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Raigarh murder case: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में एक खौफनाक मर्डर की घटना सामने आई है, जिसमें बाप-बेटे ने मिलकर चार लोगों की हत्या कर दी। घटना के बाद आरोपियों ने शवों को घर के बाहर दफना दिया था। पुलिस ने मामले की छानबीन करते हुए दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। यह मर्डर पत्नी के अफेयर के शक में हुआ था, जिसमें बाप-बेटे ने मिलकर पूरी परिवार को खत्म कर दिया। घटना को लेकर पुलिस का कहना है कि इस तरह की वारदात से गांव में दहशत फैल गई है।
रायगढ़ हत्याकांड का पूरा मामला:
9 सितंबर की शाम बुधराम उरांव (40) नशे में धुत अपने घर लौटा। उसके पड़ोसी लकेश्वर पटेल ने उसे देखा और पूरी रात परिवार की हत्या की साजिश रचने की योजना बनाई। लकेश्वर पटेल ने अपने नाबालिग बेटे को साथ लिया और रात में बुधराम उरांव के घर में घुस गए।
पहले हमला हुआ बुधराम उरांव की पत्नी सोहद्रा उरांव (36) पर, जिसे कुल्हाड़ी से काटा गया। जब बच्चे चिल्लाने लगे तो आरोपियों ने अरविंद उरांव (13) और शिवांगी उरांव (6) को भी बेरहमी से मार डाला। अंतिम में नशे में सोए बुधराम उरांव पर भी ताबड़तोड़ हमला किया और उसे कुल्हाड़ी से काट डाला।
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आरोपी ने क्यों की हत्या
खरसिया हत्याकांड में पुलिस ने सुराग मिलने के बाद आरोपी लकेश्वर पटेल को हिरासत में लेकर कड़ी पूछताछ की। शुरुआत में आरोपी ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन जब पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की तो उसने हत्या के सारे राज उगल दिए। लकेश्वर ने स्वीकार किया कि उसने अपने नाबालिग बेटे के साथ मिलकर बुधराम उरांव और उसके परिवार को मार डाला था। पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि दोनों परिवारों के बीच छोटे-मोटे झगड़े होते रहते थे, जो धीरे-धीरे गहरी रंजिश में बदल गए थे।
आरोपियों के मुताबिक, लकेश्वर और बुधराम के बीच तनाव की शुरुआत तब हुई थी जब लकेश्वर ने कई बार बुधराम उरांव से उसकी बाड़ी जमीन खरीदने की कोशिश की थी। हालांकि, हर बार बुधराम ने यह जमीन बेचने से मना कर दिया। जमीन न बेचने की बात लकेश्वर के मन में इतनी गहरी नाराजगी भर दी कि उसने अपने बेटे के साथ मिलकर पूरी परिवार को खत्म करने की साजिश रच डाली। लकेश्वर का यह कदम एक उग्र रंजिश के परिणामस्वरूप सामने आया, जिसके बाद उसने कुल्हाड़ी से हमला कर बुधराम और उसके परिवार को मार डाला।
शवों को ठिकाने लगाने की कोशिश:
हत्यारे बाप-बेटे ने शवों को घर के अंदर से घसीटते हुए बाहर ले गए। पहले घर के पास खुदाई की, लेकिन मिट्टी सख्त होने के कारण वहां काम नहीं हो सका। फिर वे बाड़ी में गए और वहां गोबर खाद रखने वाली जगह के पास एक गड्ढा खोदा। चारों शवों को एक साथ गड्ढे में दफन कर दिया।
गांववालों ने किया खुलासा:
11 सितंबर की सुबह बुधराम के घर से बदबू आने लगी, जिससे आसपास के लोग शक करने लगे। जब पास जाकर देखा, तो घर का दरवाजा बंद था। लोगों ने तुरंत कोटवार को सूचना दी, जिसने पुलिस को खबर दी। पुलिस ने घर में घुसकर खून के निशान पाए। इसके बाद पुलिस ने गड्ढे में खुदाई की, जहां चारों शवों को दफनाया हुआ था।
पुलिस की कार्रवाई:
पुलिस ने घटना के बाद डॉग स्क्वॉयड और तलाशी अभियान चलाया, लेकिन पहले कोई सुराग नहीं मिला। फिर जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि लकेश्वर पटेल और उसके नाबालिग बेटे पर शक था। यह आरोप सही साबित हुआ और पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
लकेश्वर पटेल पहले भी एक मर्डर केस में जेल जा चुका था और 6 साल जेल में रहने के बाद ही बाहर आया था। नाबालिग बेटा ने भी चोरी करने के बाद पकड़ लिया था, जिससे दोनों के बीच रंजिश और बढ़ गई थी।
पुलिस ने बरामद किए साक्ष्य:
पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने इस वारदात में कुल्हाड़ी, रॉड, गैंती और फावड़े जैसे हथियारों का इस्तेमाल किया। इन हथियारों के साथ-साथ अन्य कपड़े और साक्ष्य भी बरामद किए गए हैं। पुलिस ने लकेश्वर पटेल को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। वहीं, नाबालिग बेटे को बाल सुधार गृह भेज दिया गया है।
यह घटना छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में एक बेहद जघन्य हत्याकांड के रूप में सामने आई है, जहां पड़ोसी बाप-बेटे ने पूरी परिवार को खत्म कर दिया। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया, और अब तक की कार्रवाई से यह सिद्ध हो चुका है कि यह हत्या अफेयर के शक के कारण की गई थी। पुलिस ने इस मर्डर केस में साक्ष्य और हथियारों के आधार पर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है।