एक युवक ने चार अलग नामों से दिलाई परीक्षा, रेलवे भर्ती में बहुरूपिया पकड़ाया

छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर में रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) तकनीशियन पद की परीक्षा में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। एक ही युवक ने अलग-अलग नाम और रोल नंबर के साथ चार बार परीक्षा दी, लेकिन दस्तावेज सत्यापन के दौरान उसका यह जालसाजी उजागर हो गया।

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Harrison Masih
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छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर में रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) तकनीशियन पद की परीक्षा में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। एक ही युवक ने अलग-अलग नाम और रोल नंबर के साथ चार बार परीक्षा दी, लेकिन दस्तावेज सत्यापन के दौरान उसका यह जालसाजी उजागर हो गया। कार्यालय अधीक्षक की शिकायत पर तोरवा पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

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ऐसे हुआ फर्जीवाड़ा का खुलासा

बिहार के मुंगेर निवासी राजेश उर्फ अवनीश यादव तकनीशियन पद के लिए आयोजित RRB परीक्षा में शामिल हुआ था। दस्तावेज सत्यापन के लिए वह बिलासपुर RRB कार्यालय पहुंचा। यहां वह सुमित कुमार नाम से उपस्थित हुआ था। सत्यापन के दौरान अधिकारियों को शक हुआ और गहन जांच की गई।

चार बार बदले नाम और पहचान

जांच में सामने आया कि आरोपी युवक ने रेलवे परीक्षा में चार अलग-अलग नामों – सुमित कुमार, अवनीश कुमार, शुभम कुमार और राजेश यादव – के साथ भाग लिया था। ये परीक्षाएं उसने बिहार के पटना और अन्य केंद्रों में दी थीं। हर बार उसने फर्जी फोटो और अलग-अलग पहचान पत्रों का उपयोग किया। लेकिन बायोमैट्रिक डेटा की मिलान से उसकी असलियत सामने आ गई – चारों पहचानें एक ही व्यक्ति की थीं।

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कानूनी कार्रवाई

फर्जीवाड़े के उजागर होने के बाद RRB बिलासपुर के कार्यालय अधीक्षक ने तोरवा थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 318(4), 319(2) BNS के तहत केस दर्ज कर आरोपी राजेश यादव को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उसके खिलाफ अलग से प्रतिबंधात्मक कार्रवाई भी की है।

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प्रशासन की सतर्कता से बची बड़ी भर्ती गड़बड़ी

RRB की सतर्कता और दस्तावेज सत्यापन प्रक्रिया की पारदर्शिता से यह बड़ा फर्जीवाड़ा समय रहते पकड़ में आ गया। यदि यह सामने नहीं आता, तो रेलवे विभाग को गलत चयन की बड़ी कीमत चुकानी पड़ती।

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FAQ

प्रश्न 1: रेलवे भर्ती फर्जीवाड़ा क्या है और इसमें आरोपी ने क्या किया?
उत्तर: आरोपी राजेश यादव ने अलग-अलग नामों जैसे सुमित कुमार, अवनीश कुमार और शुभम कुमार का उपयोग कर चार बार रेलवे की तकनीशियन भर्ती परीक्षा दी। उसने हर बार अलग फोटो और रोल नंबर के साथ आवेदन किया, लेकिन बायोमैट्रिक जांच में उसकी असलियत सामने आ गई।
प्रश्न 2: आरोपी को कैसे पकड़ा गया?
उत्तर: दस्तावेज़ सत्यापन के दौरान बायोमैट्रिक मिलान किया गया, जिससे पता चला कि अलग-अलग नामों से परीक्षा देने वाला व्यक्ति दरअसल एक ही है। इसके बाद RRB कार्यालय ने थाने में शिकायत दर्ज कराई और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।
प्रश्न 3: आरोपी के खिलाफ कौन-कौन सी धाराओं में केस दर्ज हुआ है?
उत्तर: आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 318(4) और 319(2) के तहत केस दर्ज किया गया है। साथ ही उसके खिलाफ अलग से प्रतिबंधात्मक कार्रवाई भी की गई है।

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