छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। अपनी तलाकशुदा पत्नी को प्रताड़ित करने के इरादे से, आबकारी विभाग में पदस्थ उपनिरीक्षक ने उसकी ओर से एक फर्जी नोटिस बनाकर कोरिया के पुलिस अधीक्षक को भेज दिया। लेकिन इस नापाक साजिश का पर्दाफाश होते ही, अब वह खुद सलाखों के पीछे पहुंच गया है।
जानिए क्या है पूरा मामला
कोरिया पुलिस अधीक्षक कार्यालय को हाल ही में एक स्पीड पोस्ट प्राप्त हुआ, जिसमें अनीता प्रजापति नामक एक आरटीआई कार्यकर्ता का नाम प्रेषक के तौर पर लिखा हुआ था। पत्र में एसपी कोरिया पर कई झूठे आरोप लगाए गए थे और तीन दिनों के भीतर पांच लाख रुपये जमा करने की चेतावनी भी दी गई थी। यह पत्र एक अधिवक्ता ओमप्रकाश जोशी के नाम से लिखा गया था, लेकिन प्रथम दृष्टि में ही यह संदिग्ध प्रतीत हो रहा था।
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ऐसे हुआ खुलासा
शक होने के बाद जब लेटर की जांच की गई, तो पता चला कि असल में अनीता प्रजापति या उनके अधिवक्ता ओमप्रकाश जोशी ने ऐसा कोई पत्र नहीं भेजा था। बल्कि, उनके पूर्व पति ने इन पत्रों को भेजा था। इस मामले में जब पत्र में दर्ज स्पीड पोस्ट की डिटेल्स की तकनीकी जांच की गई, तो खुलासा हुआ कि यह पत्र अनीता प्रजापति के पूर्व पति दिलीप प्रजापति ने फर्जी तरीके से भेजा था।
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उलटी साबित हो गई साजिश
मिली जानकारी के मुताबिक, आरोपी ने अपनी तलाकशुदा पत्नी को बदनाम करने के लिए ऐसा काम किया था। लेकिन, अपने ही बिछाए जाल में आरोपी खुद ही फंस गया। जब इसका खुलासा हुआ तो पुलिस ने दिलीप प्रजापति को गिरफ्तार कर लिया।
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