एनएसएस कैंप में योगा के बहाने छात्रों को पढ़वाई नमाज!

छत्तीसगढ़ के गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय में हिंदू छात्रों को जबरन नमाज़ पढ़वाने का मामला सामने आया है। एनएसएस से जुड़े छात्रों ने इस बावत कोनी थाना में शिकायत दर्ज कराई है।

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Krishna Kumar Sikander
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Students were made to read namaz in the name of yoga in NSS camp the sootr
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छत्तीसगढ़ के गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय बिलासपुर में हिंदू छात्रों को जबरन नमाज़ पढ़वाने का  मामला सामने आया है। विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस ) कैंप के दौरान हिंदू छात्रों को जबरन नमाज़ पढ़वाई गई। एनएसएस से जुड़े छात्रों ने इस बावत कोनी थाना में शिकायत दर्ज कराई है। छात्रों का आरोच है कि 30 मार्च को ईद थी। इस दिन कैंप में सभी छात्रों को एकत्र कर नमाज अदा करने के लिए मजबूर किया गया। 

छात्रों ने कोनी थाना में दर्ज कराई शिकायत

कोनी थाना में दी गई शिकायत में बताया गया है कि 26 मार्च से 1 अप्रैल 2025 तक कोटा स्थित शिव तराई में एनएसएस कैंप लगाया गया था। इस कैंप में विश्वविद्यालय के 159 छात्र शामिल हुए थे, जिनमें से 4 छात्र मुस्लिम थे । 30 मार्च को ईद के दिन भी कैंप लगाया गया था। कैंप में योग करने के लिए छात्र इकट‍्ठा हुए। फिर कोऑर्डिनेटर ने कैंप में शामिल चारों मुस्लिम छात्रों को मंच पर बुलाया। मुस्लिम छात्रों को नमाज पढ़ने को कहा गया, जबकि नीचे बैठे हिंदू छात्रों को नमाज़ अदा करने की प्रक्रिया दोहराने का आदेश दिया गया। इस दौरान एनएसएस कैंप के छात्रों का मोबाइल फोन जमा करा लिया गया था। इसके रण कोई वीडियो या फ़ोटो उपलब्ध नहीं है। 

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छात्रों को आरोप, धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन

छात्रों का आरोप है कि उनको नमाज अदा करने के लिए मजबूर किया गया। हालांकि इस दौरान हिंदू छात्र ने इसका विरोध भी किया, लेकिन उनकी नहीं सुनी गई। छात्रों के विरोध पर एनएसएस कोऑर्डिनेटर और प्रोग्राम ऑफिसर ने इसे धार्मिक सद्भावना का प्रतीक बताते हुए अनिवार्य उपस्थिति दर्ज करवाई। शिकायत दर्ज कराने वाले छात्रों का कहना है कि यह धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन है। उन्हें बिना सहमति के धार्मिक गतिविधियों में शामिल किया गया। यह उनकी व्यक्तिगत आस्था के खिलाफ है। अगर ऐसी स्थिति मुस्लिम छात्रों के साथ होती तो अब तक हंगामा हो जाता और कोऑर्डिनेटर और प्रोग्राम ऑफिसर के विरुद्ध कार्रवाई हो गई होती। 

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विश्वविद्यालय प्रशासन ने साधी चुप्पी 

इस मामले को लेकर अब तक विश्वविद्यालय प्रशासन का आधिकारिक बयान नहीं आया है। इसको लेकर छात्रों और अभिभावकों में आक्रोश बढ़ रहा है। छात्रों की शिकायत कोनी थाना पुलिस ने स्वीकार कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है। इस संबंध में एसएसपी बिलासपुर रजनेश सिंह का कहना है कि पुलिस के पास शिकायत आई है और प्रकरण की जांच की जा रही है। इस संबंध में विश्वविद्यालय प्रशासन ने भी एक जांच कमेटी बनाई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। 

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यह कहता है संविधान 

गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के एनएसएस छात्रों के जबरन नमाज पढ़वाने का मामला सामने आने के बाद शिक्षा संस्थानों में धर्म और सेकुलरिज़्म की सीमाओं को लेकर बहस शुरू हो गई है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 25 में हर भारतीय नागरिक को धार्मिक स्वतंत्रता है। मगर किसी पर धर्म पालन थोपना असंवैधानिक है। 

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