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Photograph: (the sootr)
छत्तीसगढ़ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंह देव के एक्स पर किए गए एक पोस्ट ने प्रदेश के सियासी पारे को गर्म कर दिया है। पूर्व उपमुख्यमंत्री ने अपनी इस पोस्ट में भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि देश से अंग्रेज चले गए, औलादें यहीं छोड़ गए। इस पोस्ट को लेकर अब प्रदेश के भाजपा-कांग्रेस नेताओं के बीच तल्ख बयानबाजी देखी जा रही है।
टीएस सिंह देव का ट्वीट और भाजपा पर हमला
टीएस सिंह देव ने अपने एक्स एकाउंट पर एक विवादित पोस्ट साझा किया। उन्होंने कहा कि "अंग्रेज चले गए, औलाद छोड़ गए", जो कि भाजपा पर पूरी तरह से फिट बैठता है। उनका कहना था कि भाजपा वही विभाजनकारी मानसिकता अपना रही है, जो ब्रिटिश शासकों ने भारतीय समाज में फैलाई थी। सिंह देव के मुताबिक, भाजपा ने बहुसंख्यकों को डराने, अल्पसंख्यकों को अमानवीय दिखाने और नफरत फैलाने की राजनीति को बढ़ावा दिया है।
यह ट्वीट 1930-40 के दशक के उस समय को याद दिलाता है, जब अंग्रेजों ने समाज में विभाजन की राजनीति की थी, और सिंह देव का आरोप है कि भाजपा उसी मानसिकता पर राजनीति कर रही है। उन्होंने इसे भाजपा का चुनावी हथकंडा बताया।
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पुरानी कहावत है 'अंग्रेज चले गए, औलाद छोड़ गए' जो भाजपा पर बिल्कुल सटीक बैठती है।
— T S Singhdeo (@TS_SinghDeo) September 17, 2025
1930-40 के दशक में जो उनके मालिक अंग्रेज सिखा कर गए, आज भाजपा फिर उसी विभाजनकारी मानसिकता के आग पर अपनी राजनीति की रोटियां सेंक रही है।
बहुसंख्यकों को डराओ, अल्पसंख्यकों को अमानवीय बताओ, नफ़रत…
ओपी चौधरी का पलटवार
टीएस सिंह देव के इस बयान के बाद भाजपा के वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने जोरदार पलटवार किया। उन्होंने कहा कि सभी जानते हैं कि अंग्रेजों के सबसे करीबी कौन थे। उनका इशारा कांग्रेस की ओर था, जिन्होंने अंग्रेजों से समझौते किए थे। ओपी चौधरी ने भाजपा की नीतियों को समर्थन करते हुए कहा कि भाजपा समावेशी राष्ट्रवाद की नीति पर काम कर रही है और देश की सांस्कृतिक जड़ों को मजबूत कर रही है।
पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंह देव की पोस्ट और उसके मायनेको ऐसे समझें
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सिंह देव ने चुनाव आयोग पर भी उठाए सवाल
सिंह देव ने अपने ट्वीट में चुनाव आयोग से सवाल किया कि क्या किसी राजनीतिक दल को नफरत फैलाने वाले और विभाजनकारी वीडियो साझा करने का अधिकार होना चाहिए? उन्होंने यह भी पूछा कि क्या यह लोकतंत्र और देश के लिए उचित है? इस सवाल ने चुनाव आयोग को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है।
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भाजपा और कांग्रेस के बीच सियासी संघर्ष
यह सियासी घमासान केवल एक ट्वीट तक सीमित नहीं रहा। कांग्रेस और भाजपा के बीच लगातार आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा नफरत की राजनीति कर रही है, जबकि भाजपा का कहना है कि कांग्रेस ने हमेशा मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति की है।