रेत रंगदारी बीजेपी-भाजयुमो नेताओं में जमकर मारपीट, सभी रेत खदानें बंद
Sand extortion : झगड़ा रोड पर आने का असर ये हुआ कि प्रशासन ने चारामा क्षेत्र की सभी 14 खदानों को बंद करा दिया है। चारामा क्षेत्र की रेत खदानों से BJP और BJYM नेताओं की ओर 40 हजार तक की रंगदारी हर दिन वसूली जा रही है।
Sand extortion BJP BJYM leaders fight in Charama : छत्तीसढ़ में बीजेपी और भाजयुमो के नेताओं के बीच मारपीट का मामला सामने आ रहा है। बीजेपी के वरिष्ठ और युवा नेताओं के बीच रेत की रंगदारी को लेकर मारपीट हुई। बात इतनी बढ़ गई कि दोनों पक्ष एक- दूसरे के खिलाफ केस दर्ज कराने थाने पहुंच गए। झगड़ा रोड पर आने का असर ये हुआ कि प्रशासन ने चारामा क्षेत्र की सभी 14 खदानों को बंद करा दिया है।
जानकारी के अनुसार कांकेर चारामा की रेत खदानों पर बीजेपी नेताओं का परोक्ष रूप से कब्जा है। यहां से निकलने वाली रेत और परिवहन में लगी गाड़ियों से ये लोग रंगदारी वसूल करते हैं। इसमें बीजेपी तथा भाजयुमो के नेता शामिल हैं। चारामा की तेलगुड़ा रेत खदान को भिलाई के लोग संचालित कर रहे हैं। इन्हें बीजेपी नेताओं का एक गुट संरक्षण दे रहा है। तेलगुड़ा से निकलने वाला हाइवा मेहता पेट्रोल पंप के पास से होकर मेन रोड पर आता है।
भाजयुमो का एक गुट रेस्ट हाउस पर बैठा था। जैसे ही तेलगुड़ा खदान से रेत लेकर आ रहे हाइवा का पता चला तो ये लोग मेहता पेट्रोल पंप के पास पहुंचे और दोनों हाइवा को खाली करा लिया। इस पर बीजेपी नेता मौके पहुंचे और दोनों पक्षों के बीच मारपीट होने लगी। थाना प्रभारी दिलेश्वर चंद्रवंशी का कहना है कि दोनों ही पक्षों ने किसी के खिलाफ शिकायत दर्ज नहीं कराई है।
जानकारी के अनुसार बीजेपी और भाजयुमो नेता प्रत्येक हाइवा से 200 से 400 रुपए तक वसूल करते हैं। यहां बड़ी खदान से 100 के ज्यादा हाइवा प्रत्येक दिन निकलते हैं। बताया जाता है कि यहां से करीब 40 हजार रुपए प्रत्येक दिन रेत रंगदारी वसूली जा रही है।
छत्तीसगढ़ में बीजेपी और भाजयुमो नेताओं के बीच विवाद किस कारण हुआ ?
छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के चारामा में रेत की रंगदारी को लेकर बीजेपी और भाजयुमो के नेताओं के बीच विवाद हुआ। दोनों पक्ष तेलगुड़ा रेत खदान से निकलने वाली रेत और उससे वसूली जाने वाली रंगदारी पर अपना दावा कर रहे थे, जिसके चलते उनके बीच मारपीट हो गई।
रेत खदानों से कितनी राशि की रंगदारी वसूली जाती है ?
चारामा की रेत खदानों से प्रतिदिन करीब 40 हजार रुपए की रंगदारी वसूली जाती है। प्रत्येक हाइवा से 200 से 400 रुपए तक वसूले जाते हैं, और यहां से प्रतिदिन 100 से अधिक हाइवा रेत लेकर निकलते हैं।
पुलिस ने इस मामले में क्या कार्रवाई की ?
पुलिस ने दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर वापस भेज दिया। दोनों पक्षों में से किसी ने भी थाने में औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई है। थाना प्रभारी दिलेश्वर चंद्रवंशी ने इस बात की पुष्टि की।