सुकमा-दंतेवाड़ा सीमा पर IED ब्लास्टः CRPF का डॉग हैंडलर जवान घायल, किया गया एयरलिफ्ट

सुकमा-दंतेवाड़ा सीमा पर हुए IED ब्लास्ट में CRPF का डॉग हैंडलर जवान घायल हो गया। गंभीर चोट के बाद जवान को मुलेर कैंप लाया गया और एयरलिफ्ट कर रायपुर भेजा गया।

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Sanjay Dhiman
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IED BLAST

Photograph: (the sootr)

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RAIPUR.छत्तीसगढ़ के सुकमा-दंतेवाड़ा की सीमा में रविवार को एक बड़ी घटना घटी, जब सीआरपीएफ के डॉग हैंडलर जवान एक आईईडी (Improvised Explosive Device) ब्लास्ट की चपेट में आ गए। यह घटना सुकमा जिले के गोंगुड़ा पहाड़ क्षेत्र में हुई। घटना के बाद, जवान को गंभीर चोटें आईं। इस ब्लास्ट के बाद जवान को तत्काल प्राथमिक उपचार के लिए मुलेर कैंप लाया गया। उसे हेलीकॉप्टर से रायपुर एयरलिफ्ट किया गया।

घटना का विवरण

सीआरपीएफ सुकमा जिले के मुलेर इलाके में सर्चिंग ऑपरेशन चलाया जा रहा था। दोपहर लगभग 1:45 बजे सीआरपीएफ के 74 बटालियन के डॉग हैंडलर जवान इस ऑपरेशन में शामिल थे। इसी दौरान वो आईईडी ब्लास्ट की चपेट में आ गया। हादसे में जवान के पैर में गंभीर चोट आई। उसकी स्थिति काफी नाजुक बताई जा रही है। 

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घायल जवान की स्थिति

घायल जवान को सुकमा पुलिस प्रशासन और अन्य सुरक्षा बलों के जवान तुरन्त घटनास्थल से निकालकर मुलेर कैंप लाए। यहां उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया और उनकी हालत को देखते हुए, रायपुर के अस्पताल के लिए एयरलिफ्ट किया गया। सुकमा जिले के एसपी किरण चह्वाण घटनास्थल पर पहुंचे और उन्होंने स्थिति का जायजा लिया।

नक्सलियों के सुकमा आईइडी ब्लास्ट को ऐसे समझें

घटना: सुकमा-दंतेवाड़ा सीमा के गोंगुड़ा पहाड़ में CRPF का डॉग हैंडलर जवान आईईडी ब्लास्ट की चपेट में आ गया।

चोटें: जवान के पैर में गंभीर चोट आई, जिससे उसकी स्थिति नाजुक हो गई।

प्राथमिक उपचार: घायल जवान को मुलेर कैंप लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार दिया गया।

हेलीकॉप्टर द्वारा एयरलिफ्ट: गंभीर हालत को देखते हुए जवान को रायपुर के लिए हेलीकॉप्टर से एयरलिफ्ट किया गया।

नक्सली गतिविधि: यह हमला नक्सलियों की गतिविधियों का हिस्सा हो सकता है, जो सुरक्षाबलों को निशाना बना रहे हैं।

छत्तीसगढ़ आईईडी ब्लास्ट: नक्सलियों की कायराना हरकत

नक्सली संगठन सुकमा और दंतेवाड़ा जिलों में सुरक्षाबलों के खिलाफ अपनी नक्सली गतिविधियों को जारी रखे हुए हैं। आईईडी ब्लास्ट एक सामान्य तरीका है जिसका उपयोग नक्सलियों द्वारा सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए किया जाता है। यह घटना सुरक्षा बलों के लिए एक चेतावनी है, जो इस क्षेत्र में अपने ऑपरेशन्स जारी रखे हुए हैं।

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सुरक्षा बलों की सक्रियता

हालांकि सुरक्षा बल इस प्रकार की घटनाओं से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। ऐसे हमले उनके सामने कई चुनौतियां पैदा करती हैं। आईईडी ब्लास्ट जैसी घटनाओं के प्रति सतर्कता नक्सल विरोधी अभियानों की सफलता के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। सीआरपीएफ ने इस तरह के हमलों को रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं। इसके बाद भी नक्सलियों की कारगुजारियों को रोक पाना चुनौतीपूर्ण है।

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