मस्जिद में होने वाली तकरीर पर तकरार , औवेसी की एंट्री पर झा का जवाब
Waqf Board Mosque Speech : वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सलीम राज ने पिछले दिनों एक मौखिक निर्देश दिए थे। इसमें कहा गया था कि नमाज के बाद होने वाली तकरीर ( भाषण ) के टॉपिक बोर्ड को पहले से बताए जाएं।
Waqf Board Mosque Speech : छत्तीसगढ़ की मस्जिदों में जुमे की नमाज यानी शुक्रवार की नमाज के बाद होने वाली तकरीर ( भाषण ) के टॉपिक के लिए वक्फ बोर्ड की इजाजत लेने वाले मौखिक आदेश का मामला गर्माता जा रहा है।
दरअसल, तकरीर का विषण विवादित न हो, इसके लिए तकरीर के बारे में छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड को पहले से सूचित करना होगा। इस नियम का पालन न करने पर कार्रवाई की बात भी कही गई है। इस मामले में सांसद असदुद्दीन ओवैसी की एंट्री भी हो गई है। हालांकि, औवेसी को सीएम विष्णुदेव साय के मीडिया सलाहकार पंकज झा ने जवाब दिया है।
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सलीम राज ने पिछले दिनों एक मौखिक निर्देश दिए थे। इसमें कहा गया था कि नमाज के बाद होने वाली तकरीर ( भाषण ) के टॉपिक बोर्ड को पहले से बताए जाएं। इससे तकरीर की विषयवस्तु को लेकर बाद में विवाद न हो। टॉपिक के मॉनिटिरिंग के लिए एक वाट्सएप ग्रुप भी बनाया गया है।
तकरीर के टॉपिक की मॉनिटरिंग वॉट्सऐप ग्रुप के जरिए होगी। ग्रुप में प्रदेशभर की मस्जिदों के मुतवल्लियों ( मस्जिद की संपत्ति का प्रबंध करने वाला ) को जोड़ा जाएगा। जुम्मे की नमाज के बाद होने वाली तकरीर में क्या मुद्दे रहेंगे, इन मुद्दों को मुतवल्ली ग्रुप में देंगे। ग्रुप में आई जानकारी को वक्फ बोर्ड के सदस्य पढ़ेंगे और जो मुद्दे उन्हें विवादित लगेंगे, उनमें संशोधन करके दोबारा संबंधित मस्जिद के मुतवल्ली को वो भेजा जाएगा। संशोधित मुद्दों पर ही तकरीर होगी।
इस विषय में ओवैसी ने कहा कि अब भाजपाई हमें बताएंगे की दीन क्या है, अब अपने दीन पर चलने के लिए क्या इनसे इजाजत लेनी होगी।
इस पर सीएम साय के मीडिया सलाहकार पंकज कुमार झा ने ओवैसी को आडे हाथ लिया है। उन्होंने कहा कि मियां वक्फ बोर्ड किसी सरकार के सीधे अधीन नहीं होता। वक्फ बोर्ड में अभी अधिकतर सदस्य कांग्रेस की ओर से नियुक्त किए गए हैं।
FAQ
वक्फ बोर्ड क्या है ?
जब कोई व्यक्ति अल्लाह या इस्लाम के नाम कोई संपत्ति या पैसा दान देता है तो उसकी देखरेख वक्फ बोर्ड करता है। देश में अभी 32 स्टेट वक्फ बोर्ड हैं। एक सेंट्रल वक्फ बोर्ड भी है। यह केंद्रीय वक्फ परिषद अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के अधीन एक सांविधिक निकाय है।