युवाओं ने जैसे ही नौकरी का सवाल किया तो नौ दो ग्यारह हो लिए मंत्री जी
मंत्री ओपी चौधरी के पास युवाओं के सवालों का जवाब ही नहीं है। छात्रों ने भर्ती निकालने को लेकर ओपी चौधरी से सवाल किया लेकिन, मंत्री जी जवाब दिए बिना ही वहां से चले गए।
छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी के पास युवाओं के सवालों का जवाब ही नहीं है। एग्रीकल्चर पासआउट छात्रों ने भर्ती निकालने को लेकर ओपी चौधरी से सवाल किया लेकिन, मंत्री जी जवाब दिए बिना ही वहां से चले गए। दरअसल, अंबिकापुर में स्वामित्व योजना की शुरुआत करने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस आयोजन में वित्त मंत्री ओपी चौधरी शामिल हुए थे।
इसी दौरान छात्रों ने अपने सवालों ने मंत्री ओपी चौधरी को घेर लिया। एग्रीकल्चर पासआउट छात्रों ने कृषि विभाग में भर्ती को लेकर सवाल उठाया। छात्रों के इन सवालों का मंत्री के पास कोई जवाब नहीं था। वे जवाब दिए बिना ही वहां से चले गए। बता दें कि 8 सालों से एग्रीकल्चर और हार्टीकल्चर में पद नहीं निकले हैं। इससे एग्रीकल्चर के छात्रों को नुकसान हो रहा है।
8 सालों से भर्ती नहीं निकलने से छात्र परेशान हैं। एग्रीकल्चर पासआउट छात्र 8 साल से इसी इंतजार में हैं कि कृषि विभाग में भर्ती प्रक्रिया निकलेगी लेकिन, छात्रों को हर बार निराशा ही हाथ लगी। इससे परेशान होकर छात्रों ने 2025 के भर्ती कैलेंडर में कृषि विभाग को भी शामिल करने की मांग की है। हालांकि जब छात्रों ने इसे लेकर ओपी चौधरी से सवाल किया तो मंत्री बिना जवाब दिए ही वहां से चले गए।
एग्रीकल्चर पासआउट छात्रों ने ओपी चौधरी से क्या सवाल किए?
छात्रों ने कृषि विभाग में पिछले 8 सालों से कोई भर्ती न निकलने को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने यह भी पूछा कि 2025 के भर्ती कैलेंडर में कृषि विभाग को शामिल क्यों नहीं किया गया।
ओपी चौधरी ने छात्रों के सवालों पर क्या प्रतिक्रिया दी?
ओपी चौधरी ने छात्रों के सवालों का कोई जवाब नहीं दिया और बिना प्रतिक्रिया दिए वहां से चले गए, जिससे छात्रों में और अधिक निराशा और आक्रोश उत्पन्न हुआ।
छात्रों की मुख्य मांगें और परेशानियां क्या हैं?
कृषि और बागवानी विभाग में 8 सालों से भर्ती न निकलने के कारण एग्रीकल्चर पासआउट छात्रों का करियर प्रभावित हो रहा है। छात्रों ने 2025 के भर्ती कैलेंडर में कृषि विभाग को शामिल करने की मांग की है। बिना भर्ती के छात्रों को नौकरी के अवसर नहीं मिल रहे, जिससे उनका भविष्य अनिश्चित हो गया है।