जादुई छड़ी वाले साहब के चर्चे, पढ़ाई पर नहीं दफ्तर पर हुए लाखों खर्च

छत्तीसगढ़ का प्रशासनिक और राजनीतिक गलियारा हमेशा चर्चा में बना रहता है। यहां पर आए दिन ऐसे काम होते हैं जो लोग चटखारे लेकर सुनते सुनाते हैं।

author-image
Arun Tiwari
एडिट
New Update
singhasan chhatisi 27 april 2025 journalist arun tiwari
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

छत्तीसगढ़ में जो हो जाए वो कम है। छत्तीसगढ़ का प्रशासनिक और राजनीतिक गलियारा हमेशा चर्चा में बना रहता है। यहां पर आए दिन ऐसे काम होते हैं जो लोग चटखारे लेकर सुनते सुनाते हैं। अब प्रदेश में एक ऐसे साहब हैं जिनके पास जादूई छड़ी है।

इस जादुई छड़ी से वे अपने पक्ष में जो चाहे वो काम करा लेते हैं। सरकार बदल जाती है लेकिन साहब की कुर्सी नहीं बदलती। अब उनकी कुर्सी बदली भी तो छोड़ी से बड़ी कुर्सी मिल गई। वहीं छत्तीसगढ़ में बच्चों की पढ़ाई लिखाई तो भगवान भरोसे है लेकिन इस विभाग के ऑफिस पर खूब खर्चा हो रहा है। छत्तीसगढ़ के राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारे की ऐसी ही अनसुनी खबरों के लिए पढ़िए द सूत्र का साप्ताहिक कॉलम सिंहासन छत्तीसी।

 

ये खबर भी पढ़िए...मन की बात में PM मोदी ने किया दंतेवाड़ा के विज्ञान केंद्र जिक्र

जादूई छड़ी वाले साहब

एक साहब ऐसे हैं जो जादूगर से कम नहीं हैं। उनके पास ऐसा जादू है कि कुर्सी से फैवीकॉल की तरह चिपक जाते हैं और कोई कुछ नहीं कर पाता। अब ये जादू से कम बात थोड़े ही है। रिटायरमेंट के बाद भी साहब से दो सरकारें बदल गईं लेकिन कुर्सी नहीं बदल पाईं। अब तीसरी सरकार ने जैसे तैसे उनको कुर्सी से हटाया तो दूसरी बड़ी कुर्सी पर बिठा दिया।

विभाग के लोग यही पूछ रहे हैं कि आखिर साहब के पास कौन सी जादू की छड़ी है। वे रमन सरकार में चार साल तक माध्यमिक शिक्षा मंडल में डिप्टी सिकरेटी रहे, फिर वहीं पर सचिव बन गए। और कांग्रेस सरकार में न केवल उन्होंने पूरे पांच साल तक कंटीन्यू किया बल्कि उनके रिटायरमेंट एज क्रॉस करने के बाद भी वे कुर्सी पर जमे रहे। पिछली सरकार में मंडल के तत्कालीन चेयरमैन ने एक नोटशीट चलाई, जिसमें लिखा था कि इनको 62 साल में रिटायर न किया जाए।

ये खबर भी पढ़िए...बीएड-डीएलएड-नर्सिंग में प्रवेश का आज आखिरी मौका, फटाफट करें आवेदन

विधिक अफसरों ने उन्हें सुझाव दिया कि रिटायरमेंट नियम को नहीं बदला जा सकता। कुल मिलाकर रिटायमेंट एज मे छूट देने का मामला जम नही पाया। इसके बाद भी वे कुर्सी पर जमे रहे। इस कुर्सी पर ऐसे जमे कि मुख्यमंत्री डॉ0 रमन सिंह बदल गए, भूपेश बघेल की भी कुर्सी चली गई। मगर उनको कोई कुर्सी से नहीं हिला पाया।

विष्णुदेव साय की नई सरकार बनी तो इस पोस्ट को फिर से आईएएस को देते हुए साहब को हटा दिया गया। मगर पखवाड़ा भर से अधिक हो जाने के बाद भी उन्हें चार्ज नहीं मिला। वहां ऐसी झांकी बनाकर रखी गई है कि साहब नहीं रहेंगे तो परीक्षा नहीं हो पाएगी।

