उच्च माध्यमिक शिक्षक वर्ग 1 के 34789 पद खाली, सरकार केवल 8720 पदों पर कर रही भर्ती, विषयवार मेरिट के टॉप टेन को ही नियुक्ति नहीं

एमपी सरकार एक और नियुक्ति पत्र देकर युवाओं के प्रति संवेदनशील होने की बात कह रही है, उधर पद खाली होने के बाद भी नियुक्ति देने के तैयार नहीं है। उच्च माध्यमिक शिक्षक वर्ग 1 के 34789 पद खाली हैं...

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Sandeep Kumar
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उच्च माध्यमिक शिक्षक वर्ग 1 पद खाली

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संजय गुप्ता @ INDORE

मध्य प्रदेश सरकार (  Madhya Pradesh Government ) एक और नियुक्ति पत्र देकर युवाओं के प्रति संवेदनशील होने की बात कह रही है, उधर पद खाली होने के बाद भी नियुक्ति देने के तैयार नहीं है। उच्च माध्यमिक शिक्षक वर्ग 1 के 34,789 पद खाली है, लेकिन सरकार कुल 16 विषय में केवल 8720 पदों पर भी नियुक्ति की प्रक्रिया कर रही है। पद विषय के हिसाब से देखा जाए तो कई विषय में इतने कम पद है कि हर कैटेगरी ( एसटी, एससी, ओबीसी, अनारक्षित, ईडब्ल्यूएस ) में गिनती के मेरिट में दो से चार लोगों को ही पद मिल रहे हैं। टॉप 10 वालों को भी नियुक्ति नहीं मिल रही है। कई विषयों में तो अनारक्षित और ओबीसी वालों को पद है ही नहीं। चयन परीक्षा में सौ में से 80-85 नंबर लाने वाले भी नियुक्ति नहीं मिल रही।

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इस बार मिले हैं सबसे ज्यादा योग्य क्योंकि दो बार हुई परीक्षा

शिक्षक वर्ग 1 के लिए चयन पात्रता परीक्षा औसतन पांच साल में सरकार एक बार लेती है। इसके पहले 2012, 2018 और अब 2023 में यह परीक्षा हुई है, यानि कि चुनावी साल में ही यह परीक्षा होती है। पहली बार यह परीक्षा दो चरणों में हुई है, इसलिए योग्यता की जांच का स्तर दोहरा था। इसमें पहले चयन पात्रता परीक्षा मार्च 2023 में और फिर चयन परीक्षा अगस्त 2023 में हुई। रिजल्ट फरवरी 2024 में आया। लेकिन ना तो अभी तक नियुक्ति हुई और ना ही इसमें पदों को लेकर बढ़ोतरी की जा रही है। 

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सरकार के मुताबिक ही 17 हजार सीधी भर्ती से होना है भर्ती

 उम्मीदवारों की मांग कि 20 हजार पदों की वृद्धि की जाए और साल 2018 की भर्ती प्रक्रिया में काउंसलिंग में खाली रहे 5935 पदों को भी इसमें शामिल किया जाए। मध्यप्रदेश शासन के राजपत्र में एक दिसंबर 2022 के अनुसार उच्च माध्यमिक शिक्षक (वर्ग 1) के 34789 पद खाली है ,जिनमें से 50% यानी 17394 पद सीधी भर्ती द्वारा भरे जाने है। लेकिन बताया जा रहा है कि सरकार वित्त की कमी के चलते यह पद नहीं भर रही है। उधर सरकार मंच से कहती है कि वित्त की कमी नहीं है। 

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8720 पद में भी 3668 तो बैकलॉग के ही हैं

अभी खाली 8720 पदों में से स्कूल शिक्षा विभाग के 7591 और ट्राइबल के 1129 पद है। इसमें भी कुल फ्रेश पद मात्र 5052 ही है, बाकी 3668 पद तो बैकलॉग के है। फ्रेश 5052 पद में भी 25 फीसदी यानि 1264 सीधे अतिथि शिक्षकों के लिए आरक्षित है।
पदों की हालत देखिए, मेरिट वालों की भी नियुक्ति इसलिए नहीं

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पात्र युवा संघ बनकर कर रहे हक की लड़ाई

इस मामले में नियुक्ति का इंतजार कर रहे हजारों युवाओं ने एक संघ बना लिया है, जिसे चयनित शिक्षक संघ वर्ग 1 2023 कहा गया है। इसमें कोई अध्यक्ष नहीं है ना ही अन्य पदाधिकारी। सभी चयनित युवा जुड़े हैं, जो हर जगह जाकर अपने हक की मांग कर रहे हैं।

पदों की हालत 12 फरवरी को ईएसबी (कर्मचारी चयन मंडल) के जारी पत्र के आधार पर ही एक बार देखिए क्या है?

1-पद कोड टू हिंदी- 7 पद- सभी एसटी वर्ग में

2-पद कोड 4 अंग्रेजी- 606 पद जो एससी व एसटी वर्ग के, यानि बैकलॉग के, अनारक्षित, ओबीसी के लिए एक भी नहीं

3-इसी तरह संस्कृत, गणित, उर्दू, जीव विज्ञान, भौतिक शास्त्र, रसायन शास्त्र, इतिहास सहित कई विषयों में अनारक्षित, ओबीसी के लिए पद ही नहीं है। 

सांसद, मंत्री, विधायक सभी को दे चुके ज्ञापन

नियुक्ति की चाह में पात्र युवा लेकिन बेरोजगार सांसद, मंत्री, विधायक, नेता प्रतिपक्ष सभी को ज्ञापन देकर शांति से अपनी मांग रख चुके हैं। जनजातीय विभाग के मंत्री कुंवर विजय शाह खुद कह चुके हैं कि उनके विभाग में शिक्षकों के 18 हजार पद खाली है।

 

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