नेट की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स के लिए बड़ी खबर है। नेट में शामिल होने के लिए पात्रता शर्तों में बदलाव किया गया है। नए सिस्टम से 4 साल का यूजी यानी अंडर ग्रेजुएशन कोर्स कर रहे स्टूडेंट्स को बड़ा फायदा होने वाला है। दरअसल, अब तक नेट में शामिल होने के लिए पोस्ट ग्रेजुएशन यानी पीजी होना जरूरी था। अब यूजी वाले स्टूडेंट्स भी नेट दे सकेंगे। हालांकि, इसके लिए उन्हें एक शर्त पूरी करनी होगी। क्या है नया सिस्टम, आइए आपको बताते हैं।
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नेट से ही होगा पीएचडी में एडमिशन
एनटीए ( nta ) की ओर से नेट का शेड्यूल जारी किया गया है। इसके तहत यूजीसी नेट में कई बदलाव किए गए हैं। नए सिस्टम के तहत यह परीक्षा तीन कैटेगरी के लिए आयोजित की जाएगाी। दरअसल, अब तक जूनियर रिसर्च फैलोशिप व असिस्टेंट प्रोफेसर पात्रता के लिए यह परीक्षा होती थी।
इस साल से अब इसमें पीएचडी एडमिशन को भी शामिल किया गया है। साल 2024 में किया गया यह बदलाव इस बार से लागू कर दिया गया है। नेट के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है। टेस्ट जनवरी 25 में आयोजित की गई है।
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छत्तीसगढ़ के इन कॉलेजों में है 4 साल का पीजी कोर्स
रायपुर में साइंस कॉलेज रायपुर, छत्तीसगढ़ कॉलेज, डीबी गर्ल्स कॉलेज, साइंस कॉलेज बिलासपुर, बिलासा गर्ल्स कॉलेज बिलासपुर, साइंस कॉलेज दुर्ग व दिग्विजय कॉलेज राजनांदगांव में 4 साल का पीजी कोर्स चल रहा है।
अब पीजी जरूरी नहीं
नेट के लिए जो बदलाव किए गए हैं उसके अनुसार चार वर्षीय यूजी के स्टूडेंट्स भी नेट में शामिल हो सकेंगे। इस टेस्ट को क्वालिफाई करने वाले स्टूडेंट्स जूनियर रिसर्च फैलोशिप ( जेआरएफ ) के अलावा पीएचडी में एडमिशन ले सकेंगे। हालांकि, पिछले साल तक नेट के लिए 55 फीसदी नंबर के साथ पीजी अनिवार्य था।
इसमें पीजी फाइनल के स्टूडेंट्स भी शामिल हो सकते थे। इसके साथ ही अब चार वर्षीय कोर्स को भी नेट के लिए मान्य कर लिया गया है। हालांकि, ऐसे स्टूडेंट्स के लिए अंतिम सेमेस्टर में 75 फीसदी अंक होना जरूरी है।
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