श्रीसीमेंट से निकली जानलेवा गैस से 40 छात्र-छात्राएं बेहोश, दहशत फैली
Shree Cement poisonous gas leak Baloda Bazar : हालत गंभीर होने पर 1 स्टूडेंट को रायपुर रेफर किया गया है, 2 को बलौदा बाजार तथा 4 स्टूडेंट भाटापारा रेफर किए गए हैं। ग्रामीण धरने पर बैठे।
Shree Cement poisonous gas leak Baloda Bazar : श्रीसीमेंट प्लांट से जहरीली गैस रिसाव का मामला सामने आया है। बलौदा बाजार में श्रीसीमेंट संयंत्र से एक - डेढ़ किलोमीटर दूर हाई स्कूल है। इसमें पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को उल्टी, चक्कर आना और सरदर्द जैसी परेशानी हुई। इसके बाद उनमें से 40 स्टूडेंट्स बेहोश हो गए।
जानकारी के अनुसार स्कूल के प्राचार्य कौशल कुमार साहू और ग्रामवासियों द्वारा बच्चों के बेहोश होने की जानकारी सुहेला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को दी गई। स्वास्थ्य केंद्र की टीम खपराडीह स्कूल पहुंची तथा एंबुलेंस और निजी वाहनों से बच्चों को सुहेला अस्पताल ले जाया गया। यहां पर बच्चों की इलाज किया जा रहा है। सुहेला बीजेपी मंडल अध्यक्ष हेमंत बाघमार के अनुसार 1 बच्चे की हालत गंभीर होने पर उसे रायपुर रेफर किया गया है, 2 को बलौदा बाजार तथा 4 बच्चे भाटापारा रेफर किए गए हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि संयंत्र के एएफआर प्लांट में केमिकल जलाने के बाद निकलने वाली जहरीली गैस पूरे गांव में फैल गई। गैस से तेज दुर्गंध आ रही थी। घटना के बाद आक्रोशित खपराडीह के करीब 500 ग्रामीण संयंत्र के यूनिट हेड से चर्चा करने श्रीसीमेंट गेट के सामने धरने पर बैठ गए। इनकी मांग है कि जब तक सिस्टम सही ढंग से न बन जाए, तब तक अल्टरनेटिव फ्यूल प्लांट को बंद किया जाए।
श्रीसीमेंट प्लांट से जहरीली गैस रिसाव के कारण कितने स्टूडेंट्स को समस्या हुई और उनमें से कितने बेहोश हो गए ?
श्रीसीमेंट प्लांट से जहरीली गैस रिसाव के कारण 40 स्टूडेंट्स बेहोश हो गए, और उनमें से कई को उल्टी, चक्कर आना और सरदर्द जैसी समस्याएं हुईं।
किस अस्पताल में बच्चों का इलाज किया जा रहा है और कुछ बच्चों को कहां रेफर किया गया ?
बच्चों का इलाज सुहेला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और सुहेला अस्पताल में किया जा रहा है। 1 बच्चे की हालत गंभीर होने पर उसे रायपुर रेफर किया गया, जबकि 2 बच्चों को बलौदा बाजार और 4 बच्चों को भाटापारा रेफर किया गया।
इस घटना के बाद गांव में क्या समस्या सामने आई और ग्रामीणों ने क्या कदम उठाया ?
इस घटना के बाद गांव में जहरीली गैस से तेज दुर्गंध फैल गई, जिससे ग्रामीण आक्रोशित हो गए। करीब 500 ग्रामीण श्रीसीमेंट के यूनिट हेड से चर्चा करने के लिए संयंत्र के गेट के सामने धरने पर बैठ गए।