प्रयागराज महाकुंभ में इस राज्य के भक्तों के लिए रुकना-खाना फ्री
Pryagraj Mahakumbh 2025 : प्रयागराज महाकुंभ जाने वाले भक्तों के लिए बड़ी खुशखबरी है। सरकार ने भक्तों के लिए संगम में डुबकी लगाने के लिए बड़ी व्यवस्था की है।
प्रयागराज महाकुंभ जाने वाले भक्तों के लिए बड़ी खुशखबरी है। सरकार ने भक्तों के लिए संगम में डुबकी लगाने के लिए बड़ी व्यवस्था की है। दरअसल, संगम में डुबकी लगाने वाले भक्तों के प्रयागराज में रुकने-खाने की व्यवस्था निःशुल्क है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर प्रयागराज महाकुंभ में राज्य के स्थानीय लोगों के लिए छत्तीसगढ़ पवेलियन तैयार है। यहां पर राज्य के लोगों के लिए ठहरने और भोजन करने की निःशुल्क व्यवस्था की है। छत्तीसगढ़ पवेलियन रेलवे स्टेशन के पास है।
छत्तीसगढ़ के जो भी श्रद्धालु महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाना चाहते हैं उनके लिए मुख्यमंत्री के निर्देश पर विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। छत्तीसगढ़ पवेलियन महाकुंभ मेला के सेक्टर 6 में स्थित है। यह ठीक बघाड़ा मेला के पास स्थित है जहां आने के लिए लक्ष्मी द्वार से प्रवेश करना है। यहां से निकटतम रेलवे स्टेशन प्रयाग है। सड़क अथवा हवाई मार्ग से आने वाले श्रद्धालु इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के रास्ते यमुना ब्रिज क्रॉस करके यहां पहुंच सकते हैं।
छत्तीसगढ़ सरकार लोगों को रामलला के दर्शन के बाद प्रयाग के संगम में डुबकी लगवा रही है। पहले रामलला के दर्शन के लिए मुफ्त अयोध्या यात्रा शुरू की गई। अब महाकुंभ में स्नान के लिए छत्तीसगढ़ पवेलियन बना दिया गया। जल्द ही तीर्थदर्शन योजना शुरू हो रही है जिसमे बुजुर्गों को तीर्थ ले जाया जाएगा।
प्रयागराज महाकुंभ में छत्तीसगढ़ पवेलियन की क्या खासियत है?
छत्तीसगढ़ पवेलियन में राज्य के श्रद्धालुओं के लिए निःशुल्क ठहरने और भोजन की व्यवस्था की गई है। यह पवेलियन प्रयागराज के सेक्टर 6 में बघाड़ा मेला के पास स्थित है।
छत्तीसगढ़ पवेलियन तक कैसे पहुंचा जा सकता है?
रेल मार्ग से: निकटतम रेलवे स्टेशन प्रयाग रेलवे स्टेशन है। सड़क मार्ग से: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के रास्ते यमुना ब्रिज क्रॉस करके यहां पहुंचा जा सकता है।
छत्तीसगढ़ सरकार तीर्थ यात्रियों के लिए और कौन सी योजनाएं चला रही है?
पहले अयोध्या यात्रा के तहत रामलला के दर्शन के लिए मुफ्त यात्रा चलाई गई। अब प्रयागराज महाकुंभ के लिए निःशुल्क सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। जल्द ही सरकार तीर्थदर्शन योजना शुरू करेगी, जिसमें बुजुर्गों को विभिन्न तीर्थ स्थलों पर ले जाया जाएगा।