/sootr/media/media_files/2025/11/22/prafull-bharat-esignation-reason-chhattisgarh-advocate-general-2025-11-22-16-23-36.jpg)
Raipur. विवेक शर्मा को छग का महाधिवक्ता नियुक्त कर दिया गया है। लेकिन,प्रफुल्ल एन भारत ने पद से इस्तीफा क्यों दिया? यह सवाल चर्चा का विषय बना हुआ है। सोमवार को दिए इस्तीफे को राज्यपाल से शुक्रवार शाम स्वीकार कर लिया। इस्तीफे को लेकर जो प्रमुख कारण बताया जा रहा है। वह यह है कि हाईकोर्ट के फैसले लगातार राज्य शासन के खिलाफ आ रहे हैं। इसके अलावा कई मामलों में प्रमुख अधिकारियेां को कोर्ट में हलफनामा तय दायर करने कहा है। जिससे सरकार की छवि को भी नुकसान हो रहा था।
कौन से फैसले सरकार के खिलाफ
राज्य शासन के खिलाफ सबसे बड़ा मामला 1000 करोड़ रुपए का समाज कल्याण घोटाला से जुड़ा है। जिसकी जांच के लिए छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने सीबीआई को शामिल किया है। जिसकी जद में भाजपा की पूर्व मंत्री, 2 पूर्व सीएस समेत 7 आईएएस हैं। यह घोटाला भाजपा शासन काल में हुआ था। इसके अलावा राज्य शासन में 14 मंत्रियों के शपथग्रहण का मामले में भी सरकार बचाव की मूद्रा में है। कांग्रेस इस मामले को लेकर कोर्ट गई है। ध्वनि प्रदूषण को लेकर भी हाईकोर्ट शासन के खिलाफ लगातार सख्त बनी हुई है।
ये खबर भी पढ़ें...
छत्तीसगढ़ के महाधिवक्ता प्रफुल्ल भारत का इस्तीफा मंजूर, 4 दिन बाद राज्यपाल ने दी सहमति
छत्तीसगढ़ के महाधिवक्ता प्रफुल्ल भारत ने दिया इस्तीफा, राज्यपाल को भेजा रिजाइन लेटर
कई मामलों मे IASऔर IPS को नोटिस
प्रफुल्ल भारत के कार्यकाल के दौरान हाईकोर्ट ने लगातार IAS और IPS के कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रही है। जिसमें एनआरडीए के जमीन एलॉटमेंट का मामला प्रमुख है जिसमें एनआरडीए प्रमुख सौरभ कुमार को कोर्ट में फटकार लगी थी। सड़कों पर मवेशियों की उपस्थिति, खराब सड़कें, अस्पतालों की खस्ता हालत, हाथियों के गड्ढ़े में गिरने का मामले में विभागीय सचिवों को हाईकोर्ट में उपस्थित होना है। एक मामले में हाईकोर्ट ने डीजीपी के खिलाफ आदेश दिए थे।
डॉ0 रमन सिंह के करीबी बताए जाते थे प्रफुल्ल
वैसे तो प्रफुल्ल भारत को विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह का बेहद करीबी बताया जाता है लेकिन पूर्व महाधिवक्ताओं के अनुसार महाधिवक्ता को काम के अलावा एक अच्छा समन्वयक भी होना पड़ता है। जो कोर्ट में सरकार का पक्ष मजबूती से रखने के साथ सरकार और कोर्ट के बीच ब्रिज का काम करे। इसके अलावा महाधिवक्ता को मंत्रियांे, नेताओं, आईएएस-आईपीएस और अति महाधिवक्ताओं, उप महाधिवक्ताओं से समन्वय बना कर रखना पड़ता है।
4 नामों पर चल रही थी चर्चा
राज्यपाल की तरफ से प्रफुल्ल भारत का इस्तीफा स्वीकार करने के साथ अति महाधिवक्ता विवेक शर्मा को महाधिवक्ता बनाए जाने का आदेश जारी कर दिया गया है। लेकिन इनके अलावा 3 अन्य नामों पर भी चर्चा जोरों पर थी। विवेक शर्मा के अलावा दूसरा नाम पूर्व सीएस सुनील कुमार के बेटे अपूर्व कुरुप का था। अपूर्व फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस कर रहे हैं। तीसरा नाम वरिष्ठ अधिवक्ता जुगल किशोर गिल्डा का था। गिल्डा पहले भी सरकार के महाधिवक्ता रह चुके हैं। चौथा नाम अधिवक्ता प्रशांत मिश्रा का था। छग मूल के प्रशांत मिश्रा फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में जज हैं।
ये खबर भी पढ़ें...
36 बर्खास्त अभ्यर्थियों को वापस मिलेगी नौकरी! छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने खारिज की सरकार की याचिका
फार्मेसी कॉलेजों को बड़ी राहत! अब 60 और सीटों पर होगा एडमिशन, छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने दी सशर्त अनुमति
/sootr/media/agency_attachments/dJb27ZM6lvzNPboAXq48.png)
Follow Us