छत्तीसगढ़ ( Chhattisgarh ) के चर्चित घोटाले महादेव सट्टा ऐप ( Mahadev Satta App ) की काली कमाई को सफेद करने के लिए ऐप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर ( Saurabh Chandrakar ) , रवि और शुभम ने एक हजार करोड़ से ज्यादा की रकम शेयर मार्केट ( Share Market ) में लगा दी। इस बात का खुलासा ED की चार्जशीट में किया गया है। इस खुलासे के बाद महादेव सट्टा ऐप में SEBI ( Securities and Exchange Board of India ) की एंट्री हुई है। ED द्वारा बनाई गई चार्जशीट के अनुसार, बड़ी रकम को कैश रखने की बजाय महादेव सट्टा ऐप ( Mahadev Satta App ) के प्रमोटर्स ने अपनी कमाई को वाइट करने के लिए शेयर मार्केट की तरफ रुख किया।
बड़े नेता भी हैं शामिल
ED की चार्जशीट में कहा गया है कि, सट्टा ऐप के प्रमोटर्स ने करोड़ों रुपए के कई शेयर्स खरीदे। इनमें अधिकतर बड़ी-बड़ी कंपनियों के शेयर शामिल हैं। इतना ही नहीं शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए प्रमोटर्स ने कई फर्जी कम्पनियां भी बनाईं। किसी को शक न हो इसलिए निवेश करने वाली कंपनियां विदेशी होना दर्शाया गया। ED द्वारा गिरीश तलरेजा और सुरेश चोखानी की गिरफ्तारी के लगभग 2 महीने बाद एक 252 और 2200 पन्नों के दस्तावेज पेश किए गए हैं। इन दस्तावेजों में पिछली सरकार के कुछ बड़े नेताओं का नाम लिए बिना ही उनके शामिल होने का संदेह जताया गया है।
इन कंपनियों के नाम से शेयर मार्केट में डाले पैसे
ED के अनुसार सट्टेबाजी का पैसा एबिलिटी गेम्स प्राइवेट लिमिटेड, एबिलिटी स्मार्ट टेक प्राइवेट लिमिटेड, एबिलिटी वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड, ब्रिलिनेंट इन्वेस्टमेंट कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड, डिस्कवरी बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड, फॉरेस्ट विनकॉम प्राइवेट लिमिटेड, स्वर्ण भूमि वाणिज्य प्राइवेट लिमिटेड, ड्रीम अचीवर्स कंसल्टेंसी प्राइवेट लिमिटेड, इकोटेक जनरल ट्रेडिंग एलएलसी कंपनी के अलावा दुबई की कैटलफीड ग्लोबल डीएमसीसी, प्लस कमोडिटीज डीएमसीसी और जेनिथ मल्टी ट्रेडिंग डीएमसीसी में निवेश किया गया है। फिलहाल ईडी को इतनी ही कंपनियों की जानकारी मिली है। ED अधिकारियों ने बताया कि, और भी कंपनियां चल रही हैं, जिनकी जानकारी सामने नहीं आई है। इसमें ज्यादातर कंपनियां कागजों पर चल रही हैं, धरातल में नहीं हैं।
अब तक 1300 करोड़ रुपए की संपत्ति अटैच
महादेव सट्टा ऐप मामले में ED ने अब तक 1300 करोड़ रुपए की संपत्ति को अटैच किया है। इसमें लगभग 1.86 करोड़ रुपए नकद, 1.78 करोड़ रुपए की जेवरात, 580 करोड़ रुपए की सम्पत्ति और शेयर मार्केट में निवेश किया गया पैसा शामिल है। इसके अलावा दूसरे राज्यों में स्थित संपत्ति को भी ED द्वारा अटैच किया गया है, इस मामले में अब तक 19 गिरफ्तारियां हुई वहीं 30 से ज्यादा लोग लोग फरार हैं।
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महादेव सट्टा एप | प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल पर ईडी की कार्रवाई | महादेव सट्टा एप केस में सुनवाई
Q - महादेव सट्टा एप का मामला क्या है
A- महादेव गेमिंग एप केस कथित रूप से अवैध सट्टेबाजी के लिए एक प्लेटफॉर्म प्रदान करती है। जानकारी के अनुसार, यह कंपनी कथित तौर से क्रिकेट, टेनिस बैडमिंटन, पोकर और कार्ड गेम समेत कई लाइव गेम्स ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से प्रदान कराती है।