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BHOPAL. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 26 जून को मीसाबंदियों के लिए बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि अब मीसाबंदियों को सम्मान निधि के तौर पर तीस हजार रुपए मिलेंगे। उन्होंने कहा कि मैं भी एक स्वतंत्रता सेनानी हूं। जब कोई सत्ता के मद में चूर होता है तो सब भूल जाते है। मुख्यमंत्री चौहान ने सीएम हाउस में आयोजित मीसाबंदियों की सभा में ये घोषणाएं कीं। इस दौरान उन्होंने गांधी परिवार पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि आपातकाल में अपने आप को बनाकर रखने के लिए संविधान का गला घोंट दिया गया। सम्मेलन पहुंचे सीएम शिवराज ने लोकतंत्र सेनानियों का अंगवस्त्र पहनाकर स्वागत किया।
इंदिरा गांधी ने लोकतंत्र को कुचलकर रख दिया
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि यह सब अंग्रेजों और मुगलों की तरह ही किया गया। एक परिवार को सत्ता में बने रहना था। जब इंदिरा जी को लगा कि फैसला उनके खिलाफ आया है तो उन्होंने लोकतंत्र को कुचलकर रख दिया। मीसाबंदी लगातार हिम्मत जुटाकर लड़ाई में जुटे रहे। उन पर लट्ठ पड़ते रहे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस दौरान बड़ी घोषणाएं कीं।
मीसाबंदियों के बनेंगे परिचय पत्र-सीएम शिवराज
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में लोकतंत्र सेनानी (मीसाबंदी) को अब सरकार 25000 के बजाय तीस हजार रुपए महीना पेंशन देगी। लोकतंत्र सेनानी जिलों के विश्राम गृह में दो दिन तक पचास फीसदी शुल्क के साथ रुक सकेंगे। उनके फ्री इलाज की भी व्यवस्था की जाएगी। उनके परिचय पत्र बनेंगे। उनके दिवंगत होने पर दस हजार की आर्थिक सहायता तत्काल मिलेगी।
विपक्ष पर जमकर साधा निशान
उन्होंने कहा कि मैं भी एक स्वतंत्रता सेनानी हूं। जब कोई सत्ता के मद में चूर होता है तो सब भूल जाते है। कांग्रेस पर हमला करते हुए शिवराज ने कहा कि आपातकाल में अपने आप को बनाकर रखने के लिए संविधान का गला घोंट दिया गया। यह सब अंग्रेजों और मुगलों की तरह ही किया गया। एक परिवार को सत्ता में बने रहना था। जब इंदिरा जी को लगा कि फैसला उनके खिलाफ आया है तो उन्होंने लोकतंत्र को कुचल कर रख दिया। मीसाबंदी लगातार हिम्मत जुटाकर लड़ाई में जुटे रहे, उन पर लट्ठ पड़ते रहे।
सीएम शिवराज ने ये भी की बड़ी घोषणाएं
- जिन मीसाबंदी को 5 हजार सम्मान निधि मिलती थी उन्हें अब 8 हजार रुपए मिलेगी।