटॉप, 26 एटीएम, 19 पासबुक और पासपोर्ट जब्त किए।

हवाला और बिटकॉइन से भी जांच:
रैकेट के हवाला, ड्रग्स और बिटकॉइन से जुड़े लेनदेन में शामिल होने की आशंका पर पुलिस गहन जांच कर रही है।

 

एसपी लक्ष्य शर्मा ने क्या कहा?

“यह एक सुनियोजित सट्टा नेटवर्क था, जिसका संचालन राज्य के बाहर से किया जा रहा था। हमने इसका सिस्टम ध्वस्त कर दिया है, लेकिन अभी कई कड़ियां जुड़नी बाकी हैं। मुख्य संचालक दुर्ग का रहने वाला है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए टीमें लगातार दबिश दे रही हैं।”

ये खबर भी पढ़ें... मध्य प्रदेश के बैढ़न में बैठ कर चला रहे थे ऑनलाइन सट्टा एप काबूक,पकड़े

आगे की जांच और संभावनाएं:

इस नेटवर्क में और भी कई लोगों की संलिप्तता सामने आने की संभावना है। पुलिस सर्वर लॉग्स, कॉल डिटेल्स और ट्रांजेक्शन हिस्ट्री की जांच कर रही है। मामले में आयकर विभाग, प्रवर्तन निदेशालय (ED) और अन्य एजेंसियों की भी मदद ली जा सकती है।

छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ से नागपुर और दुबई तक फैले इस हाई-टेक सट्टा गिरोह का भंडाफोड़ कर पुलिस ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। ‘महादेव बुक’ जैसे एप्स के ब्लॉक होने के बाद भी नए-नए नाम और नकाब में सट्टा कारोबार चल रहा है, जिसे ध्वस्त करना एजेंसियों के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है। हालांकि, इस ताज़ा कार्रवाई से साफ है कि पुलिस और साइबर टीमें लगातार इन अवैध नेटवर्क पर शिकंजा कस रही हैं।

20 करोड़ का ऑनलाइन सट्टा | नागपुर में सट्टा गिरोह गिरफ्तार | शिवा बुक एप | छत्तीसगढ़ ऑनलाइन सट्टा | Shiva Book Satta App | Chhattisgarh online betting racket | Online Betting Racket | Khairagarh betting racket | CG News

thesootr links

द सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट के साथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें

अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃 🤝💬👩‍👦👨‍👩‍👧‍👧

CG News Online Betting Racket ऑनलाइन सट्टा रैकेट 20 करोड़ का ऑनलाइन सट्टा नागपुर में सट्टा गिरोह गिरफ्तार शिवा बुक एप छत्तीसगढ़ ऑनलाइन सट्टा Shiva Book Satta App Chhattisgarh online betting racket Khairagarh betting racket