महंगी कारों के एयर बैग भी नहीं बचा पा रहे जान, 3 और दोस्तों की मौत
Pratappur Ambikapur road accident : महंगी कारों के एयर बैग भी रोड एक्सीडेंट के समय जान बचाने में मदद नहीं कर पा रहे हैं। छत्तीसगढ़ में सप्ताह भर के अंदर ऐसा दूसरा मामला आया है।
महंगी कारों के एयर बैग भी रोड एक्सीडेंट के समय जान बचाने में मदद नहीं कर पा रहे हैं। छत्तीसगढ़ में सप्ताह भर के अंदर ऐसा दूसरा मामला आया है, जिसमें कार का एयर बैग खुलने के बाद भी अंदर सवार लोगों की जान नहीं बच सकी। ताजा हादसा प्रतापपुर - अंबिकापुर रोड एक्सीडेंट का है। इससे पहले की घटना भी अंबिकापुर हाईवे की ही थी।
जानकारी के अनुसार मंगलवार की रात करीब 11 बजे प्रतापपुर-अंबिकापुर मार्ग पर गोटगवां के पास रोड एक्सीडेंट हुआ है। गोवर्धनपुर गांव से चार युवक कार क्रमांक CG 29 AE 7704 से अंबिकापुर जा रहे थे। बताया गया है कि कुछ लोग गोटगवां के नजदीक टमाटर लोडकर पिकअप क्रमांक UP 64 AT 6380 से यूपी के बनारस जा रहे थे।
इसी दौरान कार और पिकअप की आमने-सामने से भिड़ंत हो गई। हादसे में गोवर्धनपुर निवासी प्रियांशु पटेल (24), दीपक पटेल (23), पुष्पेंद्र भाई पटेल (21) ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। हादसे के बाद कार के सभी एयरबैग खुलने के बाद भी जान नहीं बच पाई।
कार में सवार बटई निवासी चौथा युवक विनय यादव (21) और पिकअप चालक विक्रम सिंह (42) निवासी फुंदुरडीहारी की हालत गंभीर है। दोनों को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर रेफर कर दिया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
रायपुर के चांगोराभाटा इलाके में रहने वाले स्वप्निल हेमाने, संजू साहू, दुष्यंत देवांगन तथा राहुल साहू और उनके एक दोस्त की भी अंबिकापुर के पास रोड एक्सीडेंट में मौत हो गई थी। यह हादसा एक दिसंबर को हुआ था। दोस्तों की टोली रात 11 बजे के बाद अंबिकापुर के लिए रवाना हुए थे। स्वप्निल ने तीन माह पूर्व में नई स्कोडा कार खरीदी थी। उसी कार में सभी दोस्त घूमने निकले थे। कार एक्सीडेंट के समय एयर बैग खुले, लेकिन इन युवकों की जान नहीं बच सकी।
रोड एक्सीडेंट के दौरान एयरबैग खुलने के बाद भी सवार लोगों की जान क्यों नहीं बच सकी ?
हालांकि एयरबैग सड़क हादसों में सुरक्षा प्रदान करते हैं, लेकिन यदि टक्कर अत्यधिक तेज गति या गंभीर होती है, तो एयरबैग के बावजूद घातक चोटें लग सकती हैं। प्रतापपुर-अंबिकापुर हादसे में टक्कर की तीव्रता बहुत अधिक थी, जिसके कारण एयरबैग काम आने के बावजूद जान नहीं बच पाई।
प्रतापपुर-अंबिकापुर रोड एक्सीडेंट में कितने लोगों की जान गई और कितने घायल हुए ?
इस हादसे में गोवर्धनपुर गांव के तीन युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। एक युवक और पिकअप चालक गंभीर रूप से घायल हुए, जिनका इलाज मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर में चल रहा है।
इससे पहले अंबिकापुर हाईवे पर कब और क्या हादसा हुआ था ?
1 दिसंबर को रायपुर के चांगोराभाटा के 5 दोस्तों की अंबिकापुर हाईवे पर रोड एक्सीडेंट में मौत हो गई थी। वे नई स्कोडा कार में यात्रा कर रहे थे। हादसे के समय एयरबैग खुलने के बावजूद उनकी जान नहीं बच सकी।