करीब महीने भर तक माशिमं में दो सचिव रहे। जब सरकार ने सख्ती दिखाई तो साहब को हटा दिया गया। लेकिन साहब के पास तो जादूई छड़ी है,उनको छोटी कुर्सी से हटाकर उससे बड़ी कुर्सी पर बैठा दिया गया। यह कुर्सी उच्च शिक्षण संस्थानों की फीस से जुड़ी हुई है। 

ये खबर भी पढ़िए...बस्तर में नक्सलियों से लोहा ले रहे कमांडो ने पास की UPSC की परीक्षा


स्कूलों में नहीं पढ़ाई लिखाई, दफ्तर में लाखों की रंगाई पुताई

छत्तीसगढ़ में स्कूलों की क्या हालत है यह सबको पता है। कई स्कूलों में टीचर नहीं हैं, कई स्कूल एक टीचर के भरोसे चल रहे हैं। गांव के स्कूल शिक्षक विहीन तो शहरों के स्कूलों में सरप्लस टीचर। लेकिन इस व्यवस्था पर किसी का ध्यान नहीं है। ध्यान तो पूरा इस विभाग के दफ्तर की रंगाई पुताई पर है।

खबर है कि माध्यमिक शिक्षा मंडल का दफ्तर को ऐसा चमकाया गया है कि वो लोगों के आकर्षण का केंद्र बन गया है। दफ्तर के एक कैबिन पर तो 30-40 लाख रुपए तक खर्च किए गए हैं। आखिर हो भी क्यों न मैडम का चैंबर जो है।

दीवारों पर नया पेंट, खिड़कियों पर नए पर्दे और तो और नया कालीन और नए गमले भी नजर आ रहे हैं। खैर दफ्तर की साज सज्जा पर कोई आपत्ति की बात नहीं है लेकिन कम से कम उन स्कूलों पर भी थोड़ा ध्यान दे दिया जाता जहां न खिड़की हैं, न दरवाजे। और तो और वहां पढ़ाने वाले टीचर भी नहीं हैं। 

ये खबर भी पढ़िए...बीजेपी पार्षद भिलाई स्टील प्लांट से तांबे का तार चोरी करते पकड़ा

केरल के सीएस का छत्तीसगढ़ कनेक्शन

1991 बैच के आईएएस अधिकारी डॉ ए जयतिलक को केरल का 50वां मुख्य सचिव नियुक्त किया गया है। वे सरदा मुरलीधरन का स्थान लेंगे, जो 30 अप्रैल, 2025 को रिटायर होंगे। ये तो हुई खबर लेकिन हम आपको बता रहे हैं केरल के सीएस का छत्तीसगढ़ कनेक्शन। जयतिलक छत्तीसगढ़ में भी रहे हैं, जब  राज्य नया नया बना था।

वे अंतर्राज्यीय नियुक्ति पर आए थे और यहां पर करीब चार साल रहे थे। वे केरल कैडर के आईएएस हैं। उनको छत्तीसगढ़ लाने में राज्य के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी और उनके सचिव का बड़ा हाथ रहा है। जोगी की पसंद से ही जयतिलक को छत्तीसगढ़ भेजा गया था।

जयतिलक ने ही छत्तीसगढ़ के पर्यटन को नए पंख लगाए थे। पर्यटन पर उन्होंने खूब काम किया और उनके काम की तारीफ भी हुई जब पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ। अब वे केरल के नए मुख्य सचिव बनने जा रहे हैं। प्रशासनिक गलियारों से जुड़े लोग इसे छत्तीसगढ़ की माटी का प्रभाव बता रहे हैं।

 

cg political news | Chhattisgarh Political News | chhattisgarh BJP Government | CG News | cg news update | cg news today | sinhaasan chhatteesee

 

Chhattisgarh Political News cg news today chhattisgarh BJP Government cg political news cg news update sinhaasan chhatteesee सिंहासन छत्तीसी CG News छत्तीसगढ़