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छत्तीसगढ़ में सड़क हादसों के पीड़ितों को अब समय पर इलाज के लिए दर-दर भटकना नहीं पड़ेगा। दुर्घटना में घायल व्यक्ति को प्रधानमंत्री सड़क दुर्घटना नकद रहित उपचार योजना के तहत पंजीकृत अस्पतालों में 1.5 लाख रूपए तक का निशुल्क इलाज मिलेगा। इस पूरी प्रक्रिया को सुचारू और त्वरित बनाने के लिए सरकार ने अब IRAD पोर्टल (Integrated Road Accident Database) को सक्रिय रूप से लागू करना शुरू कर दिया है।
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सभी विभागों की संयुक्त जिम्मेदारी
इस सिस्टम को कारगर बनाने के लिए पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, परिवहन विभाग और एनएचएआई की सहभागिता से एक एकीकृत ऐप और पोर्टल तैयार किया गया है। सभी संबंधित विभागों को पोर्टल की यूजर आईडी और पासवर्ड दिए गए हैं ताकि वे दुर्घटना से संबंधित आवश्यक जानकारी समय पर दर्ज कर सकें।
IRAD पोर्टल का मकसद केवल घायल को इलाज दिलाना ही नहीं, बल्कि ब्लैक स्पॉट की पहचान, दुर्घटना के कारणों की समीक्षा और सड़क सुरक्षा में सुधार के लिए डेटा एकत्र करना भी है।
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सीधे अस्पताल पहुंचने पर भी मिलेगा लाभ
सीएमएचओ डॉ. मिथिलेश चौधरी ने बताया कि घायल व्यक्ति दुर्घटना की तारीख से 7 दिनों के भीतर किसी भी पीएमजेएवाई (PMJAY) योजना में पंजीकृत अस्पताल में भर्ती होकर योजना का लाभ ले सकता है। इससे पीड़ित और उसके परिजन को आर्थिक राहत मिलेगी और सरकारी प्रक्रिया में देरी नहीं होगी।
मदद करने वालों को भी मिलेगा इनाम
सरकार ने सड़क हादसों में घायलों की मदद करने वालों को प्रोत्साहित करने के लिए पहले मिलने वाली 5,000 रूपए की राशि बढ़ाकर 25,000 रूपए कर दी है। साथ ही, यह भी सुनिश्चित किया गया है कि मददगार से घटना के अतिरिक्त कोई पूछताछ नहीं की जाएगी, ताकि आम लोग बेझिझक मदद के लिए आगे आ सकें।
अस्पतालों की सुस्ती बनी चिंता का विषय
सूत्रों के अनुसार, पुलिस विभाग IRAD पोर्टल पर तेजी से जानकारी दर्ज कर रहा है, लेकिन सरकारी और निजी अस्पतालों की सक्रियता कम है। कई बार घायल व्यक्ति सीधे अस्पताल पहुंच जाता है, पर पोर्टल पर जानकारी दर्ज न होने से उपचार में बाधा आती है। इस समस्या को दूर करने के लिए अस्पताल पंजीयन काउंटर के कर्मचारियों को जिम्मेदारी दी गई है और अधिकारियों द्वारा निर्देश भी जारी किए गए हैं।
IRAD से ऐसे बदलेगा सड़क सुरक्षा का परिदृश्य
रीयल टाइम डेटा एंट्री से त्वरित उपचार की प्रक्रिया तेज़ होगी। दुर्घटनाओं के सही आंकड़ों के आधार पर ब्लैक स्पॉट की पहचान संभव होगी, राज्य व केंद्र सरकार को सड़क सुरक्षा नीतियाँ बनाने में मदद मिलेगी और अस्पताल, पुलिस और परिवहन विभाग के बीच बेहतर समन्वय बनेगा। IRAD पोर्टल के जरिए छत्तीसगढ़ सरकार सड़क हादसों में होने वाली मौतों और जख्मों को न्यूनतम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। इस पहल से न सिर्फ पीड़ित को त्वरित इलाज मिलेगा, बल्कि यह जनभागीदारी और प्रशासनिक एकता का एक उम्दा उदाहरण भी बनेगा।
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