मन की बात में PM मोदी ने बस्तर का किया जिक्र, बोले - अनूठा ओलंपिक शुरू
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात के 117 वें एपिसोड में बस्तर ओलंपिक को याद किया। इस एपिसोड में पीएम मोदी ने कहा कि, बस्तर में एक अनूठा ओलंपिक शुरू हुआ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात के 117 वें एपिसोड में बस्तर ओलंपिक को याद किया। इस एपिसोड में पीएम मोदी ने कहा कि, बस्तर में एक अनूठा ओलंपिक शुरू हुआ। पहली बार हुए बस्तर ओलंपिक से बस्तर में एक नई क्रांति जन्म ले रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, मेरे लिए यह बहुत खुशी की बात है कि, इस आयोजन का सपना साकार हुआ है। आपको भी यह जानकर अच्छा लगेगा कि, यह आयोजन उस क्षेत्र में हुआ जो कभी माओवादी हिंसा का गवाह रहा है। उन्होंने कहा कि, वन भैंसा और पहाड़ी मैना बस्तर ओलंपिक का शुभंकर है। इसमें बस्तर की समृद्ध संस्कृति की झलक दिखती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात के 117वें एपिसोड में बस्तर ओलंपिक के बारे में क्या कहा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात के 117वें एपिसोड में बस्तर ओलंपिक का उल्लेख करते हुए कहा कि यह एक अनूठा आयोजन है जो बस्तर में एक नई क्रांति का प्रतीक बन रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि यह आयोजन उस क्षेत्र में हुआ है जो कभी माओवादी हिंसा का गवाह रहा है, और बस्तर ओलंपिक से क्षेत्र में सकारात्मक परिवर्तन की दिशा में कदम बढ़े हैं।
बस्तर ओलंपिक का शुभंकर क्या है और इसका क्या महत्व है?
बस्तर ओलंपिक का शुभंकर "वन भैंसा" और "पहाड़ी मैना" हैं, जो बस्तर की समृद्ध संस्कृति की झलक प्रस्तुत करते हैं। इन शुभंकरों के माध्यम से ओलंपिक ने बस्तर के सांस्कृतिक धरोहर और पारंपरिक जीवनशैली को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित किया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने बस्तर ओलंपिक के आयोजन को लेकर किस तरह की उम्मीद व्यक्त की?
प्रधानमंत्री मोदी ने बस्तर ओलंपिक के आयोजन को लेकर खुशी और गर्व व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस आयोजन से बस्तर में एक नई क्रांति का जन्म हो रहा है। यह आयोजन उस क्षेत्र में हुआ है जहां पहले माओवादी हिंसा देखने को मिलती थी, और अब यह आयोजन एक सकारात्मक बदलाव का प्रतीक बन रहा है।