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Raipur.छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल डॉ. भीमराव अंबेडकर अस्पताल (मेकाहारा) के इमरजेंसी गेट के पास एक नवजात शिशु का शव पॉलीथिन में लिपटा मिला। इस घटना से अस्पताल परिसर में हड़कंप मच गया। अब इस पूरे मामले में सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसने इस कृत्य को अंजाम देने वालों की क्रूरता और लापरवाही दोनों को उजागर कर दिया है।
क्या है पूरा मामला?
घटना 7 नवंबर की सुबह की है। रायपुर के मेकाहारा अस्पताल के इमरजेंसी गेट के पास एक पॉलीथिन में लिपटा शव मिलने से अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों ने जब पॉलीथिन पर ध्यान दिया, तो अंदर एक नवजात बच्चे की लाश थी। तत्काल इस बात की जानकारी अस्पताल प्रबंधन को दी गई।
अस्पताल प्रबंधन ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और तुरंत मौदहापारा थाना पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया और पूरे क्षेत्र की सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू कर दिया।
सीसीटीवी फुटेज में बड़ा खुलासा
ताजा अपडेट में पुलिस को सुबह 5:25 बजे का सीसीटीवी फुटेज मिला है, जिसमें दो महिलाएं बुर्का पहने हुए दिखाई दे रही हैं। फुटेज में साफ दिख रहा है कि दोनों महिलाएं अस्पताल परिसर में प्रवेश करती हैं और कुछ समय तक आसपास की स्थिति देखती हैं। दोनों महिलाएं अलग-अलग स्कूटी से आई थीं, जिन्हें दो पुरुष चला रहे थे। चारों अस्पताल पहुंचे, और कुछ देर बाद महिलाएं कचरे के डिब्बे के पास जाकर पॉलीथिन में लिपटा शव फेंक देती हैं। इसके बाद चारों फरार हो जाते हैं।
अस्पताल सुरक्षा पर उठे सवाल
घटना के बाद अस्पताल की सिक्योरिटी व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। इतनी बड़ी घटना होने के बावजूद किसी भी गार्ड या स्टाफ को इसकी भनक तक नहीं लगी। लोग पूछ रहे हैं कि अस्पताल में हर जगह कैमरे लगे होने के बावजूद महिलाओं को अंदर आने और शव फेंकने से क्यों नहीं रोका गया?
अस्पताल प्रशासन ने कहा है कि, “मामले की जानकारी पुलिस को दे दी गई है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश की जा रही है।”
पुलिस जांच जारी
मौदहापारा थाना पुलिस ने फुटेज के जरिए चारों संदिग्धों की पहचान की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपी महिलाओं और उनके साथ आए पुरुषों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है कि यह नवजात जिंदा जन्मा था या मृत पैदा हुआ, और क्या शव अस्पताल से बाहर लाया गया या किसी निजी जगह से लाया गया।
स्थानीयों में गुस्सा और दुख
घटना के बाद शहरवासियों में गहरा आक्रोश है। लोगों का कहना है कि “एक निर्दोष नवजात के साथ ऐसा व्यवहार समाज के लिए शर्म की बात है।” कई सामाजिक संगठनों ने मांग की है कि अस्पताल परिसर में सुरक्षा कड़ी की जाए और इस मामले में शामिल लोगों को सख्त सजा दी जाए।
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